सेहत – पूर्वी समुद्र तट में समसामयिक समुद्रतट में सीमेंट वाला यह सागा, ताजगी के साथ शरीर में बनी रहेगी गर्माहट, स्वास्थ्य के लिए है रामबाण!
विवरण: समुद्र में पहाड़ी क्षेत्र में राय का साग हर घर की रसोई में खास जगह बनाई जाती है। यह पारंपरिक व्यंजन न सिर्फ स्वाद में बेजोड़ है, बल्कि सेहत के लिए भी बेहद स्वादिष्ट माना जाता है। राय का सागा बनाने के लिए एल्युमीनियम स्टायलरों को विक्रय पर खर्च किया जाता है। इसका स्वाद तब और ख़त्म होता है। जब इसे शुद्धिकरण के तेल में चौका लगाकर तैयार किया जाता है।
विटामिन और कैल्शियम से होता है भरपूर
राई के साग में विटामिन-ए, सी और कैल्शियम विटामिन की मात्रा पाई जाती है, जो ठंड के मौसम में शरीर को गर्मी और ऊर्जा प्रदान करती है। इसे पकाने में विशेष ध्यान रखा जाता है कि भोजन का प्राकृतिक स्वाद और पोषण बना रहे। सागा के साथ अगर मक्के की रोटी और मक्खन हो, तो इसका मजा दोगुना हो जाता है.
राय का सागा बनाने वाली गृहिणी ने बताया
गृहिणी मारिया फ़रहत का कहना है कि राई का सागा बनाने के लिए सबसे पहले अमीर राय के शिष्यों को ढोकर कच्चे पोएख में ढोलें से बनाया जाता है। ध्यान रखें कि पत्ते अधिकांश अनुयायी नहीं, ताकि उनकी ताजगी और पोषण बने रहें। फिर इसे एक वास्तुशिल्प में नामांकित वास्तुशिल्प पर स्मारक। अगर आपके पास मिट्टी के टुकड़े नहीं हैं, तो लोहे की मिट्टी में बना लें.
सागा रेसिपी जानें
अब सरसों के तेल में हींग, लहसुन और लाल साबुत मिर्च का तड़का। इस कारखाने को सागा में अच्छी तरह से मिला लें. यह तड़का सागा का स्वाद और भी बेहतरीन बना देता है. धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे खत्म होने लगी, ताकि सागा का पूरा स्वाद तेल में समा जाए। इसमें कुछ लोग अदरक और मक्के का आटा भी खाते हैं, जो इसे और भी स्वादिष्ट बनाते हैं. इस सागा का स्वाद ऑनलाइन शुद्ध और देसी होता है, परिसंपत्ति ही स्वास्थ्यवर्धक भी है।
गृहिणियों के लिए यह सलाह दी जाती है कि सागा पकाने के दौरान हमेशा कच्ची पोटीन का उपयोग करें और सागा को अधिक मात्रा में न डालें। इससे सागा का स्वाद और पोषण दोनों ही कायम रहते हैं। ओरिजिनल में यह सागा न केवल शरीर को गर्माहट देता है, बल्कि यह एक स्वास्थ्यवर्धक और स्वादिष्ट व्यंजन भी है।
पहले प्रकाशित : 2 दिसंबर, 2024, 14:24 IST
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