यूपी- मकान पर लगा था LDA का लाल निशान, देखते ही किसान को आया हार्ट अटैक, हो गई मौत – INA

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में प्राधिकरण की ओर से अधिग्रहित जमीनों की मार्किंग का काम चल रहा है. इसी क्रम में अवैध निर्माण को चिन्हित कर ध्वस्तीकरण के लिए लाल निशान लगाए जा रहे हैं. रविवार को एलडीए के अधिकारियों ने इसी तरह का अभियान काकोरी के कालिया खेड़ा में भी चलाया था. इस दौरान एक किसान हीरालाल रावत के मकान को भी चिन्हित किया था और इसपर लाल निशान लगा दिया था. इस निशान को देखने के बाद हीरालाल रावत को ऐसा सदमा लगा कि उन्हें हार्ट अटैक आ गया.

वहीं देर रात उनकी मौत हो गई. इस घटना की सूचना मिलने के बाद हड़कंप मच गया है. घटना की जानकारी होने पर पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री कौशल किशोर पीड़ित परिवार के घर पहुंचे और लोगों को सांत्वना दी. साथ ही भरोसा दिया कि आबादी क्षेत्र में बने किसी भी मकान को नहीं तोड़ा जाएगा. इस संबंध में एलडीए के अधिकारियों से बात हो गई है. इस इलाके में काफी समय पहले एलडीए ने जमीन एक्वायर की थी.हालांकि उस समय कब्जा नहीं लिया गया था.

दो दिन पहले 4 बीघे जमीन पर चला था ट्रैक्टर

अब एलडीए के टीम ने एक्वायर की गई जमीन पर कब्जा लेने का काम शुरू किया है. हीरालाल रावत के बेटे नीरज के मुताबिक दो दिन पहले किसान हीरालाल की करीब चार बीघे फसल की जुताई कर इस पूरी जमीन पर एलडीए ने कब्जा ले लिया था. चूंकि एक्वायर एरिया में कई मकान भी बने हैं. ऐसे में एलडीए के अधिकारियों ने रविवार को इन मकानों को चिन्हित करते हुए ध्वस्तीकरण के लिए लाल निशान लगा दिए. इससे इलाके में हड़कंप मच गया.

मकान पर लाल निशान देखकर लगा सदमा

उस समय किसान हीरालाल अपने खेतों में गए थे. वापस लौटे और जब मकान पर यह निशान देखा तो उन्हें गहरा सदमा लगा था. इसी सदमे की वजह से देर रात करीब 3 बजे उन्हें अटैक आया और वह जोर से चीखे. आनन फानन में उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई. सोमवार को गांव में उनका अंतिम संस्कार किया गया. एलडीए तहसीलदार विराग करवरिया ने बताया कि आबादी में बने मकानों को नहीं गिराया जाएगा. इस संबंध में प्राधिकरण ने फैसला लिया है.


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