यूपी- महाकुंभ के निमंत्रण पत्र बंटने शुरू, केशव मौर्य ने तेलंगाना के CM को दिया न्योता – INA
कुंभ मेले में बहुत ज्यादा समय नहीं बचा है. उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 13 जनवरी से 26 फरवरी तक महाकुंभ का आयोजन होना है. इस आयोजन को लेकर जोरों-शोरों से तैयारियां चल रही हैं. प्रयागराज महाकुंभ के निमंत्रण पत्र बांटने का सिलसिला शुरू हो चुका है. डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने तेलंगाना पहुंचकर मुख्यमंत्री अनुमुला रेवंत रेड्डी और राज्यपाल को निमंत्रण पत्र दिया.
हैदराबाद स्थित राजभवन में तेलंगाना के राज्यपाल जिष्णु देव वर्मा से भेंट कर केशव प्रसाद मार्य ने निमंत्रण दिया. इसके साथ ही हैदराबाद में ही तेलंगाना के मुख्यमंत्री अनुमुला रेवंत रेड्डी से भेंट कर महाकुम्भ मेले के आयोजन में सम्मिलित होने का आमंत्रण दिया. डिप्टी सीएम मौर्य ने तेलंगाना राज्य के लोगों से भी महाकुंभ में आने की अपील की है.
हैदराबाद में तेलंगाना के माननीय मुख्यमंत्री श्री अनुमुला रेवंत रेड्डी जी से पूर्व कैबिनेट मंत्री व लोकप्रिय विधायक श्री सिद्धार्थ नाथ सिंह जी के साथ सप्रेम भेंटकर महाकुम्भ मेला के भव्य आयोजन में सम्मिलित होने के लिए आमंत्रण दिया।
इस अवसर पर, मा0 मुख्यमंत्री जी से महाकुम्भ मेले के pic.twitter.com/OktR29Tf31— Keshav Prasad Maurya (@kpmaurya1) December 6, 2024
कई विपक्षी राज्यों के सीएम को दिया जा रहा न्योता
प्रयागराज महाकुंभ में गैर बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों को भी निमंत्रण दिया जा रहा है. सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों और राज्यपालों को आमंत्रण पत्र देने के लिए यूपी के मंत्रियों को भेजा जा रहा है, इसी के तहत डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और पूर्व मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने तेलंगाना और आंध्र प्रदेश पहुंचकर निमंत्रण पत्र देने शुरू कर दिए हैं.
महाकुंभ को लेकर खुला खजाना
महाकुंभ 2025 के लिए केंद्र सरकार ने 2100 करोड़ का अनुदान स्वीकृत किया है. इसकी पहली किस्त 1050 करोड़ भी जारी कर दी है. प्रदेश सरकार 5435.68 करोड़ महाकुंभ के आयोजन पर खर्च कर रही है. यह राशि 421 परियोजनाओं पर खर्च की जा रही है. यूपी सरकार अब तक 3461.99 करोड़ की वित्तीय स्वीकृति जारी कर चुकी है. इससे महाकुंभ का आयोजन और दिव्य व भव्य तरीके से होगा.
इस बार के महाकुंभ में श्रद्धालुओं की सुरक्षा, स्वच्छता और सभी आवश्यक सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, हाल ही में सरकार ने इसे प्रदेश का 76वां जिला घोषित किया है, जिसे महाकुंभ मेला जनपद के नाम से जाना जाएगा.