Entertainment: जॉन अब्राहम की ‘द डिप्लोमैट’ इस डिसक्लेमर के साथ होगी रिलीज, विदेश मंत्रालय को दिखाने के बाद CBFC का फैसला – #iNA

पाकिस्तान में फंसी एक भारतीय बेटी को बचाने की कहानी कहती जॉन अब्राहम की फिल्म ‘द डिप्लोमैट’ को सेंसर बोर्ड से हरी झंडी मिल गई है. पर ‘द डिप्लोमैट’ के मेकर्स को मार्च के पहले हफ्ते में ये फिल्म विदेश मंत्रालय के अधिकारियों को दिखानी पड़ी है. विदेश मंत्रालय के लिए फिल्म की स्क्रीनिंग के बाद केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) ने मेकर्स से कहा है कि वो फिल्म के साथ एक डिसक्लेमर जोड़ें, जिसमें ये साफ कहा गया हो कि वो पड़ोसी मुल्कों के साथ अच्छे रिश्ते रखने का समर्थन करते हैं.

मिड डे ने अपनी रिपोर्ट में सोर्स के हवाले से कहा है कि विदेश मंत्रालय की स्क्रीनिंग का मकसद ये सुनिश्चित करना था कि फिल्म की कहानी से पाकिस्तान के साथ भारत के राजनयिक संबंधों पर गलत प्रभाव न पड़े. यही वजह है कि सीबीएफसी ने फिल्म के साथ डिसक्लेमर लगाने को कहा है.

क्या है फिल्म की कहानी?

‘द डिप्लोमैट’ में जॉन अब्राहम भारतीय उच्चायोग के राजनयिक जेपी सिंह का किरदार निभा रहे हैं. फिल्म 2017 की सच्ची घटना पर आधारित है. फिल्म में उजमा अहमद का कैरेक्टर ही केंद्र में है, जिसे सादिया खतीब ने निभाया है. साल 2017 की बात है, जब उजमा अहमद मलेशिया में पाकिस्तानी नागरिक ताहिर अली से मिलीं. फिर उन दोनों को एक दूसरे से प्यार हो गया. ताहिर बाद में उजमा को पाकिस्तान बुला लेता है. इसके बाद पता चलता है कि वो तो शादीशुदा है और उसके चार बच्चे भी है. ताहिर से प्रताड़ित करता है और जबरदस्ती उससे शादी कर लेता है.

उजमा अहमद जब घर वापस जाना चाहती है. किसी तरह उजमा भागकर भारतीय एंबेसी पहुंच जाती है और राजनयिक जेपी सिंह से मिलकर सारा वाकया बताती है और मदद मांगती है. फिर कैसे जेपी सिंह उसे वहां से निकालते हैं और भारत भेजते हैं इसी पर फिल्म की कहानी बेस्ड है.

रिपोर्ट में सोर्स ने बताया, “इस बात को ध्यान में रखते हुए कि फिल्म इंटरनेशनल डिप्लोमेसी पर केंद्रित है, एक विजुअल और ऑडियो डिसक्लेमर लगाने को कहा गया है ताकि ये सुनश्चित हो सके कि भले ही फिल्म का मूल सच्ची घटना से प्रेरित है, लेकिन इसमें भू-राजनीतिक तनाव को नाटकीय रूप दिया गया है और ये भारत सरकार के रुख को नहीं दिखाता है. फिल्म पाकिस्तान में हुई घटना पर है. ऐसे में इस पहलू को हाइलाइट करना जरूरी है क्योंकि दो देशों के रिश्तों के मामले संवेदनशील होते हैं.”

इस सीन पर चली कैंची

इसके अलावा सेंसर बोर्ड ने मेकर्स को इस बात की भी इजाजत दी है कि किरदारों के असली नाम का इस्तेमाल फिल्म में कर सकते हैं. मेकर्स के जरूरी दस्तावेज पेश करने के बाद सेंसर बोर्ड ने ये फैसला लिया है. फिल्म के एक सीन पर कैंची भी चलाई गई है, जिसमें एक युवा लड़का एक महिला की हत्या कर रहा है. एक अपशब्द को म्यूट भी किया गया है.

कब रिलीज होगी जॉन अब्राहम की द डिप्लोमैट?

इस फिल्म का निर्देशन शिवम नायर ने किया है. ये 14 मार्च 2025 को होली के मौके पर सिनेमाघरों में रिलीज हो रही है. इसमें जॉन और सादिया के अलावा कुमुद मिश्रा, शारिब हाशमी, रेवती (सुषमा स्वराज) और शहर शहनाज जैसे कलाकारों ने अहम भूमिका निभाई है.

जॉन अब्राहम की ‘द डिप्लोमैट’ इस डिसक्लेमर के साथ होगी रिलीज, विदेश मंत्रालय को दिखाने के बाद CBFC का फैसला


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