Entertainment: मंदिर से निकलते ही गोलियों से भून दिए गए थे गुलशन कुमार, इस वजह से हुआ था टी-सीरीज के मालिक की खून – #iNA

टी-सीरीज का नाम आज के समय में पूरी दुनिया में फैला हुआ है. इस कंपनी के तहत भारत की हर भाषा में बनने वाले गानों की रिकॉर्डिंग्स की जाती है और इस कंपनी की नींव दिवंगत गुलशन कुमार ने रखी थी. गुलशन कुमार का निधन लगभग 26 साल पहले हो गया था और उनकी डेथ नेचुरल नहीं थी, बल्कि उनका मर्डर हुआ था, जिसमें अंडरवर्ल्ड का नाम आया था.
5 मई 1951 को दिल्ली में जन्में गुलशन कुमार एक मिडिल क्लास फैमिली से थे. गुलशन कुमार ने ‘सुपर कैसेट्स इंडस्ट्री’ में अपना बिजनेस शुरू किया था जिसका ऑफिस यूपी के नोएडा में था. बाद में एक आम कैसेट कंपनी टी-सीरीज म्यूजिक कंपनी बन गई.
गुलशन कुमार ने कैसे खड़ा किया ‘टी-सीरीज’ एम्पायर?
दिल्ली में सबसे पहले गुलशन कुमार जूट की दुकान चलाते थे. बाद में उन्होंने ऑडियो कैसेट और टेप रिकॉर्डर रिपेयर करना शुरू किया था. इसके साथ ही गुलशन कुमार म्यूजिक रिकॉर्ड करके खुद का कैसेट भी बनाने लगे थे. शुरुआत में गुलशन कुमार ने भजन के कैसेट रिकॉर्ड किए और सबसे सस्ती कैसेट बेचनी शुरू की. महज 10 रुपये में गुलशन कुमार ने कैसेट बेचना शुरू किया और बाद में दिल्ली में अपना स्टूडियो ‘सुपर कैसेट्स इंडस्ट्री’ बनाई. बाद में ये कंपनी नोएडा शिफ्ट हुई और टी-सीरीज नाम दिया गया.
बाद में गुलशन कुमार मुंबई गए और यहां भी अपना ऑफिस शुरू किया. 1985 से 1988 तक गुलशन कुमार ने सोनू निगम, कुमार सानू, अलका यागनिक, अनुराधा पोडवाल और उदित नारायण जैसे कमाल के सिंगर्स को पहला मौका दिया. कुछ ही साल में टी-सीरीज कंपनी देश की बड़ी म्यूजिक कंपनियों में शामिल हो गई थी.
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गुलशन कुमार की किसने और क्यों की थी हत्या?
गुलशन कुमार भगवान शंकर और वैष्णों देवी के बड़े भक्त थे. वो साल में दो बार वैष्णों देवी में भंडारा कराते थे और पूजा-पाठ के काम में हमेशा दान किया करते थे. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गुलशन कुमार के पास काफी दिनों से अंडरवर्ल्ड से धमकी आ रही थी. वो लोग उनसे पैसों की डिमांड करते थे, लेकिन गुलशन कुमार ये कहकर टाल देते थे कि वो वैष्णों देवी में दान कर देंगे, लेकिन उन लोगों को पैसे नहीं देंगे.
बताया जाता है कि अंडरवर्ल्ड डॉन अबू सलेम की नजर गुलशन कुमार पर थी और उसने उनसे 5 लाख रुपये की डिमांड की थी. 12 अगस्त 1997 का वो दिन था जब गुलशन कुमार हर दिन की तरह मंदिर गए और लौटते समय उनके ऊपर अंधाधुंध फायरिंग हुई. ड्राइवर ने गंभीर रूप से घायल गुलशन कुमार को अस्पताल पहुंचाया. मगर रास्ते में ही उनका निधन हो गया था.
मंदिर से निकलते ही गोलियों से भून दिए गए थे गुलशन कुमार, इस वजह से हुआ था टी-सीरीज के मालिक की खून
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