दुनियां – शपथ ग्रहण से पहले बंधकों को रिहा नहीं किया तो अंजाम बुरा होगा… ट्रंप ने हमास को दिया अल्टीमेटम – #INA

अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को चेतावनी दी कि अगर 20 जनवरी, 2025 से पहले गाजा पट्टी में बंधकों को रिहा नहीं किया गया, तो इसका गंभीर परिणाम भुगतना होगा. ट्रंप ने सोशल मीडिया पर अपने बयान में कहा, ‘यदि बंधकों को मेरी राष्ट्रपति पद की शपथ ग्रहण तिथि से पहले रिहा नहीं किया गया, तो मिडिल ईस्ट में तूफान आ जाएगा. यह उन लोगों के लिए होगा, जिन्होंने मानवता के खिलाफ इन अत्याचारों को अंजाम दिया है.
2023 में इजराइल पर हमास के हमले के दौरान 250 से अधिक लोगों को बंधक बना लिया गया था. इनमें से कई लोग द्वि-राष्ट्रीय नागरिक हैं, जिनमें अमेरिकी-इजराइली नागरिक भी शामिल हैं. मौजूदा रिपोर्ट्स के अनुसार, अभी भी गाजा में 101 से अधिक विदेशी और इजराइली बंधक हैं, जिनमें से लगभग आधे के जीवित होने की संभावना है. ट्रंप ने इस मामले में यह पहली बार कड़ा रुख अपनाते हुए यह बयान दिया. उन्होंने कहा कि दोषियों पर इतिहास में किसी भी समय की तुलना में सबसे बड़ा हमला किया जाएगा.
हमास-इजराइल के बीच जंग जारी
हमास ने बंधकों की रिहाई के लिए शर्त रखते हुए युद्धविराम और गाजा से इजराइली सेना की पूरी वापसी की मांग की है. हालांकि, इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने स्पष्ट किया है कि जब तक हमास पूरी तरह समाप्त नहीं हो जाता और इजराइल के लिए खतरा नहीं बनता, युद्ध जारी रहेगा. इजराइल ने 7 अक्टूबर, 2023 को हमास के हमले के जवाब में गाजा पर व्यापक सैन्य अभियान शुरू किया था.
युद्ध के दौरान मारे गए इतने बंधक
हमास ने सोमवार को दावा किया कि गाजा में 33 बंधक युद्ध के दौरान मारे गए हैं, हालांकि उन्होंने उनकी राष्ट्रीयताओं का खुलासा नहीं किया. इस बीच, गाजा की स्थिति लगातार खराब हो रही है, जहां इजराइली हमलों में अब तक 44,400 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. गाजा के अधिकारियों का कहना है कि युद्ध ने इस क्षेत्र को खंडहर में बदल दिया है और अधिकांश आबादी विस्थापित हो गई है.
गाजा पर हमास का हमला और इजराइली प्रतिक्रिया
हमास ने 2023 के अपने हमले में इजराइली समुदायों को निशाना बनाया, जिसमें 1,200 लोग मारे गए थे. इस हमले के बाद इजराइल ने गाजा पर अपनी अब तक की सबसे व्यापक सैन्य कार्रवाई शुरू की. इजराइली सेना ने इस अभियान को हमास के खतरे को समाप्त करने के लिए अपरिहार्य बताया.
बंधकों की रिहाई पर बढ़ता अंतरराष्ट्रीय दबाव
अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने इस मुद्दे को लेकर अपनी चिंताएं जताई हैं. बंधकों की रिहाई को लेकर बढ़ते दबाव के बीच, ट्रंप का बयान गाजा संकट को लेकर अमेरिका की सख्त नीति का संकेत देता है. हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि उनकी चेतावनी के बाद बंधकों की रिहाई में कोई प्रगति होगी या नहीं.
क्या हैं गाजा के हालात ?
गाजा पट्टी में मानवीय संकट भयावह स्तर पर पहुंच गया है. बुनियादी सुविधाएं नष्ट हो चुकी हैं और अधिकांश आबादी विस्थापित हो चुकी है. इजराइली सैन्य कार्रवाई के कारण लाखों लोग घर छोड़ने पर मजबूर हुए हैं. युद्ध के कारण गाजा के स्वास्थ्य ढांचे और जीवनयापन की स्थितियों पर भी गहरा प्रभाव पड़ा है.
ट्रंप की चेतावनी का असर
डोनाल्ड ट्रंप की चेतावनी से यह स्पष्ट है कि अमेरिका बंधकों की रिहाई को प्राथमिकता देने के लिए कड़े कदम उठाने को तैयार है. उनका यह बयान हमास और इजराइल के बीच तनावपूर्ण स्थिति को और जटिल बना सकता है. अब देखना यह होगा कि ट्रंप के इस सख्त रुख का बंधकों की रिहाई और मध्य पूर्व के हालात पर क्या असर पड़ता है.

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सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम

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