अररिया में 13 अग्निशमन वाहन के भरोसे 718 गांव की आबादी, पांच थाने को गाड़ी भी नहीं संसाधनों की कमी मार्च व अप्रैल में पछिया चलने से आग लगने की बढ़ती है घटना
मिंटू राय संवाददाता अररिया

अररिया 13 अग्निशमन वाहन के भरोसे जिले के करीब 32 लाख का आबादी निर्भर है। जिले में कुल 718 गांव है, अगर गांव के हिसाब से दमकल का आकलन किया जाए तो 55 गांव पर एक अग्निशमन वाहन है। दरअसल आगामी मार्च महीने से गर्मी शुरू हो जाएगी और पछिया हवा चलने से जिले के विभिन्न हिस्सों में आग लगने की घटनाएं तेज हो जाती है।
वैसे तो अररिया में आम तौर पर सालों भर आग लगने की घटनाएं होती है, लेकिन इस मौसम में इसमें अप्रत्याशित वृद्धि हो जाती है।
समय पर अग्निशमन वाहन नहीं पहुंचने पर आग लगने की घटना होने पर पीड़ितों को तुरंत मदद नहीं पहुंच पाती है। हालत यह है कि आग लगने पर उसे बुझाने के लिए जिले भर में अग्निशमन विभाग के पास सिर्फ 13 छोटे-बड़े दमकल उपलब्ध हैं।
इसमें दो बड़ा, एक 407 मीडियम और मिस-टेक्नोलॉजी वाहन हैं। गांव की संकीर्ण गलियों में आग पर काबू पाने में मिस टेक्नोलॉजी वाहन का इस्तेमाल किया जाता है। जिला अग्निशमन पदाधिकारी ने बताया कि जिले में कुल 13 अग्निशमन वाहन हैं। 13 अग्निशमन वाहन के भरोसे जिले के 718 गांव है अर्थात 55 गांव 1 अग्निशमन वाहन के भरोसे है। जिला अग्निशमन कार्यालय के अनुसार ताराबाड़ी, कुर्साकांटा, सिकटी थाना व बैरगाछी, अररिया आरएस थाना को अब तक वाहन नहीं मिल पाया है। जबकि आग लगने की अधिकांश घटना ताराबाड़ी थाना क्षेत्र में ही होती है। अग्निशमन वाहन के देरी से पहुंचने पर आग लगने की घटना से जानमाल का अधिक नुकसान होता है।