सेहत – आपके शरीर को हर दिन चाहिए ये 13 विटामिन, क्या हैं ये काम और कौन सी चीजें, यहां जानें इनके बारे में सबकुछ
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13 विटामिन के कार्य: विटामिन ऐसी चीज है जिसके बिना हमारा शरीर एक भी काम नहीं कर सकता। शरीर के हर काम के लिए विटामिन की जरूरत होती है। इसलिए शरीर के रग-रग में विटामिन होता है। विटामिन न सिर्फ हमारे शरीर को ताकत देता है बल्कि इसकी कई शर्तें भी सीखी जाती हैं। जब भी शरीर में खून की चोट लगती है या कटकर का पता चलता है तो विटामिन ही मदद करता है। विटामिन के कारण ही हमारा इमामत सिस्टम बनता है। शरीर की सबसे प्रभावी प्रक्रिया है सबमें विटामिन मदद करता है। विटामिन के बिना हम कुछ दिन ही जिंदा रहेंगे। ऐसे में आप जानते हैं कि किस प्रकार के विटामिन होते हैं और इसके क्या-क्या काम होते हैं।
13 विटामिन के क्या-क्या हैं काम
विटामिन ए- दांतों में विटामिन ए विटामिन ए बहुत जरूरी है। अगर शरीर में विटामिन ए की कमी हो जाए तो रतौंधी, हाइपरकेरेटोसिस की बीमारी हो सकती है। विटामिन ए के लिए आप हरी पत्तेदार सब्जियां, खासकर पालक, मौसमी, अमरूद, दूध, टमाटर, संतरे, गाजर, गोभी आदि का सेवन करें।
विटामिन बी 1-विटामिन बी 1 को थायमिन भी कहा जाता है। थियामीन कार्बोहाइड्रेट हाइड्रैट को ऊर्जा में बदलने में मदद करता है। हार्ट के फंक्शन और नर्व सेल्स के लिए भी थियामिन बहुत जरूरी है। इसकी कमी से बेरीबेरी की बीमारी हो जाती है। इसके लिए फल, आलू, शकरकंद, मटर, मक्का, काजू, बादाम, दूध, बींस, खजूर आदि का सेवन करें।
विटामिन बी 2-विटामिन बी 2 को राइबोफ्लोविन भी कहा जाता है। यह बहुत जरूरी विटामिन है. यह खून में आरबीसी को बनाने में मदद करता है और शरीर के विकास में भाग लेता है। इसकी कमी से रुकावट हो सकती है और आंखों में घाव हो सकता है। इसके लिए आप केला, खजूर, चंदन, मोती, मटर, पामकिन और पॉपकॉर्न का उपयोग कर सकते हैं।
विटामिन बी 3- विटामिन बी 3 को नियासीन भी कहते हैं। यह विटामिन सिल्क और आर्किटेक्चर को मशीनरी बनाने में मदद करता है। इस विटामिन के हाई डोज से ट्राइग्लिसराइड्स कम होता है। विटामिन बी 3 की कमी से पेलेग्रा रोग होता है। इसके लिए आप मीट, मछली, अंडा, दूध, अनाज, मूंग, अमारूद आदि सब कुछ पा सकते हैं।
विटामिन बी 5-इसे पेंटोटेनिक एसिड कहा जाता है। यह खून की कोशिकों को बनाने में मदद करता है। इसके साथ ही यह भोजन से ऊर्जा बनाने में भी मदद करता है। इसकी कमी से सिर दर्द, थकान और हाथों-पैरों में सुन्नपन आ जाता है। इसके लिए आप फूलगोभी, ब्रोकली, बंदगोभी, साबुत अनाज, शकरकंद, बादाम, बादाम आदि का सेवन करें।
विटामिन बी 6-इसमें पायरीडॉक्सिन कहा जाता है। यह ब्लड सेल्स और ब्रेन फंक्शन के लिए बहुत जरूरी है। इसे प्रोटीन बनाने में भी मदद मिलती है। विटामिन बी 6 तरह के एंजाइम वाल स्टॉक में भाग लेता है। इसकी कमी से होने वाली माइक्रोसाइकिटिक प्लांट की बीमारी है. इसके लिए आपको दूध, दही, अण्डा, हरे पत्ते की सब्जी, हरे पत्ते का सेवन करना चाहिए।
विटामिन बी 7-विटामिन बी 7 को बायोटिन भी कहा जाता है। यह प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट कार्बोहाइड्रेट के मेटोबोलिज्म में महत्वपूर्ण भूमिका है। यह हार्मोन और ओलेग भी है। इसके कमी से बाल सभी जुड़े हुए हैं और धीरे-धीरे-धीरे-धीरे घटते घटते जा रहे हैं। इसके लिए अंडा, दूध, केला आदि का सेवन करना चाहिए।
विटामिन बी 9-विटामिन बी 9 को फोलेट कहा जाता है। यह बी 12 के साथ मिलकर रेड ब्लड सेल्स बनाता है। यह डीएनए के निर्माण में मदद करता है। गर्भवती महिलाओं को विटामिन बी 9 की सबसे ज्यादा जरूरत होती है। इसकी कमी से बच्चे में अपंगता आ सकती है। इसके लिए ग्रीन लीफदार कंपनी, साइट्रस लाइक, बींस, ग्रीन मटर, नट्स, अंडा, जिंक उत्पाद आदि का सेवन करना चाहिए।
विटामिन बी 12- विटामिन बी 12 बहुत ही महत्वपूर्ण विटामिन है। यह शरीर की कई दुकानों में भाग लेता है। यह ब्लड, डीएनए-आरएनएन से लेकर मेटाबोलिज्म तक के लिए जरूरी है। इसकी कमी से नसें लंज-पंज हो जाएगा। इसके कमी से भी लक्षण, थकान, कमजोरी, डायरिया, उल्टी आदि होती है। इसके लिए आप मटन, चिकन, मछली, फोर्टि फाइट अनाज, अंडा, छाछ, गाय का दूध, हरी पत्तीदार चावल आदि का सेवन करें।
विटामिन सी-इसे एस्कॉर्बिक एसिड कहा जाता है। ये एंटीऑक्सीडेंट्स हैं, मसूड़े डेंट, मसूड़े ज़ामिक रहते हैं। यह शरीर में आयरन को एब्जॉर्ब करता है। इसकी कमी से स्कर्वी रोग होता है। इसके लिए मौसमी फल, ब्लैक करंट, ब्रो, बकरी का दूध, काजू आदि का सेवन करना चाहिए।
विटामिन डी-यह बहुत जरूरी विटामिन है. यह शरीर में कैल्शियम का अवशोषण करता है। अगर विटामिन डी न हो तो हड्डियाँ चटकने। मसालों में विटामिन डी के लिए भी बहुत जरूरी है। इसकी कमी से रिक स्टेट्स और ऑस्टियोपोरोसिस की बीमारी होती है। यह सबसे बड़ा स्रोत सूरज की रोशनी है। इसलिए इसे सनसाइन विटामिन भी कहा जाता है। हर दिन करीब 10-15 मिनट धूप में रहने से विटामिन डी मिल जाता है।
विटामिन ई-विटामिन ई भी एंटीऑक्सीडेंट है. इसे टोकोफेरॉल भी कहा जाता है. यह खून बनाने में मदद करता है। विटामिन ई की कमी से दिल की बीमारी, हीमोलाइसिस और नपुंसकता होती है। इसके लिए आलू, कद्दू, अमरूद, आम, दूध, बादाम और बीजों का सेवन करना चाहिए।
विटामिन के-विटामिन के खून को थक्के समुद्र तट में काम करता है. जब तक खून आना शुरू हो जाता है तब तक यह बंद नहीं होता जब तक कि विटामिन के खून में थक्का या फेकनुमा न बन जाए। इसकी कमी से हेमरेज़ हो सकता है। इसके लिए टमाटर, ब्रोकली, काजू, मीठा, आम और फलों का सेवन करना चाहिए।
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पहले प्रकाशित : 5 दिसंबर, 2024, 14:47 IST
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