महाकुंभ अमृत कलश रथ यात्रा: 74 जिलों के बाद दुद्धी में पहुंचने पर हुआ भव्य स्वागत ।
सोनभद्र , 21 दिसंबर। महाकुंभ अमृत कलश रथ यात्रा ने 74 जिलों और 18 मंडलों के बाद दुद्धी, सोनभद्र जनपद में अपने आगमन पर एक भव्य स्वागत का नजारा प्रस्तुत किया। इस रथ यात्रा का उद्देश्य धार्मिक भावना के साथ-साथ समाजिक समरसता को प्रोत्साहित करना है। दुद्धी में नगरवासियों ने उत्साहपूर्वक रथ यात्रा का स्वागत किया, जहाँ विभिन्न सामाजिक और धार्मिक संस्थाओं ने भी अपनी भागीदारी दिखाई।
महाकुम्भ अमृत कलश रथ यात्रा का आयोजन इस वर्ष की महाकुंभ की तैयारियों का एक महत्वपूर्ण भाग है। यह रथ यात्रा 21 दिसंबर 2024 को दुद्धी के रामलीला खेल मैदान में पहुँची। इस दौरान नगर पंचायत चेयरमैन कमलेश मोहन, कई मान्यवर नगरवासियों और जनप्रतिनिधियों ने धूमधाम से कलश की अगवानी की। ढोल नगाड़ों की गूंज के बीच मंत्रोच्चारण के साथ कलश को माल्यार्पण किया गया।
स्वागत का माहौल
रथ यात्रा का नगर में भ्रमण पहले रामलीला खेल मैदान से शुरू हुआ और संकटमोचन मंदिर, मां काली मंदिर होते हुए शिवाजी तालाब तक पहुँचा। यात्रा के दौरान, नगरवासी अपने घरों और दुकानों के बाहर खड़े होकर इस धार्मिक अनुष्ठान को प्रणाम करते रहे। इस भव्य आयोजन का सफल संचालन जितेन्द्र कुमार चन्द्रवंशी द्वारा किया गया।
महाकुंभ अमृत कलश रथ यात्रा की तैयारी में भाजपा मंडल अध्यक्ष सुमित सोनी, सिविल बार एसोसिएशन के अध्यक्ष विष्णु कांत तिवारी, और व्यापार मंडल अध्यक्ष अमरनाथ जायसवाल जैसे कई प्रमुख जनप्रतिनिधियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस मौके पर राजकीय बालिका इंटरमीडिएट कॉलेज और महावीर सरस्वती शिशु मंदिर की छात्राओं ने भी भाग लिया।
महाकुंभ की खासियत
महाकुंभ एक ऐसा पर्व है जिसमें करोड़ों श्रद्धालु भाग लेते हैं। इसे शुद्धता और आध्यात्मिकता के प्रतीक के रूप में देखा जाता है। इस साल की महाकुंभ की तैयारियों के तहत, दैनिक जागरण प्रेस द्वारा कुंभ के लिए अक्षत पुष्प वितरण कार्यक्रम की योजना बनाई गई है। यह आयोजन न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि यह स्थानीय संस्कृति और सामाजिक एकजुटता का भी प्रतीक है।
सुरक्षा और व्यवस्था
महाकुंभ अमृत कलश रथ यात्रा की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पुलिस के जवानों की तैनाती की गई थी। कस्बा प्रभारी महेंद्र कुमार सिंह ने सुरक्षा व्यवस्था का जिम्मा संभाला। इस घटना में नगर के पत्रकारों का योगदान भी सराहनीय था, जिन्होंने रथ यात्रा के विभिन्न पहलुओं को अपने लेखन के माध्यम से उजागर किया।
महाकुंभ अमृत कलश रथ यात्रा ने दुद्धी में एक ऐसा वातावरण तैयार किया जहां जनसाधारण ने अपने धार्मिक आस्था का प्रदर्शन किया। इस प्रकार के आयोजनों से न केवल श्रद्धालुओं को धार्मिक संतोष मिलता है, बल्कि यह समाज में सामूहिक एकता और भाईचारे का भी संदेश देता है।
इस यात्रा की सफलता ने यह स्पष्ट कर दिया है कि धार्मिक और सामाजिक कार्यक्रमों के प्रति लोगों की रुचि आज भी अटूट है। महाकुंभ अमृत कलश रथ यात्रा से लोगों में उत्साह और जोश देखने को मिला है। निकट भविष्य में होने वाले महाकुंभ के लिए यह रथ यात्रा एक महत्वपूर्ण संदेश प्रस्तुत करती है: “समाज की एकता और धार्मिक आस्था कभी कम नहीं होनी चाहिए।”
इस प्रकार, महाकुंभ अमृत कलश रथ यात्रा दुद्धी के लोगों के लिए एक यादगार और आध्यात्मिक अनुभव बनकर उभरा है और यह दर्शाता है कि हमारे समाज में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की आज भी उतनी ही अहमियत है।