Iran-Israel Conflict: ईरान में मौत का आंकड़ा 230, इजरायल में 16 से ज्यादा बिछी लाशें, जानें किस देश को कितना नुकसान?
एजेंसी, तेहरान। Iran-Israel Conflict: ईरान और इजरायल लगातार एक-दूसरे पर मिसाइले दाग रहे हैं, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव काफी खराब नजर आ रहा है। इन हमलों में दोनों देशों के करीब 240 लोगों की मौत हो चुकी है। ईरान के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक इजरायली हमने में आम जनता के साथ-साथ 230 से ज्यादा लोग मारे गए हैं।
तेहरान पर इजरायल लगातार मिसाइलें दाग रहा है, जिससे स्थिति काफी गंभीर होती जा रही है। वहीं, दूसरी ओर इजरायल की राजधानी तेल अवीव पर ईरान भी हमले कर रहा है। ऐसे में, आइए जानते हैं कि 3 दिन से चल रहे इस युद्ध से दोनों देशों पर क्या प्रभाव पड़ रहा है।
बता दें कि ईरान ने इजरायल पर 100-200 बैलिस्टिक मिसाइलें और ड्रोन से हमला किया है, जिसमें मिलिट्री और इंफ्रास्ट्रक्चर को निशाने पर लिया गया है।
इजरायल पर युद्ध का प्रभाव
- तेल अवीव की कई बिल्डिंग्स नष्ट हो गईं।
ईरानी हमले से 16 से ज्यादा मौत और 100 से ज्यादा लोग घायल हो चुकें हैं। तेहरान टाइम्स की मानें तो, हमले में इजरायली बंदरगाह हाइफा को काफी नुकसान हुआ है। इसके अलावा, इजरायल के न्यूक्लियर कॉम्प्लेक्स वाले नेगेला रेगिस्तान और किरयात गत पर भी धावा बोल दिया। सबसे बड़ी ऑयल रिफाइनरी के साथ-साथ साइंस इंस्टीट्यूट को भी नुकसान हुआ है।
लगातार हमलों के कारण इजरायल ने आपातकाल की घोषणा की है। तेल अवीव, यरुशलम और हाइफा में लगातार साइरन बज रहे हैं। हमलों से ईरान को कितना नुकसान?
इजरायली हमलों के कारण ईरान में 230 से ज्यादा ईरानी नागरिकों की मौत हो चुकी है। वहीं लगभग 600 लोग घायल हो चुकें हैं।
इजरायल ने ईरान की मिलिट्री को भी सीधा निशाना बनाया है, जिसमें ईरान के टॉप कमांडर्स और परमाणु वैज्ञानिकों की मौत हो गई।
लगातार मिसाइल दागने से ईरान के तबरेज और करमानशाह मिसाइल भी नष्ट हो गए। इसके अलावा, ईरान की रिफाइनरी में भी विस्फोट देखने को मिला है।
भारतीय छात्र हुए गंभीर रूप से घायल
जम्मू कश्मीर स्टूडेंट्स एसोसिएशन के मुताबिक, इजरायल ने तेहरान की यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल साइंस कैंपस पर मिसाइल हमला किया, जो इंटरनेशनल स्टूडेंट्स एम्बेसी पास था। इसमें 2 भारतीय छात्र गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनो स्टूडेंट्स जम्मू-कश्मीर के रहने वाले थे।
भारत सरकार छात्रों को सुरक्षित लाने के लिए करेगी ऑपरेशन?
तेहराम में इस समय ज्यादा नाजुक स्थिति है। ऐसे में, भारतीय विदेश मंत्रालय ने छात्रों के लिए चेतावनी जारी की है। रिपोर्ट्स की मानें तो भारत सरकार छात्रों को ईरान से सुरक्षित स्वदेश लाने के लिए ऑपरेशन शुरू कर सकती है। बता दें कि आज 10,000 से भी ज्यादा भारतीय स्टूडेंट्स ईरान में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो, ईरान सरकार में भी भारत समेत अन्य देशों से विदेसी नागरिकों को अपने-अपने देश लौटने की इजाजत दी है।