सेहत – असली में जौ की रोटी के हैं गजब फायदे… वजन नियंत्रित होगा, मोटापा दूर होगा
बागेश्वर : उत्तराखंड के पहाड़ी इलाके में जौ की खेती खूब होती है, और इसकी रोटी बेहद स्वादिष्ट होती है। आमतौर पर लोग गेंहू की रोटियां खाते हैं, लेकिन समुद्र में गेंहू के अलावा जौ की रोटी खाना भी बेहद स्वादिष्ट होता है. जौ की रोटी खाने से केवल पाचन तंत्र मजबूत रहता है बल्कि इसके सेवन से कई स्वास्थ्यवर्धक से भी राहत मिलती है। स्थानीय 18 से खास बातचीत करते हुए आयुर्वेदिक डॉक्टर। ऐजल पटेल कहते हैं कि जौ की रोटी में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा अधिक होती है, जिससे पाचन क्रिया बेहतर होती है और कब्ज की समस्या भी दूर होती है। इममें कैलोरी कम होती है और बेरहम अधिक पाए जाते हैं, जिससे पेट लंबे समय तक भरा रहता है।
जौ की रोटी में आलू, प्रोटीन, विटामिन, और फ्लेवर प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। कैलोरी कम और मैक्रोज़ में यह बहुतायत में होता है, जिससे यह वज़न में कमी साबित होती है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और अन्य पोषक तत्व हृदय को स्वस्थ बनाए रखते हैं और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक होते हैं।
पाचन तंत्र के लिए वरदान
जौ की रोटी पाचन क्रिया को बेहतर बनाती है। इसमें मौजूद कब्ज की समस्या को दूर करने में मदद मिलती है। जिन लोगों को पेट की समस्या रहती है, उन्हें जौ की रोटी का नियमित सेवन करना चाहिए।
रामबाण के लिए नर्व सिस्टम
आपकी रोटी में मैगनीज और विटामिन सी जैसे तत्व होते हैं, जो नर्व सिस्टम को शांत रखने में सहायक होते हैं। यह तनाव को कम करने और मन को परम ईश्वर का काम करता है। इसके अलावा यह शरीर को ऊर्जावान बनाने और मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी है। जौ की रोटी का सेवन पेट को जल्दी बंद करने का एहसास कराता है, जिससे अधिक खाने की प्रवृत्ति नियंत्रण में रहती है। यह वजन मापने का तरीका आसान बनाने का तरीका है।
दिल के लिए बढ़िया
जौ की रोटी में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स दिल को स्वस्थ रखने में सहायक हैं। साथ ही यह कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित कर हृदय की धड़कन से बचाता है। नियमित रूप से जौ की रोटी खाने से दिल की बीमारी दूर हो जाती है। जौ में मौजूद विटामिन सी और अन्य पोषक तत्व शरीर की क्षमता बढ़ाने में सहायक हैं। इससे शरीर को संक्रमण से लड़ने में मदद मिलती है। आयुर्वेद के अनुसार जौ की रोटी-खांसी जैसी समस्याएं आम से भी बचती हैं।
जौ की रोटी को शामिल करें
आप अपने यहां किसी भी स्थान पर सामग्री की रोटी भी खा सकते हैं। इसके साथ ही आप के आटे के टुकड़ों के साथ-साथ रोटियां भी बनाई जा सकती हैं। इसे सागा, सब्जी या फिर दूध के साथ खाया जा सकता है. जौ की रोटी अच्छी सेहत का खजाना है। यह वजन घटाने में मदद करता है, लोगों को तनावमुक्त जीवन जीने और इम्युनिटी बढ़ाने में भी सहायक है। पहाड़ी क्षेत्र की यह पारंपरिक रोटी आज भी पहाड़ी थाली का हिस्सा है।
पहले प्रकाशित : 1 दिसंबर, 2024, 18:41 IST
अस्वीकरण: इस खबर में दी गई औषधि/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, सिद्धांतों से जुड़ी बातचीत का आधार है। यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से सलाह के बाद ही किसी चीज़ का उपयोग करें। लोकल-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए कोई जिम्मेदारी नहीं होगी।
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