सेहत – भारत में 2050 तक तीन करोड़ हो जायेंगे! डॉक्टर बोले- 5 बातें ध्यान दें, बुढ़ापे तक जिएंगे मौज की जिंदगी
2050 तक भारत में बुजुर्ग जनसंख्या: भारत में बुजुर्ग आबादी भी तेजी से बढ़ रही है। तर्कशास्त्रियों का अनुमान है कि अगले 25 पूर्वी देशों में बुजुर्गों की संख्या में 3 गुना जुड़ाव हो जाएगा। वर्तमान में भारत में बुजुर्गों की संख्या लगभग 10.40 करोड़ (104 मिलियन) है, जो 2050 से 31.90 करोड़ (319 मिलियन) हो सकती है। विशेषज्ञ का कहना है कि बुजुर्गों की जनसंख्या से स्वास्थ्य देखभाल से जुड़े छात्रों पर औषध ध्यान देना आवश्यक है। स्वस्थ बुढ़ापा को शारीरिक, मानसिक और सामाजिक कल्याण को बढ़ावा देने का एक तरीका है, जिससे लोग स्वस्थ, स्वस्थ और पूर्ण जीवन जी सकते हैं। विशेषज्ञ का मानना है कि मरीजों के स्वास्थ्य से संबंधित मरीजों की संख्या बढ़ रही है।
एसोचैम के नेशनल काउंसिल ऑन सीएसआर के अध्यक्ष अनिल राजपूत ने इस दौरान एक पैनल पर चर्चा की कि बुजुर्गों को अपनी स्वतंत्रता बनाए रखने, सक्रिय रहने और समुदाय में पूरी तरह से शामिल होने के लिए सहायक समुदाय और समुदाय की आवश्यकता है। ग्लोबल लेवल पर बुढापा 21वीं सदी का सबसे बड़ा सोशल नॉकआउट से एक बन गया है। भारत में तीन प्रमुख दशक में योग की संख्या 3 गुना बढ़ने का अनुमान है। वृद्धावस्था देखभाल अभी भी स्वास्थ्य देखभाल का एक नया क्षेत्र है, जो ज्यादातर शहरों तक सीमित है। इसके लिए कॉर्पोरेट क्षेत्र, समाज और सरकार का सक्रिय योगदान आवश्यक है।
इस बारे में स्वास्थ्य विशेषज्ञ क्या कहते हैं?
नई के दिल्ली सर गंगाराम हॉस्पिटल के कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. सुभाष मनचंदा ने बताया योगासन में डायज, हाई ब्लड प्रेशर, जोड़ों और जोड़ों के दर्द के अनुपात को नियंत्रित करने में सहायता मिल सकती है। वैज्ञानिक अध्ययन से यह साबित हुआ है कि योग से मस्तिष्क का नुकसान कम हो सकता है और बुढ़ापे का असर भी धीमा हो सकता है। इसलिए सभी बुजुर्ग लोगों को यह सलाह दी जाती है कि वे नियमित रूप से योग करें और अपनी सेहत पर सबसे ज्यादा ध्यान दें। इससे उन्हें लम्बी उम्र तक मजबूरन से बचकर जाना पड़ा और बिना किसी परेशानी के बुढ़ापे में मदद मिली।
इन बुढ़ापे से बुढ़ापे तक रह सकते हैं निरोगी?
एम्स के जेरिएट्रिक प्रोफेसर के पूर्व प्रमुख और वरिष्ठ सलाहकार प्रोफेसर विनोद कुमार ने कहा स्वस्थ और स्वस्थ बुढापे के लिए सबसे जरूरी है कि लोग आहार का सेवन करें। खाने-पीने में परमाणु ऊर्जा संयंत्रों को शामिल करें और अनहेल्दी भोजन से पूरी तरह दूरी बना लें। सामुदायिक आवास के लिए धार्मिक स्थल बनाना भी अत्यंत आवश्यक है। लक्ष्यों से सुरक्षा मजबूत हो सकती है और सुरक्षा से बचने में मदद मिल सकती है। सभी को प्रतिदिन 30 से 60 मिनट तक फिल्मी सक्रियता या लक्ष्य अवश्य करना चाहिए। इसके अलावा लैपटॉप नींद लेना भी जरूरी है। रोजाना 7-8 घंटे अच्छी नींद जरूर लें। इन सभी बातों का ध्यान मदद बुधापे में अवशेष अवशेष मिल सकता है।
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पहले प्रकाशित : 7 दिसंबर, 2024, 11:28 IST
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