सेहत – ज्यादा सोएंगे तो दिमाग बन जाएगा कंप्यूटर की तरह तेजी से! याददाश्त भी होगी मजबूत, जानें काम की बात

क्या नींद की गुणवत्ता याददाश्त को प्रभावित करती है: अच्छी नींद लेना स्वास्थ्य के लिए अत्यंत आवश्यक है। वयस्कों को रोजाना कम से कम 7 से 8 घंटे की नींद लेनी चाहिए। पर्याप्त नींद लेने से आपकी इम्यूनिटी मजबूत होती है और नींद का खतरा कम होता है। अच्छी गुणवत्ता वाली नींद लेने से दवा ही नहीं, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य को भी फायदा होता है। नींद और मस्तिष्क स्वास्थ्य का सीधा संबंध होता है। कई अध्ययनों में यह बात सामने आई है कि अच्छी नींद लेने से लेकर मस्तिष्क स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है और याददाश्त तेज हो सकती है। प्रोपर नींद लेने से मस्तिष्क की कार्यक्षमता बेहतर हो सकती है। इससे जुड़ी जरूरी बातें जान लें.

स्लीप फाउंडेशन की रिपोर्ट के अनुसार 100 से अधिक वर्षों तक नींद और स्मृति के बीच संबंध का अध्ययन किया गया है। इनसे पता चला कि अच्छी नींद से शरीर और दिमाग दोनों दस्तावेज रहते हैं। अच्छी गुणवत्ता की नींद लेने से मेमोरीज़ को स्टोर करने की क्षमता भी बढ़ सकती है। जब हम कहते हैं, तो हमारा मस्तिष्क हमारे अनुभव और विद्वानों को दिखाता है, जिससे याददाश्त मजबूत होती है। नींद के दौरान मस्तिष्क के बीच की ताकत मजबूत होती है। रैपिड आई मूवमेंट (रैपिड आई मूवमेंट) नींद हमारे मस्तिष्क के लिए सबसे जरूरी है, जो गहरी नींद की एक स्टेज होती है।

अच्छी नींद से मस्तिष्क को ताजगी मिलती है और ध्यान केन्द्रित करने की क्षमता प्रबल होती है। नींद की कमी, मानसिक थकान और भूलने की समस्या को बढ़ाया जा सकता है। कुछ अध्ययनों से यह भी पता चला है कि डीप स्लीप ब्रेन की सफाई भी की जाती है और गारजरोरी इंफॉर्मेशन को बाहर निकाल दिया जाता है। इससे मस्तिष्क की उम्र बढ़ने के साथ अल्जाइमर और डाइमेंशिया का खतरा कम होता है। स्मृति को बेहतर बनाना रात की नींद को प्राथमिकता देना बहुत महत्वपूर्ण है। अच्छी नींद से हम न केवल अपनी सोच को स्पष्ट और तेज बना सकते हैं, बल्कि यह हमें मानसिक रूप से ऊर्जावान और सक्रिय भी बनाता है।

हेल्थ इन्वेस्टर्स की रेटिंग तो सभी वीडियो को रात में कम से कम 7 से 8 घंटे की गहरी नींद लेनी चाहिए, ताकि ब्रेन हेल्थ की जानकारी अच्छी तरह से मिले और स्टोर हो सके। अगर लोगों के मस्तिष्क को पर्याप्त नींद नहीं आती है या नींद नहीं आती है, तो इससे उनके स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता है। रिसर्च के आधार पर कहा गया है कि अच्छी नींद, मस्तिष्क के स्वास्थ्य के लिए यह बेहद जरूरी है और यह हमारी याददाश्त को तेज करने में मदद करता है। नींद के दौरान मस्तिष्क सक्रिय रहता है, जिससे हम कारीगरों की जानकारी को अच्छे से समझ और याद रख सकते हैं।

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