रात में इतने बजे सोना होता है सबसे बेस्ट, दिमाग से लेकर शरीर तक रहेगा फिट! #INA

आज के समय में लोगों के सोने और जागने की आदतें काफी बदल चुकी हैं. देर रात तक जागने और सुबह देर से उठने की यह आदत सेहत पर बुरा असर डालती है. देर रात तक जागने से मोटापा, डायबिटीज, तनाव और अन्य गंभीर बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है. ऐसे में यह जानना बेहद जरूरी है कि हमें रात को किस समय सोना चाहिए ताकि हमारी सेहत बेहतर बनी रहे.  

क्यों बिगड़ रहा है सोने का रूटीन?

आजकल लोग सोशल मीडिया, टीवी शो या दूसरे कामों में इतना उलझे रहते हैं कि रात के 12-1 बजने तक जागते रहते हैं. इसके चलते उनकी नींद पूरी नहीं हो पाती.नींद की कमी का सीधा असर शरीर और दिमाग पर पड़ता है. हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि अगर आप सही समय पर सोने की आदत डाल लें, तो आपकी सेहत बेहतर रह सकती है.

रात को सोने का सबसे सही समय

क्लीवलैंड क्लीनिक की एक रिपोर्ट के अनुसार, जैसे-जैसे रात का अंधेरा बढ़ता है, शरीर सोने का संकेत देने लगता है. स्लीप एक्सपर्ट्स कहते हैं कि हमारे शरीर में एक इंटरनल क्लॉक (सर्केडियन रिदम) होती है, जो सूरज ढलने के बाद हमें सोने का इशारा करती है.  

एक हालिया स्टडी के अनुसार, रात 10 बजे सोना सबसे अच्छा माना गया है. कुछ विशेषज्ञों का यह भी मानना है कि 9 से 10 बजे के बीच सोना सबसे फायदेमंद है.  अगर आप हर रोज एक तय समय पर सोने और जागने की आदत डालते हैं, तो यह आपके शरीर के लिए बेहद फायदेमंद होता है.  

देर रात तक जागने के नुकसान 

देर रात तक जागने की आदत का असर केवल नींद पर नहीं, बल्कि पूरे शरीर पर पड़ता है. रात में देर तक जागने से भूख बढ़ती है और लोग अक्सर अनहेल्दी चीजें खा लेते हैं, जिससे वजन बढ़ता है. खराब नींद ब्लड शुगर लेवल को प्रभावित करती है, जिससे डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है.  सही समय पर न सोने से पाचन क्रिया पर असर पड़ता है. नींद पूरी न होने से मानसिक तनाव, चिड़चिड़ापन और फोकस की कमी होती है.

कैसे डालें सही समय पर सोने की आदत?

रोज एक ही समय पर सोने और जागने की कोशिश करें. सोने से 1-2 घंटे पहले मोबाइल और टीवी से दूरी बनाएं.  रात के समय हल्का और सुपाच्य भोजन करें. सोने के लिए शांत और अंधेरे वाले कमरे का इस्तेमाल करें. दिनभर में थोड़ी शारीरिक गतिविधि करें, ताकि रात में अच्छी नींद आ सके.

ये भी पढ़ें-सबसे अच्छा 15 मिनट का व्यायाम, शरीर रहेगा फिट एंड एक्टिव

ये भी पढ़ें-हैप्पी मैरेड लाइफ के लिए पार्टनर का ऐज गैप कितना होना चाहिए? ज्यादा गैप वालों के साथ ये होती है परेशानी


#INA #INA_NEWS #INANEWSAGENCY
डिस्क्लेमरः यह न्यूज़स्टेट डॉट कॉम न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ आई एन ए टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज़स्टेट डॉट कॉम की ही होगी.

Back to top button
Close
Crime
Social/Other
Business
Political
Editorials
Entertainment
Festival
Health
International
Opinion
Sports
Tach-Science
Eng News