आगरा में विकास कार्य के नाम पर ठेकेदार ने दर्जन भर पेड़ों को काटा,सुबूत मिटाने के लिए पेड़ों के अवशेष का जेसीबी की सहायता से किया सफाया
अछनेरा। एक तरफ जहाँ पेड़ों के कटान पर सुप्रीम कोर्ट सख्त है तो वहीं दूसरी ओर पेड़ों के काटे जाने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। दरसल किरावली रेंज में इन दिनों पेड़ो का कटान धुंआधार हो रहा है। हरे-भरे छायादार पेड़ जैसे ही कही बाँधा उत्पन्न करते है। तत्काल उन्हें जड़ समेत उखाड़कर काट पीटकर ठिकाने लगा दिया जाता है और जब मामला उजाकर होता है तो वन विभाग के कुछ कर्मचारी पहले तो मामले को दबाने की कोशिश करते है।
जब बात नही बनती है तो कार्यवाही के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति होती है। पूर्व में भी अछनेरा-किरावली मार्ग स्थित एक कॉलोनी में कई दर्जन पेड़ो को काटा गया था। जब मामला बहुत ज्यादा वायरल हुआ तो वन रक्षक पुनीत पाल बघेल के द्वारा छ: लोगो के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया गया था।जिसमें एक अपने आप को वन विभाग का कर्मचारी बताने वाला व्यक्ति भी शामिल था। उक्त मामले के बाद अब एक ठेकेदार के द्वारा गाँव पुरामना मे सरकारी कार्य मे बाँधा बन रहे दर्जनों छायादार पेड़ो को नीम खुदाई के दौरान जेसीबी से उखाड़ दिये गये। जिसमें किसान ने वन विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुये शिकायत की है। इस संबंध में वन रक्षक पुनीत पाल बघेल ने बताया कि मैं मौके पर गया था जहाँ सात पेड़ व झाड़ियां जड़ समेत उखड़े हुये मिले। सात पेड़ो में एक पापड़ी माप 154सेमी. एक खाडियार 152सेमी. व पाँच खजूर 100सेमी शामिल थे। इसमें ठेकेदार लक्ष्मण सोलंकी के खिलाफ वन विभाग में मुकदमा दर्ज किया गया।