मुख्यमंत्री ने प्रगति यात्रा के दूसरे चरण में वैशाली जिले को 276 करोड़ 80 लाख रुपये की दी सौगात…344 विकासात्मक योजनाओं का किया उद्घाटन एवं शिलान्यास।

संवाददाता -राजेन्द्र कुमार

वैशाली – मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज प्रगति यात्रा के क्रम में वैशाली जिला को 276 करोड़ 80 लाख रुपये की सौगात दी। मुख्यमंत्री ने रिमोट के माध्यम से 344 विकासात्मक योजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया। इसके अंतर्गत 113 करोड़ 37 लाख रुपये की लागत से 118 योजनाओं का उ‌द्घाटन तथा 163 करोड़ 43 लाख रुपये की लागत से 226 योजनाओं का शिलान्यास शामिल है।

प्रगति यात्रा के क्रम में मुख्यमंत्री ने वैशाली जिले के पटेढ़ी बेलसर प्रखंड स्थित नगवां ग्राम पंचायत में जल-जीवन-हरियाली अभियान के अंतर्गत सौंदर्गीकृत कराए गए पोखर का मुआयना किया एवं पोखर में मछली का जीरा छोड़ा। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि काफी अच्छे ढंग से यह पोखर बन गया है। हमलोग जल-जीवन-हरियाली अभियान के अंतर्गत पूरे बिहार में सार्वजनिक कुओं, तालाबों, पोखरों आदि का जीर्णोद्धार एवं सौंदर्गीकरण करा रहे हैं। जीवन के लिए जल अति आवश्यक है। जल का संरक्षण करना हर व्यक्ति का दायित्व है। वैशाली जिले में जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत निर्मित 11 जलाशयों को जीविका संपोषित ग्राम संगठनों को अगले पांच वर्षों के लिए निःशुल्क आवंटित किया गया।

साथ ही इन जलाशयों के रख रखाव हेतु संबंधित ग्राम संगठनों को प्रारंभिक राशि 31 लाख 50 हजार रूपये की स्वीकृति पत्र एवं जीविका पोषण ई-रिक्शा की चाबी मुख्यमंत्री ने जीविका दीदियों को प्रदान किया।

मुख्यमंत्री ने वैशाली जिला से संबंधित विकासात्मक योजनाओं का रिमोट के माध्यम से उद्घाटन एवं शिलान्यास किया।

मुख्यमंत्री ने पटेढ़ी बेलसर प्रखंड के ग्राम नगवां में आदर्श पुस्तकालय सह कैरियर विकास केंद्र का शिलापट्ट अनावरण कर लोकार्पण किया। लोकार्पण के पश्चात् नवनिर्मित आदर्श पुस्तकालय का मुआयना कर उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी ली। जीविका दीदियों को मुख्यमंत्री ने आदर्श पुस्तकालय सह कैरियर विकास केंद्र की चाबी प्रदान की। जीविका दीदियों ने मुख्मयंत्री के आगमन पर स्वागत गान प्रस्तुत किया।

राजकीय मध्य विद्यालय नगवां के प्रांगण में जीविका दीदियों एवं विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गये प्रदर्शनी का मुख्यमंत्री ने अवलोकन किया। अवलोकन के क्रम में मुख्यमंत्री ने 11 हजार 160 स्वयं सहायता समूहों को 135 करोड़ रूपये का सांकेतिक चेक, 1253 सतत् जीविकोपार्जन योजना से जुड़े लाभार्थियों को 4 करोड़ 50 लाख रुपये का सांकेतिक चेक एवं बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना का स्वीकृति पत्र लाभुकों को प्रदान किया।

प्रगति यात्रा के क्रम में जीविका दीदियों के साथ संवाद कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शामिल हुए। जीविका दीदियों ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया एवं संवाद कार्यक्रम में उन्हें अपने अनुभव तथा समस्याओं से अवगत कराया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपकी जो भी समस्याएं और आवश्यकताएं हैं, उसको पूर्ण किया जाएगा। पूरे बिहार में जीविका दीदियां काफी अच्छा काम कर रही हैं। स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं को जीविका दीदी नाम हमने ही दिया, इसे भूलियेगा मत। इससे प्रेरित होकर उस समय की केंद्र सरकार ने देश भर में इसका नाम आजीविका किया। प्रगति यात्रा के माध्यम से जगह-जगह जाकर जीविका दीदियों से बात करते हैं। वर्ष 2006 में हमलोगों ने विश्व बैंक से कर्ज लेकर बिहार में स्वयं सहायता समूहों की संख्या बढ़ायी, जिसका परिणाम है कि आज बिहार में स्वयं सहायता समूहों की संख्या बढ़कर 10 लाख से अधिक हो गई है, जिनसे 1 करोड़ 31 लाख महिलाएं जुड़ी हैं।

हम लोगों ने अब शहरी क्षेत्रों में भी महिलाओं को स्वयं सहायता समूहों से जोड़ने का काम शुरू किया है। स्वयं सहायता समूहों से जुड़कर महिलाओं की स्थिति में काफी बदलाव आया है। स्वयं सहायता समूहों से जुड़नेवाली महिलाओं को प्रशिक्षण भी दिया जाता है। पहले महिलाएं घर से बाहर नहीं निलकती थी। अब वे बेधड़क अपना कारोबार कर रही हैं। ठीक ढंग से लोगों से बाते भी करने लगी हैं। यह देखकर मुझे काफी खुशी होती है।

पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले बिहार में स्वयं सहायता समूह की संख्या काफी कम थी। हम जब केंद्र सरकार में मंत्री थे तो कई जगहों पर जाना होता था, वहां पर स्वयं सहायता समूह को देखते थे। बिहार में जब हमको काम करने का मौका मिला तो हमने वर्ष 2006 से बिहार में बड़े पैमाने पर जीविका समूह की शुरुआत करायी। इसको देखकर उस समय की केंद्र सरकार ने ‘आजीविका’ नाम से पूरे देश में योजना शुरु की। जीविका समूह से जुड़कर महिलाओं में काफी आत्मविश्वास आया है। जीविका दीदियां अब अपनी बातों को काफी अच्छे ढंग से रखती हैं। यह देखकर काफी अच्छा लग रहा है। हम जहां भी जाते हैं जीविका दीदियों से जरुर मुलाकात करते हैं।

बिहार में काफी तादाद में महिलाएं जीविका समूह से जुड़ी हुई हैं। 1 करोड़ 31 लाख महिलाएं जीविका समूह से जुड़ी हुई हैं। अब शहरी क्षेत्रों में भी जीविका समूह का गठन किया जा रहा है। बिहार में राजनीतिक बयानबाजी पर पूछे गये सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि हमको इससे कोई लेना-देना नहीं है। हम शुरु से काम ही कर रहे हैं। हमारी पार्टी के लोगों ने दो बार गलती कर दी, अब आगे से ऐसा नहीं होगा। हमलोग मिलकर काम कर रहे हैं। श्रद्धेय स्व० अटल बिहारी वाजपेयी जी ने ही हमें मुख्यमंत्री बनाया था। वे मुझे काफी मानते थे। वही चाहते थे कि हम बिहार के मुख्यमंत्री बने।

मुख्यमंत्री ने प्रगति यात्रा के क्रम में नगवां गांव का भ्रमण कर लोगों की समस्याएं भी सुनीं एवं उनके तत्काल समाधान के लिए अधिकारियों को निर्देश दिया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने दिव्यांगजनों के बीच ट्राई साइकिल की चाबी का वितरण किया एवं तालाब के पास पौधारोपण भी किया। तालाब के समीप जलकुंभी उत्पाद, टिकुली एवं मधुबनी पेंटिंग से संबंधित लगाए गये स्टॉल का अवलोकन किया।

इसके पश्चात् मुख्यमंत्री ने वाया नदी में गाद की समस्या के मद्देनजर मौना पुल से वाया नदी का स्थल निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मैप के माध्यम से जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने वाया नदी के प्रवाह क्षेत्र एवं उसके वर्तमान स्थिति के संबंध में मुख्यमंत्री को अवगत कराया। इस दौरान अधिकारियों को निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वाया नदी में गाद की समस्या को दूर कराने के लिए इसकी उड़ाही कराइये। इस नदी के दोनों तरफ इसके बांध को ऊंचा कराकर उसे सुदृढ कराएं, ताकि नदी में ठीक ढंग से जल प्रवाहित हो सके।

इसके पश्चात् मुख्यमंत्री ने राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, महनार का शिलापट्ट अनावरण कर उद्घाटन किया। उद्घाटन के बाद मुख्यमंत्री ने नवनिर्मित राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान का निरीक्षण कर डिस्पेंसरी, प्रधानाचार्य कक्ष, आई०एम०सी० अध्यक्ष कक्ष, उप प्रधानाचार्य कक्ष का जायजा लिया एवं विद्यार्थियों को दी जाने वाली सुविधाओं तथा छात्रावास के संबंध में अधिकारियों से जानकारी ली।

आई०टी०आई० प्रांगण में मुख्यमंत्री ने पौधारोपण भी किया।

स्थानीय लोगों ने मुख्यमंत्री को पुष्प भेंटकर उनका अभिनंदन किया। आई०टी०आई० प्रांगण में महनार अनुमंडल से संबंधित विकासात्मक कार्यों का रिमोर्ट के माध्यम से उद्घाटन एवं शिलान्यास किया। इसके उपरांत बिहार सुधारात्मक प्रशासनिक संस्थान (BICA), हाजीपुर में माननीय मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में वैशाली जिला में चल रही विभिन्न योजनाओं की समीक्षा बैठक हुई। जिला पदाधिकारी श्री यशपाल मीणा ने पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना, हर घर नल जल योजना, मुख्यमंत्री ग्रामीण सोलर स्ट्रीट लाइट योजना, कृषि फीडर का निर्माण, मुख्यमंत्री उद्यमी योजना, पंचायत सरकार भवन निर्माण समेत अनेक योजनाओं में हुए प्रगति की जानकारी दी।

इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री श्री विजय कुमार सिन्हा, ऊर्जा, योजना एवं विकास विभाग सह प्रभारी मंत्री श्री बिजेंद्र यादव, जल संसाधन सह संसदीय कार्य मंत्री श्री विजय कुमार चौधरी, विधायकगण श्री सिद्धार्थ पटेल, श्री अवधेश सिंह, श्री मुकेश रौशन, श्री लखेंद्र रौशन, श्री संजय सिंह, श्रीमती वीणा सिंह, विधान पार्षद श्री गुलाम गौस, जदयू के प्रदेश अध्यक्ष श्री उमेश सिंह कुशवाहा, मुख्य सचिव श्री अमृत लाल मीणा, पुलिस महानिदेशक श्री विनय कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ० एस० सिद्धार्थ, श्रम संसाधन विभाग के सचिव श्री दीपक आनंद, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी श्री गोपाल सिंह, तिरहुत प्रमंडल के आयुक्त श्री सरवनन एम०, पुलिस महानिरीक्षक सुरक्षा श्री अमृत राज, पुलिस उप महानिरीक्षक तिरहुत प्रक्षेत्र श्री चंदन कुमार कुशवाहा, वैशाली जिला के जिलाधिकारी श्री यशपाल मीणा, पुलिस अधीक्षक श्री ललित मोहन शर्मा सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति एवं वरीय अधिकारी उपस्थित थे।

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