देश – शेयर ट्रेडिंग के नाम पर गाजियाबाद के उमेश से ठगे थे 67 लाख, पकड़ा गया शातिर देवेश – #INA
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Ghaziabad News :
गाजियाबाद के साइबर थाना पुलिस ने एक बड़े साइबर ठग को नगर कोतवाली क्षेत्र से गिरफ्तार किया है। बीटेक पास इस शाति का नाम देवेश गौर है और यह जोधपुर, राजस्थान का रहने वाला है। एडीसीपी क्राइम सच्चिदानंद ने बताया कि देवेश गौर फर्जी ट्रेडिंग एप के जरिए शेयर ट्रेडिंग के नाम पर बड़ी ठगी करता था। देवेश ने गाजियाबाद के उमेश से शेयर ट्रेडिंग के नाम पर ही 67 लाख रुपये विभिन्न खातों में निवेश के नाम पर ट्रांसफर कराए थे। जब उमेश का ठगी होने का पता लगा तो जुलाई में साइबर थाने में एफआईआर दर्ज कराई। साइबर थाना पुलिस की टीम तभी से मामले की जांच में जुटी थी।
फर्जी एप से करता था सारा खेल
एडीसीपी सच्चिदानंद ने बताया कि देवेश गौर ने भोले भाले लोगों को फंसाने के लिए E-Trades के नाम से एक फर्जी शेयर ट्रेडिंग एप बनाया। वह इसे ग्रुप पर लिंक भेजकर अपलोड कराता था। इस एप में निवेश की गई रकम और उस पर शेयर ट्रेडिंग से आमदनी होती दिखती थी। वह लोगों को शेयर ट्रेडिंग में मोटे मुनाफे का लालच देकर फंसाता था। शुरू में लोग निवेश के लिए कम पैसा ट्रांसफर करते थे लेकिन जब उन्हें एप में मुनाफा होता दिखता था तो वह और रकम ट्रांसफर करने को राजी हो जाते थे।
कर्ज होने पर शुरू किया था यह काम
एडीसीपी ने बताया कि पूछताछ के दौरान देवेश गौर ने बताया कि उस पर काफी कर्ज हो गया था। कर्ज से मुक्ति पाने के लिए उसने कमाई का यह शॉर्ट कट तरीका अपनाया था। साइबर पुलिस के हत्थे चढ़े शातिर ने पूछताछ के दौरान बताया कि उसने बीटेक की पढ़ाई की है। कुल 22 साल का देवेश बताता है कि उस पर काफी कर्ज हो गया था, कर्ज से उबरने के लिए उसने यह काम शुरू किया। E-Trades के नाम से एक फर्जी शेयर ट्रेडिंग एप बनाया, जिसे देखकर लोगों का लगता था कि वह शेयर ट्रेडिंग कर रहे हैं।
उमेश से दो माह में ठगे थे साढ़े 67 लाख
शातिर ने गाजियाबाद के उमेश कुमार को 7 मई, 2024 को व्हाट्स एप ग्रुप से जोड़ा था। ग्रुप पर लिंक भेज कर फर्जी शेयर ट्रेडिंग एप E-Trades डाउनलोड कराया। शेयर ट्रेडिंग एप में अकाउन्ट खुलवाकर निवेश के बहाने 7 मई, 2024 से 8 जुलाई, 2024 तक वादी से कुल 67,51,409 रूपये भिन्न-2 खातों में ट्रांसफर कराकर ठगी की गई। उक्त घटना के संबंध उमेश कुमार ने 9 जुलाई, 2024 को थाना साइबर क्राइम पर मुकदमा दर्ज कराया था। मामले की जांच के दौरान शुक्रवार को देवेश गौर पुत्र मदन मोहन गौर निवासी जोधपुर, राजस्थान को नगर कोतवाली क्षेत्र गाजियाबाद से गिरफ्तार किया गया।
चार राज्यों के चार मामले खुले
अभियुक्त से पूछताछ के दौरान आन्ध्र प्रदेश के जिला गुंटूर, पश्चिम बंगाल के जिला कोलकाता, तेलंगाना के साइबराबाद एवं गाजियाबाद की कुल चार मामलों का खुलासा हुआ है। उमेश को अपने साथ हुई ठगी का तब पता लगा जब उन्होंने ट्रेडिंग अकाउंट से पैसे निकालने का प्रयास किया। शातिर ने पैसे निकालने के लिए भी उमेश से निवेश के नाम पर रकम ट्रांसफर कराई और बाद ग्रुप ही डिलीट कर दिया। तब उमेश को ठगी की जानकारी हुई।
देवेश के साथी छैल सिंह की तलाश
देवेश गौर ने बताया कि जोधपुर निवासी छैल सिंह राठौर को अपना बैंक खाता बेचा था। छैल सिंह राठौर ने खातें मे जो भी पैसा आयेगा उसे बराबर-बराबर बांटने की बात कही थी। छैल सिंह को उक्त खाते की पासबुक, चैक बुक, एटीएम दे दिये थे । मेरे इस खाते में लेन- देन से संबंधित जो मैसेज व ओटीपी आते थे, उन्हे वह छैल सिंह राठौर को भेज देता था। छैल सिह राठौर ने देवेश गौर के नाम पर मनोहर ज्वैलर्स, जोधपुर के यहाँ से 1.88 लाख के जेवरात खरीदे थे तथा उसका पेमेंट देवेश गौर के खाते से किया था। पुलिस छैल सिंह को तलाश कर रही है।
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सौजन्य से ट्रिक सिटी टुडे डॉट कॉम
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