सेहत – पानी पीने के बाद भी नहीं बुझ रही प्यास? बड़ी बीमारी का है संकेत! जानिए डॉक्टर की राय…

गुमला. अमूमन अच्छे स्वास्थ्य के लिए हमें प्रतिदिन पर्याप्त मात्रा में पानी पीना आवश्यक है। लेकिन अगर पानी पीने के बावजूद आपका प्यासा नहीं बुझता और आपको बार-बार प्यास लगती है या शरीर में पानी की कमी महसूस होती है, तो बता दें कि यह कोई सामान्य समस्या नहीं है। यदि पानी के बाद भी लगातार प्यास की समस्या बनी रहती है, तो यह शरीर में किसी गंभीर सावधानी का संकेत हो सकता है। नियमित अंतराल में प्यास लगना सामान्य है, लेकिन अगर यह समस्या बढ़ जाए और पानी पीने के बाद भी आपका प्यास न बुझे, तो इसे नियमित नहीं करना चाहिए। जानिए आयुर्वेदिक चिकित्सक से पानी पीने के बावजूद प्यास न बुझाने के कारण कौन-कौन सी बीमारियाँ हो सकती हैं…

आयुर्वेद चिकित्सक ने क्या बताया
आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. पंकज कुमार ने लोकल 18 को बताया गया कि पानी हमारे शरीर के लिए बेहद महत्वपूर्ण है और प्यास लगना एक सामान्य प्रक्रिया है। अगर किसी को प्यास लगती है तो लोग पानी पीते हैं लेकिन उसके बाद भी पानी पीते हैं अगर किसी को प्यास नहीं लगती तो यह व्याधि यानी बीमारी का लक्षण है। अगर किसी को प्यास लगी है और पानी पीने के बाद भी प्यास नहीं बुझ रही है। इस तरह से आध्यात्मिक अनुष्ठान के लिए थोथे मन में पानी पी जा रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद प्यास नहीं बुझती है तो यह एक बहुत बड़ी व्याधि का कारण है।

बार-बार प्‍याज लगाना है गंभीर बीमारी का संकेत
यदि इस प्रकार से कोई भी होता है तो उसकी अग्नि मंदा होती है और पानी के सेवन से अग्नि और मंदा हो जाती है। ऐसे में पानी का सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए और ठंडा यानी कि बच्चे को पानी का सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए। जठराग्नि जो है और मंदा हो जाती है।अग्नि को प्रदीप्त करने का प्रयास करना चाहिए, जठराग्नि आपकी प्रदीप्त रहेगी और तब जब आप अपनी प्यास बुझाएंगे यानी कि आवश्यकता के अनुसार जब आप जल ग्रहण करेंगे तो आपका पाचन अच्छा होगा। जैसे कि आप आहार लेते हैं तो आपका पाचन होता है। उसी प्रकार से शरीर में जल का पाचन होना बहुत जरूरी है। इसके लिए हमें पानी प्रोपर रूप से घुघुती कर और आराम से पीएं।

आपके मरीजों के लिए बेहतरीन ठंडा पानी बनाएंगे
कभी भी एकदम ठंडा पानी नहीं चाहिए. ठंडा पानी पीने से लोग दिखते हैं कि तराश हमारी मीठी है। ठंडे पानी से हमारे कंठ को देर तक संतुष्टि मिलती रहती है, लेकिन वह व्याधि का कारण है। इसका कारण छोटी मोटी बीमारी होना कोई बड़ी बीमारी नहीं हो सकती है। हमारे शरीर में जो टेंपरेचर है उसे टेंपरेचर का जल स्ट्रक्चर चाहिए। तो ऐसे में पाचन में आसानी होगी,और उसका चारित्रिक रूप से पाचन होगा। हमारे शरीर में जितने पानी की आवश्यकता होती है उसका मतलब है कि एक सामान्य व्यक्ति को प्रतिदिन लगभग 2 से 3 किलोलीटर पानी का सेवन करना चाहिए। यह हमारे स्वास्थ्य के लिए अच्छा रहेगा।

जानें कौन सी है बीमारी
पानी पीने के बाद भी आपको बार-बार प्यास लगती रहती है। जैसे कि आपको पॉलिडिप्सिया, वर्टिकल इन्सिपिडस, डिहाइड्रेशन आदि बीमारी हो सकती है। जिसमें व्यक्ति को बार-बार प्यास लगती है, और पानी पीने के बावजूद प्यास नहीं बुझती है। इसके कारण शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी हो सकती है। आयुर्वेद और छात्रावास से होता है.


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