चर्चित माले नेता रामचंद्र सहनी नही रहे,विनम्र श्रद्धांजली व लाल सलाम
संवाददाता-राजेन्द्र कुमार ।
बेतिया। चर्चित नक्सली नेता रामचंद्रर सहनी लंबी बिमारी के बाद आज सुबह पी एम सी एच पटना मे अंतिम सांस लिया।इनके निधन से भाकपा माले और वामपथी लोकतांत्रिक ताकते मर्माहत है। कॉमरेड रामचंद्र सहनी के अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव नौतन के तेल्हुआं मे हुआ।उनके दो बच्चों मे पुत्र चिकित्सक है तथा एक पुत्री है।
उनको श्रद्धाजली ब्यक्त करते हुए भाकपा माले जिला कमिटी सदस्य सुनील कुमार राव ने कहा कॉमरेड रामचंद्र सहनी आजीवन गरीबों,समाज के कमजोर वर्ग के लिए संघषरत रहे ।सामंती उत्पीड़न,अपराध के खिलाफ, सामाजिक न्याय ,धर्मनिरपेक्षता और लोकतंत्र के लिए आजीवन संघर्ष किए। जिसके वजह से उन्हे जेल भी जाना पड़ा । 1995 मे नौतन से विधान सभा चुनाव लड़े और 2001 मे मुखिया निर्वाचित हुए। उनके निधन से कम्युनिस्ट आंदोलन को भारी क्षति हुआ है।भाकपा माले उनके अधुरे सपनो को साकार करने की संकल्प लिया है।
माले नेता सुरेंद्रर चौधरी ने कहा गरीबों और पिछड़ो के आदोलन को भाकपा माले आगे बढ़ाएगा। उक्त अवसर पर माले नेता सुनील कुमार राव,सुरेंद्रर चौधरी,सुरेश शर्मा,मनोहर चधरी, पलट मिया, रामनाथ चौधरी,एस डी बोस,सुरेंद्रर प्रसाद,नागा कुशवाहा,पचायत समिति सदस्य असलम अंसारी,योगेद्र यादव, नौतन प्रखंड कृष्णा चौधरी,मुखिया व राजदनेता अनुप लाल यादव,मुखिया राधेश्याम मुखिया,भाकपा नेता केदार चौधरी,भी आइ पी के चंदन सहनी भाकपा माले के योगेंद्रर चौधरी,अब्दूल कलाम,धामू चौधरी समेत सैकड़ो लोग उपस्थित होकर फुल माला चढ़ा अपने प्रिय नेता को श्रद्धाजली दिया।