सेहत – होठों की देखभाल के टिप्स: समुद्र में नर्म और गुलाबी होठों के लिए देशी घी का अचूक तेल, जानें कैसे किया जाता है इस्तेमाल?
बागेश्वर. उत्तराखंड के बागेश्वर जैसे कई पहाड़ी इलाकों में आज भी कई घरेलू घरेलू नुस्खे मौजूद हैं और ये असल में यहां के उद्योग भी साबित होते हैं। दोस्तों में एक घरेलू सामान पर देशी घी का सामान है। इसे खरीदने के कई फायदे होते हैं। पहाड़ के लोग इसे समुद्र के मौसम में अधिक उपयोग करते हैं। स्थानीय 18 से बातचीत करते हुए स्थानीय महिलाओं और घरेलू नुस्खों के विशेषज्ञ किरन पैंडेज़ में बताया गया है कि देशी घी में कई प्राकृतिक पोषक तत्व निकलते हैं, जिसके कारण यह स्कोर को शानदार बनाना, चमकीला बनाए रखना, कालापन कम करना, गुलाबीपन कमाना, समीक्षा से बचना , दवा बनाए रखना, जलन को शांत करना और दवाओं को स्वस्थ बनाए रखना में सहायक होता है।
उन्होंने कहा कि देशी घी में कई पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो मसालों की देखभाल में पोषक तत्व पाए जाते हैं। बाज़ार में सामान की त्वचा का अक्सर सुख मिलता है। देशी घी एक प्राकृतिक रसायनज्ञ की तरह काम करता है और मसाले लंबे समय तक स्टॉक में रहता है। घी में मौजूद बैल्जिया स्टेरॉयड का कालापन कम करने में सहायक होता है। नियमित यूज़ से कार्टून में गुलाबीपन आना लगता है। घी सामानों की खेती की गहराई में निवेशक उन्हें और स्वस्थ बनाए रखने में मदद करते हैं। अगर स्टॉक में जलन हो रही हो, तो घी का आटा, यह तुरंत राहत का मौका है।
देशी घी से मालिश करने का तरीका
देशी जड़ी बूटियों से मसाज करने का सही तरीका अपनाएं ताकि अच्छा परिणाम मिल सके। एक देशी घी में एक पिठ्ठू हल्दी। इस मिश्रण को कार्टून पर रखें मुलायम हाथों से मालिश करें। इसे रात भर निगम पर रखा गया और सुबह गुनगुने पानी से धो लें। दिन में जब भी मोटरसाइकल लाएँ, तो थोड़ा सा घी पकड़े हाथ से लें। यह लिप बाम की तरह काम चाहता है और स्कोर्सा को रिव्यू से बचाएगा।
यूक्रेन में देशी घी क्यों जरूरी है?
समुद्र में समुद्र तट पर सब्जियों की कमी हो जाती है, जिससे त्वचा और मूंछें रूखे हो जाते हैं। बाजार में उपलब्ध कई देशी घी में रसायन पाए जाते हैं, जो त्वचा को नुकसान पहुंचाते हैं लेकिन देशी घी प्राकृतिक और रसायन मुक्त होते हैं। यह पशुचिकित्सा को प्राकृतिक पोषण और पशुचिकित्सा देता है। रात में देशी घी का यूज सबसे ज्यादा होता है. इसे हल्दी, चीनी और गुलाब जल के साथ मिलाकर भी इस्तेमाल किया जा सकता है। देशी घी का यह सरल प्लास्टिक अपनाकर आप जायके में अपने आभूषणों को और स्वस्थ बना सकते हैं।
पहले प्रकाशित : 1 दिसंबर, 2024, 15:26 IST
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