सेहत – मेकअप करते समय आप तो यह ग़लती नहीं करते? यह ब्रूस कैसे कर सकते हैं मुहांसे और रैशेज

मेकअप एक थेरेपी है. रंगबिरंगे मेकअप प्रोडक्ट्स के रंगत को पल भर में बदल दिए जाते हैं। चेहरा तो खूबसूरत लगता है तो दिल भी खुश हो जाता है। मेकअप करने के बाद कोई खूबसूरत कर दिखाना तो दिन ही बन जाता है। मेकअप करना ख़ुशी तो देता है, लेकिन कभी-कभी कुछ गलतियाँ करने से आपको तकलीफ़ भी हो सकती है। वास्तविक प्रभाव वाले ब्रुश में कई तरह के निशान होते हैं। औषधीय त्वचा पर प्रभाव हो सकता है।

त्वचा पर सूजन और दर्द
मेकअप करना ज्यादातर लड़कियों का रोज के रूटीन का हिस्सा होता है। ऑफ़िस जाने से पहले फ़ाउंडेशन, कंसीलर, अवेंजर, फ़्लोरिडा, आइशैडो लगाना उन्हें अच्छा लगता है। फार्मास्यूटिकल्स में प्लास्टिसिन के कण, फेस की डेड स्किन, तेल और प्लास्टर के फंसेकर चिपक जाते हैं। इस फंगल, ई कोलाई और स्टैफिलोकोस फोटोग्राफर की वजह से संक्रमण हो सकता है क्योंकि ब्रूस में यह सब पथने लगता है। स्टाफ़ में संक्रमण से चेहरे पर दर्द, सूजन, पस और लाल रंग के चकत्ते हो सकते हैं।

पिंपल हो सकते हैं
कहते हैं कि चेहरे पर हाथ नहीं लगाना चाहिए क्योंकि हाथों पर कई तरह के निशान होते हैं लेकिन मेकअप के साथ-साथ बालों पर भी निशान पड़ते हैं। अगर मेकअप ब्रश को साफ ना किया जाए तो कलर ब्रश के जरिए चेहरे पर पहुंच जाते हैं। योर लुक्स बुक करें नाम की किताब के अनुसार मेकअप ब्रश से रोम छिद्र बंद होते हैं जिससे चेहरे पर मुंहासे निकलते हैं। इससे चेहरा ख़राब लगता है.

कई बार कॉस्मेटिक ब्रूस बैग यानि छोटी कीडियों का भी घर बन जाता है (Image-Canva)

कॉन्टेक्ट डर्मेटाइटिस से बचाव
डर्मेटोकोन डॉ. कशिश कालरा कहा जाता है कि खराब मेकअप उत्पाद त्वचा को नुकसान पहुंचाते हैं, लेकिन त्वचा पर दाग-धब्बों का कारण त्वचा पर होने वाले दाग-धब्बे हैं। यह एलर्जी संबंधी भी खतरनाक है। इससे त्वचा लाल हो सकती है। खुजली हो सकती है और कई बार दाने भी आते हैं।

एक्जिमा हो सकता है
एक्जिमा एक त्वचा से जुड़ी समस्या है। यह ऑटोइम्यून सिस्टम से भी जुड़ा हुआ है। इस बीमारी में त्वचा लाल-भूरी होती है। अगर लक्षण गंभीर हो तो त्वचा पपी की तरह का बदलाव भी दिखता है। यदि किसी व्यक्ति को यह बीमारी हो और किसी अन्य व्यक्ति को उसका मेकअप ब्रश दिया जाए तो बीमारी बढ़ सकती है।

शीघ्र शीघ्रता होती है
चेहरे पर किसी भी समय से पहले किसी भी प्रकार का रसायनिक पदार्थ लगाया जा सकता है। वास्तविक क्रोमियम क्रोमियम से त्वचा में मौजूद फ्री रेडिकल प्रभावित ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को बढ़ाया जाता है। इससे कोल कम होने लगता है और त्वचा पर प्रीमेच्योर एजिंग होती है। कोलॉन से ही स्किन टाइट रहता है लेकिन जब यह केमिकल कम होता है तो त्वचा समान दिखती है और स्किन बनी मिलती है।

आंखें लाल होना
बालों के झड़ने से आंखें भी प्रभावित हो सकती हैं। इससे कंजक्टिवाइटिस (नेत्रश्लेष्मलाशोथ) हो सकता है। कुछ लोग इसे आंख आना भी कहते हैं. अगर में आरोन ब्रूम लग जाए या टॉयलेट ब्रुल से आईलाइनर, आइशैडो या मस्करा इस्तेमाल हो जाए तो कंजक्टिवाइटिस कर सकते हैं। इसी नजर में इरीटेशन, दर्द होने के साथ-साथ वह लाल भी नजर आती है। अगर लगातार ऐसा हो और आंखों से पानी भी आ रहा हो तो डॉक्टर को जरूर बताएं।

सुपरमार्केट के इलेक्ट्रॉनिक्स सुपरमार्केट का उपयोग करना चाहिए (छवि-कैनवा)

संक्रमण हो तो ना करें इस्तेमाल
अगर त्वचा पर दाग हो या किसी चोट पर घाव हो गया हो तो मेकअप ब्रश का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। हो सके तो अलेमा से भी मेकअप ना करें। जब तक ऐसा है, सुंदरता से दूर रहना ही बेहतर है। अगर त्वचा पर दाग दिखाई दे तो डॉक्टर को जरूर दिखाएं।

ऐसे रह सकते हैं इंफेक्शन से दूर
अमेरिकन एकेडमी ऑफ डर्मेटोलॉजी एसोसिएशन के अनुसार जो लड़कियाँ रोज मेकअप करती हैं, उन्हें हर रोज ब्रश करना जरूरी है। अगर ऐसा नहीं किया जा सकता तो मेकअप एलर्जी से बचने के लिए हर हफ्ते मेकअप ब्रश को गर्म पानी में थोड़ी देर धीरे लें और साबुन से धो लें। मेकअप ब्रश को धूप में सुखाकर पोस्ट से पूरी तरह खत्म हो जाएंगे। कभी भी अपने ब्लॉग्स के साथ शेयर ना करें। अधिक मात्रा में फार्मास्युटिकल उत्पाद से दूर रहें। कोशिश करें कि नैचुरल आइडिया प्लांट्स बेड मेकअप उत्पादों का उपयोग करें। बाज़ार में तरह-तरह के मेकअप वाले ब्रश आ रहे हैं। अधिकांश ब्रुनेज नायलॉन या प्लास्टिक से बने होते हैं। यह अजवाइन ब्रूस होते हैं। लेकिन अब बकरी, गिलहरी जैसे केले के बाल के बने ब्रूस भी खूब बिक रहे हैं। इसे कीटनाशक ब्रूस कहते हैं। यह ब्रूस बहुत मुलायम होते हैं। नाइचुरल मेकअप ब्रश का उपयोग करना त्वचा के लिए सुरक्षित है क्योंकि इस कॉस्मेटिक उत्पाद के केमिकल दागते नहीं हैं और ना ही काला दागते हैं।


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