सेहत – सीमेंट के दस टुकड़ों को दूर करें यह छोटी सी चीज, मसाले और तनाव की कर देवी छुट्टियां, रस्सियों में मौजूद रहती हैं

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जमुई. समुद्र का मौसम शुरू हो गया है और इस मौसम में लोगों को ठंड, सर्दी, सरदर्द, आपदा जैसी समस्याएं होती रहती हैं। अगर आपको भी इनमें से किसी भी तरह की कोई समस्या है। टैब में आपको डॉक्टर के पास जाने की कोई आवश्यकता नहीं है। आप अपने घर के किचन में मौजूद एक-एक हिस्से से इन सभी समस्याओं का समाधान निकाल सकते हैं। जी हाँ, हम बात कर रहे हैं लौंग की। जिसमें कई प्रकार के कीटनाशक गुण पाए जाते हैं और इसके इस्तेमाल से कई प्रकार की दवाएं बचाई जा सकती हैं।

असली में बड़ा काम होता है लौंग
आयुष चिकित्सक डॉ. रास बिहारी तिवारी (बीईएमएस) ने लोकल 18 को बताया कि लौंग का स्टॉक लेना बेहद खतरनाक है। इसके लिए 3-4 लंग्स को पानी में स्टाक लें और फिर इस पानी की स्टाक लें। यह बंद नाक समुद्र तट और आराम से साँस लेने में मदद करेगा। पूर्वोत्तर से राहत पाने के लिए लौंग, अदरक और तुलसी के पत्तों की चाय बनाएं और इसे गर्म-गर्म पिएं। यह केवल गले की खराश को ठीक करता है बल्कि शरीर को गर्मी भी देता है।

लौंग के दर्द भी होते हैं
आयुष चिकित्सक ने बताया कि जोड़ों के दर्द में लौंग के तेल का प्रयोग होता है। लंगूर के तेल की कुछ बोतलें ईस्टर पर लें और इसे फर्नीचर और कनपटियों पर रखें। इससे सिर दर्द में राहत मिलती है। यदि लौंग का तेल उपलब्ध नहीं है तो आप 3-4 लौंग को प्रभावित करके कपड़ों में लपेट लें और इसे सूंघें। यह कोई विशेष दिशानिर्देश में राहत नहीं देता है, बल्कि तनाव को भी कम करता है। उन्होंने कहा कि पैथोलॉजी के दर्द में लौंग एक प्राकृतिक उपाय के रूप में काम करता है।

लौंग में यूजेनॉल (यूजेनॉल) नाम का कंपाउंड होता है, जो एक नाइचुरल पेन किलर के रूप में जाना जाता है। लौंग के तेल की मालिश से सिर दर्द में राहत मिलती है। इसके अलावा लौंग की चाय पीने से भी थकान और तनाव कम होता है।

कई प्रकाशनों में राहत मिलती है
मेडिकल मेडिसिन ने बताया कि साइनस की समस्या के लिए लौंग और शहद का मिश्रण खतरनाक है। 2-3 लौंग को पीसकर इसका पाउडर बना लें और इसमें एक चौथाई लंबाई तक का घोल बना लें। आप इसे एक दिन में दो बार ले सकते हैं। इसके अलावा, लौंग के पाउडर को हल्दी और गर्म दूध में मिलाकर पीने से साइनस की सूजन कम होती है। लौंग के सेवन पर समय ध्यान दें कि इसकी मात्रा सीमित है, क्योंकि अधिक मात्रा में सेवन करने से एसिडिटी या अन्य दुष्प्रभाव हो सकते हैं।


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