सीतापुर में कोग्रेस सांसद पर बलात्कार का आरोप: युवती ने लगाये गम्भीर आरोप… मुकदमा हुआ दर्ज
जनपद सीतापूर के थाना कोतवाली नगर क्षेत्र से एक चिंताजनक घटना सामने आई है, जिसमें एक पीड़िता ने कांग्रेस सांसद राकेश राठौर पर बलात्कार का गंभीर आरोप लगाया है। पीड़िता ने 15 जनवरी 2025 को पुलिस के समक्ष आकर प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया, जिसमें उन्होंने बताया कि पिछले 4 वर्षों से उनके साथ मानसिक और शारीरिक अत्याचार किया जा रहा है। यह मामला सिर्फ एक व्यक्तिगत दुखद घटना नहीं है, बल्कि यह राजनीति और समाज के बीच गहरे जुड़ाव को भी दर्शाता है।
पीड़िता के आरोप और साक्ष्य
पीड़िता ने अपने प्रार्थना पत्र में स्पष्ट रूप से आरोप लगाया है कि राकेश राठौर ने शादी का झांसा देकर उन्हें अपने जाल में फंसाया और उनके साथ बलात्कारी गतिविधियों में लिप्त रहे। उनके पास इस मामले के समर्थन में इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य और कॉल रिकॉर्डिंग मौजूद हैं, जो इस घटना की गंभीरता को और बढ़ाते हैं। दूसरी ओर, पीड़िता ने बताया कि आरोपी द्वारा उन्हें लगातार धमकाया भी जा रहा है, जिससे उनकी सुरक्षा पर प्रश्न चिन्ह खड़ा हो गया है।
कानूनी कार्रवाई और सुरक्षा का आश्वासन
पीड़िता द्वारा दिए गए प्रार्थना पत्र के आधार पर थाना कोतवाली नगर ने अभियोग संख्या 16/2025 दिनांक 17 जनवरी 2025 के अंतर्गत मामला दर्ज किया है। पुलिस ने उक्त अभियोग बी०एन०एस0 धारा 64 (भारतीय दंड संहिता की धारा 376 बलात्कार), बीoएनoएस० 3513), बीoएन०एस0 1272) के अन्तर्गत मामला दर्ज कियाऔर अन्य संबंधित धाराओं के तहत इस मामले की गंभीरता को स्वीकारा है। पुलिस द्वारा प्रारंभिक जांच के दौरान इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों को संकलित किया गया है और पीड़िता का मेडिकल परीक्षण भी कराया गया है। और साथ ही, माननीय न्यायालय के समक्ष धारा 164 के तहत पीड़िता का बयान भी दर्ज किया गया है, जिसमें उन्होंने अपने आरोपों की पुष्टि की है।
राजनीति और समाज का जुड़ाव
इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि राजनीतिक दबाव और असामाजिक तत्वों का समाज पर कितना गहरा प्रभाव पड़ता है। एक ऐसा लोकतांत्रिक समाज, जिसमें सांसदों को जनता का प्रतिनिधि माना जाता है, वहां ऐसी घटनाएं ना केवल व्यक्तिगत स्तर पर, बल्कि समग्र समाज को प्रभावित करती हैं। पीड़िता का मामला सिर्फ एक व्यक्ति का मामला नहीं है, बल्कि यह एक बड़ा सवाल उठाता है कि हमारे समाज में उन लोगों के लिए क्या सुरक्षा है, जो अपने अधिकारों के लिए आवाज उठाते हैं।
सुरक्षा और न्याय की आवश्यकता
इस तरह के मामलों में सबसे महत्वपूर्ण बात यह होती है कि पीड़िता को उचित सुरक्षा उपलब्ध कराई जाए। पुलिस ने इस मामले में पीड़िता को सुरक्षा का आश्वासन दिया है, जो कि एक अच्छी पहल है। लेकिन यह भी आवश्यक है कि समाज के अन्य लोगों को भी इस बात का एहसास हो कि ऐसे मामलों में न्याय सुनिश्चित करना और पीड़ितों की रक्षा करना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है। समाज के सभी वर्गों को इस मामले में आगे आकर पीड़िता का समर्थन करना चाहिए ताकि सच्चाई को सामने लाया जा सके और इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जा सकें।
सीतापुर के इस मामले ने एक बार फिर से उन सच्चाइयों को उजागर किया है, जिन्हें पहचानने और स्वीकारने की आवश्यकता है। बलात्कार और अन्य अपराधों के खिलाफ हमारी समाज की असंवेदनशीलता को चुनौती देने की जरूरी है। हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि भविष्य में कोई भी पीड़िता अपने जख्मों को छुपाने के बजाय, न्याय की ओर आगे बढ़ सके। इस मामले में आगे की कार्रवाई और सभी साक्ष्यों का संकलन जल्द से जल्द होना चाहिए ताकि पीड़िता को न्याय मिल सके और समाज में एक सकारात्मक संदेश भेजा जा सके।