हाजीपुर में फाइलेरिया सामूहिक दवा सेवन कार्यक्रम का उद्घाटन
संवाददाता: राजेन्द्र कुमार
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वैशाली/हाजीपुर जिले के राजापाकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में हाल ही में फाइलेरिया सामूहिक दवा सेवन (एमडीए) कार्यक्रम का उद्घाटन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्घाटन प्रखंड प्रमुख प्रतिनिधि नथुनी प्रसाद सिंह, नोडल पदाधिकारी रामराज सिंह और स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। इस दौरान उपस्थित जनप्रतिनिधियों, स्वास्थ्य कर्मियों और आम जनता ने एमडीए के तहत फाइलेरिया बीमारी की रोकथाम के लिए निर्धारित तीन प्रकार की दवाइयों का सेवन किया।
फाइलेरिया: एक गंभीर समस्या
फाइलेरिया, जिसे अक्सर “हाथी पांव” के नाम से जाना जाता है, एक संक्रामक रोग है जो एडिस मच्छर के काटने से फैलता है। यह बीमारी प्रारंभ में बिना किसी लक्षण के होती है, लेकिन इसके संक्रमण के 10 से 15 वर्ष बाद यह ध्यान में आती है, जिससे व्यक्ति को बुखार, सूजन और दर्द का सामना करना पड़ता है। इस कार्यक्रम में नोडल पदाधिकारी रामराज सिंह ने बताया कि फाइलेरिया से बचाव हेतु दवाइयों का वितरण 10 फरवरी से 23 फरवरी तक किया जाएगा।
फाइलेरिया दवा का वितरण
फाइलेरिया दवा के कार्यक्रम के तहत, 91 दल सक्रिय रूप से लोगों के घरों तक पहुँचेंगे और उन्हें फाइलेरिया रोग से बचाव के लिए तीन प्रकार की दवाइयां क्रमश: एल्बेंडाजोल, डी.ई.एल, और आइवरमेक्टिन का सेवन कराएंगे। यह सुनिश्चित किया गया है कि 2 साल से कम उम्र के बच्चे, गर्भवती महिलाएं और गंभीर रूप से बीमार लोग इस दवा का सेवन नहीं करेंगे। यह कदम फाइलेरिया के खिलाफ सरकार की मुहिम को मजबूत बनाने के लिए उठाया गया है।
स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करें
फाइलेरिया के लक्षण दिखाई देने पर, नागरिकों को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करने की सलाह दी गई है। यह एक गंभीर बीमारी है, और समय पर उपचार से इसके प्रभाव को कम किया जा सकता है। स्वास्थ्य अधिकारियों ने लोगों से अपील की कि वे इस दवा सेवन कार्यक्रम में सक्रिय भाग लें और अपने परिवार के सभी सदस्यों को आवश्यक दवाइयां दिलवाएँ।
इस कार्यक्रम के तहत लोगों को जागरूक करना अत्यंत आवश्यक है, क्योंकि फाइलेरिया एक ऐसी बीमारी है जो न केवल शारीरिक स्वास्थ्य पर असर डालती है, बल्कि सामाजिक और मानसिक स्वास्थ्य पर भी बुरा प्रभाव डालती है। जागरूकता लाने और दवा के सेवन को सुनिश्चित करने के लिए इस तरह के कार्यक्रम अति महत्वपूर्ण हैं।
हाजीपुर में आयोजित होने वाला यह फाइलेरिया सामूहिक दवा सेवन कार्यक्रम, स्थानीय समुदाय के स्वास्थ्य को संरक्षित करने के लिए एक यथार्थवादी कदम है। यदि सभी नागरिक इस अभियान में भाग लेते हैं, तो निश्चित रूप से हम फाइलेरिया जैसे घातक रोग पर काबू पाने में सफल होंगे।
इस प्रकार, हाजीपुर के राजापाकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में फाइलेरिया के प्रति जागरूकता फैलाना और दवा का वितरण करना न केवल स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करता है, बल्कि समाज के विभिन्न वर्गों को एकजुट भी करता है। हम सभी का कर्तव्य है कि हम इस प्रकार के कार्यक्रमों का समर्थन करें और अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें।