राष्ट्रीय लोक अदालत में विभिन्न बैंकों के ऋण धारकों ने लिया लाभ..समझौते के तहत अपने ऋण खाते को कराया बंद।

राष्ट्रीय लोक अदालत में स्टेट बैंक एवं बैंक ऑफ़ बड़ौदा के शाखा प्रबंधक की नहीं दिखी कोई रूचि, *समय से पहले ही अपने लगे हुए स्टाल को समेटा ।

(दुद्धी सोनभद्र )दुद्धी तहसील मुख्यालय पर आज 14 दिसंबर को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन हुआ ,जिसमें दुद्धी तहसील क्षेत्र के क्षेत्रीय ग्रामीण एवं राष्ट्रीयकृत बैंक के शाखा प्रबंधकों एवं बैंक कर्मियों के द्वारा सुबह 10:00 बजे से दोपहर 2:00 तक तहसील परिसर में अपने-अपने बैंक के बैनर के तले स्टॉल लगाया गया और ऋण खाता धारकों के समस्याओं का समाधान किया।

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जिसमें इंडियन बैंक के 7 शाखाओं से कुल 9 लाख रुपए तक के ऋण खातो को समझौते के तहत बंद करते हुए, 2,71000 रु की वसूली की गई आर्यावर्त बैंक के विभिन्न शाखाओं के प्रबंधको के द्वारा लगभग 2 लाख की वसूली करते हुए, लगभग 12 खातो को बंद किया, बैंक ऑफ़ इंडिया दुद्धी के द्वारा लगभग ₹30000 की वसूली करते हुए 5 ऋण खातो को समझौते के तहत बंद किया गया,राष्ट्रीय लोक अदालत के दौरान देखा गया भारतीय स्टेट बैंक दुद्धी व बैंक ऑफ़ बड़ौदा दुद्धी शाखा के बैंककर्मी दोपहर 12:30 के बाद उनकी लगी हुई स्टालों पर लगी कुर्सियां खाली दिखाई दे रही थी,जिसे देखने से यह प्रतित होता है ,कि राष्ट्रीय लोक अदालत में उनकी कोई रुचि नहीं है। इस संबंध में शाखा प्रबंधक देवेंद्र से बात की गई तो उन्होंने बताया कि कोई ग्राहक नहीं आ रहे थे,इसलिए समय से पहले ही लगभग 1:00 हम राष्ट्रीय लोक अदालत से वापस चले आए। शाखा प्रबंधक अंबर पटेल ,विजय सिंह ,वीरेंद्र चौरसिया, हरि मोहन आनंद, आनंद कुमार महेंद्र कुमार,बीसी संजय कुमार, प्रमोद कुमार विशाल चौरसिया पवन कुमार अशोक कुमार सहित अन्य बैंक कर्मी मौजूद रहे।

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