सेहत – आख़िर में रोज़ नहीं नहाएं तो क्या होगा? दैनिक शरीर के उपयोग को साफ करना जरूरी है, सिद्धांत की बात समझ और दिमाग घूमना

सर्दियों में प्रतिदिन स्नान: रोजाना शरीर के सभी कामों को साफ करना जरूरी है। इसका मतलब यह है कि आपको हर रोज नहाना चाहिए या नहीं. खुजली हो या गर्मी हर रोज न होना जरूरी है कि नहीं। यह सवाल इसलिए भी जरूरी है क्योंकि मौसम में कुछ लोग सिर्फ चेहरे को साफ कर लेते हैं और शरीर के बाकी अंगों को साफ नहीं करते। हेल्थलाइन की खबर में लंदन के कैडोगन क्लिनिक के कंसल्टेंट डर्मेटोसिस डेरिक फिलिप्स का कहना है कि सामाजिक लाभ के लिए दिन में एक बार नहाना सबसे सही माना जाता है लेकिन बायलॉजिकली यह ठीक है, बिल्कुल जरूरी नहीं है। उन्होंने कहा कि हमारी त्वचा ऐसी होती है कि वह खुद ब खुद सब कुछ साफ कर लेती है लेकिन हम सामाजिक परिवार को बनाए रखने के लिए रोज नहाते हैं या रोज अपने काम को साफ करते हैं। इस मनोवैज्ञानिक रूप से हमें लगता है कि हम साफ हो गए हैं। लेकिन ऐसा जरूरी नहीं है. दूसरे शब्दों में, रोज़ाना न होना आपको ताजगी और स्वच्छता का एहसास दिलाएगा लेकिन पूरे शरीर को हर दिन सिर से पैर तक का दर्जा देना बाकी है। कुछ सिद्धांतों का मानना ​​है कि रोजमर्रा के संस्थान से वास्तविक में प्रशिक्षण, जलन, संक्रमण, त्वचा का माइक्रोबायोम में विकार जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

त्वचा के माइक्रोबायोम में बदलाव
यद्यपि न्यूयॉर्क स्थित डर्मेटाइस्थिनेशन डॉ.आदर्श मुदगिल का कहना है कि दैनिक संस्थान से किसी भी तरह की कोई भी समस्या नहीं है, इसका कोई प्रमाण नहीं है। के माइक्रोबायोम में सैटियां समझ से पड़े हैं। ये सिर्फ आरक्षण हैं. 2018 के एक अध्ययन में यह साबित हुआ है कि त्वचा की माइक्रोबायोम परिवर्तन में भी स्थिर रहती है। इसके संस्थान से कोई फर्क नहीं पड़ता. कुछ लैब्स काब्स फेल हैं त्वचा के पहले पार्ट में स्टूडेंट और फायदे वाले माइक्रो रहते हैं। अगर रोज़ इसे साफ करेंगे तो यह खो जाएगा। डॉ. आदर्श मुदगल का कहना है कि प्रतिदिन शरीर के सभी कार्यों को साफ करना चाहिए या नहीं, यह वहां के वातावरण और शरीर के कंडीशन पर वर्जित है।

शरीर के बाकी हिस्सों को साफ करना क्यों जरूरी है
न्यूयॉर्क टाइम्स की खबर में डर्मेटोसिस डॉ. लॉरियन प्लॉच का कहना है कि ज्यादातर लोगों में शरीर के अलावा शरीर के बाकी हिस्सों की खाल में बहुत सी चीजें रहती हैं। इससे वह डॉक्युमेंट हो जाता है। अक्सर ऐसे लोगों की खाल पर स्ट्रेंथ पैचेज, डार्क स्पॉट जैसे धब्बे बन जाते हैं। हाथ-पैर भी सही तरीके से साफ न करने पर गैलरी देखें हैं। क्योंकि ये लोग शरीर के बाकी विकारों को खत्म कर देते हैं लेकिन ध्यान दें कि शरीर के हर तरह के प्रभावों को साफ करना जरूरी है। इसलिए ठंड हो या गर्मी आपके शरीर के अंग के बाहरी हिस्से में प्रदूषण या गंदगी के संपर्क में आते हैं तो रोजाना इन कामों को साफ करना जरूरी है।

तो क्या डेट में भी रोज नहाना जरूरी है
न्यूयॉर्क में कोलंबिया अस्पताल के डर्मेटस्टिओन डॉ. लिंडसे बोर्डने के अनुसार, थर्मल हो या हीट रोज संस्थान की जरूरत है या नहीं, इस बात पर जोर दिया गया है कि आप जिस परिवेश में रहते हैं, वहां किस तरह का शरीर है और वह आपके किस तरह से शामिल है। यदि आप किसी स्थान पर रहते हैं तो निश्चित रूप से आपको रोज़ नहाना की ज़रूरत है लेकिन यदि नहीं रहते हैं तो रोज़ नहाना ज़रूरी भी नहीं है। लेकिन भारत जैसे देशों में गंदगी बहुत ज्यादा उड़ती है जो समुद्र में छिप जाती हैं। इसके अलावा वायु प्रदूषण के कारण त्वचा में रसायन भी घुसेड़ते रहते हैं। इन सबके लिए रोज़ त्वचा को साफ़ करना और त्वचा को मॉइस्चराइज़ करना ज़रूरी है। जहां तक ​​किसी संस्थान का संबंध नहीं है तो अगर आप कई दिनों तक नहीं नहाएंगे तो इससे त्वचा में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। भले ही एक-दो दिन न नहाएं लेकिन ज्यादातर दिनों तक भारत जैसे सबसे प्रदूषित स्थानों पर ऐसा न करें।

यह भी पढ़ें-इतिहास बनें एड्स! 2 इंजेक्शन से ही हमेशा के लिए खत्म हो जाएगी बीमारी, पूरी दुनिया से मिटेगी मगरमच्छ

यह भी पढ़ें- क्या मीट खाने से होता है कैंसर? हर इंसान के लिए ये जानना जरूरी है, इस खोज में छुपी है बात उत्तर


Source link

Back to top button
Close
Crime
Social/Other
Business
Political
Editorials
Entertainment
Festival
Health
International
Opinion
Sports
Tach-Science