सेहत – ब्रह्मा के आंसुओं से उपजा यह अमृत फल, जान गए फायदे तो रोज खाएंगे इसे

Table of Contents

उत्तर: संघ को आयुर्वेद में अमृत फल कहा गया है। आंवले का स्वास्थ्य के साथ-साथ धार्मिक महत्व भी है। यह ब्रह्मा के आंसुओं से उत्पन्न हुआ है जिसका उल्लेख ज़िक्र स्कंद पुराण और पद्म पुराण में है। आयुर्वेद में इसे त्रिदोष कहा गया है अर्थात यह वात, पित्त और कफ त्रिदोष को स्थापित करता है। इसके नियमित सेवन से शरीर को कई लाभ मिलते हैं जैसे रोग विशेषज्ञ क्षमता, बाल और त्वचा का स्वास्थ्य और पाचन में सुधार।

डॉ. आयुर्वेदिक चिकित्सक, फार्मासिस्ट के जाने-माने आयुर्वेद चिकित्सक हैं। वह बताते हैं कि जड़ी-बूटियों में पांच प्रकार के रस पाए जाते हैं जिनमें मधुर (मीठा), कषाय (कसैला), खट्टा (अम्लीय), तिक्त (कड़वा) और कटु (तीखा) शामिल हैं। यह अनोखा संयोजन इसे एक सुपरफ़ूड बनाता है। उनका कहना है कि व्हीलचेयर सीज़न (नवंबर और दिसंबर) का सबसे उपयुक्त समय है।

जड़ी-बूटियों का उपयोग और मात्रा
डॉ. इंस्टीट्यूट के अनुसार, पोर्टफोलियो को कई इनवेस्टमेंट से लिया जा सकता है। ताज़ा कोचिंग, अचारी या मुरब्बे के रूप में खाया जा सकता है। यदि आकृतियों के रूप में सेवन करना हो तो प्रतिदिन 2 ग्राम की व्यवस्था है। एक छोटे पैकेज़ वाले खाद्य पदार्थ से भी आपकी इम्युनिटी मजबूत होती है और पाचन तंत्र बेहतर होता है। केवल विटामिन सी का अच्छा स्रोत है बल्कि इसमें एंटीऑक्सिडेंट गुण भी होते हैं जो उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा कर सकते हैं।

धार्मिक और औषधीय महत्व
आँवले का धार्मिक महत्व और भी महत्वपूर्ण है। इसे ब्रह्मा के आंसुओं से उत्पन्न माना जाता है जो इसकी पवित्रता और औषधीय गुणों का वर्णन करता है। आयुर्वेद में इसे हर दिन की सलाह दी जाती है क्योंकि यह शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को संवारता है। यह न केवल पाचन में सुधार करता है, बल्कि नारियल से संबंधित समस्याओं को भी दूर करता है।

सौंदर्य एवं स्वास्थ्य के लिए अमृत
बालों और त्वचा के लिए आँवले का उपयोग बहुत है। आँवले का तेल बालों को मजबूत बनाता है और शेयर बाजार से जोड़ता है। मुरब्बे के रूप में विशेष आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए उपयोगी है। इसके साथ ही यह रक्त को साफ करता है और त्वचा में निखार लाता है।

डॉ. प्रोविथ का कहना है कि हर दिन एक मजबूत आपकी सेहत को मजबूत करने का सबसे आसान और प्राकृतिक तरीका है। कच्चे वह रॉ खाये जाये या केशिल्स, इसके नियमित उपयोग से आपके जीवन में सकारात्मक बदलाव आ सकते हैं।

महत्वपूर्ण सुझाव
हर दिन एक मजबूत स्थैतिक. 2 ग्राम बेसिक केशेल्स का सेवन करें। कस्तूरी का अचार, मुरब्बा, या चटनी भी करामाती है। बालों के लिए हर्बल तेल लोशन।


Source link

Back to top button
Close
Crime
Social/Other
Business
Political
Editorials
Entertainment
Festival
Health
International
Opinion
Sports
Tach-Science
Eng News