जमीयत उलमा जिला फिरोजाबाद ने दी हिन्दू मुस्लिम एकता की मिसाल
भयानक सर्दी का मौसम आ चुका है और इस कठिनाइयों के दौर में जहाँ कई लोग ठंड से जूझ रहे हैं, वहीं कुछ ऐसे संगठन भी हैं जो मानवता की सेवा में जुटे हैं। हाल ही में, जमीयत उलमा जिला फिरोजाबाद ने एक अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत किया है, जो न केवल गरीबों की मदद कर रहा है बल्कि हिन्दू-मुस्लिम एकता की एक मिसाल भी कायम कर रहा है। इस कार्यक्रम में गरीबों के लिए कंबल, बच्चों के लिए जैकेट और स्वेटर वितरित किए गए। यह आयोजन स्टार मैरिज होम में आयोजित किया गया, जहां जमीयत उलमा के सदस्यों ने समाज के अलग-अलग वर्गों के लोगों को एक साथ लाने का प्रयास किया।
भयानक सर्दी में गरीबों के लिए सहारा बनी जमीयत उलमा
जमीयत उलमा का यह कंबल वितरण कार्यक्रम सर्दी के मौसम में जरूरतमंदों के लिए एक ठिकाना बना। मुख्य अतिथि, समाजसेवी करबला कमेटी के अध्यक्ष हिकमतुल्लाह खा, ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि हर साल जमीयत की तरफ से कंबल और बच्चों के कपड़े वितरण किए जाते हैं। उन्होंने कहा, “जमीयत की सबसे खास बात यह है कि यह तंजीम विशेष वर्ग को देखकर काम नहीं करती है। यहाँ हिंदू और मुस्लिम धर्म के गरीब और मिस्कीन लोग एकसाथ आए हैं और हमने उन्हें कंबल और कपड़े देकर मदद की है।” हिकमतुल्लाह खा ने जमीयत उलमा के सदस्यों की सराहना करते हुए कहा कि यह एक नेक और अच्छा काम है।
एकता का प्रतीक
जमीयत उलमा की इस पहल से यह स्पष्ट होता है कि समाज में धर्म या जाति से परे भी मानवता है। यह कार्यक्रम हिन्दू मुस्लिम एकता का प्रतीक बनकर उभरा है। महिलाएँ, पुरुष, बच्चे सभी इस कंबल वितरण का हिस्सा बने और एक दूसरे के साथ सहयोग कर एकता की भावना का अहसास किया। एक स्थानीय निवासी ने कहा, “इस तरह के आयोजनों से हमें एहसास होता है कि हम सब एक हैं और कठिनाई के समय में एक-दूसरे का सहारा बनना महत्वपूर्ण है।”
जमीयत उलमा का योगदान
जमीयत उलमा जिला फिरोजाबाद के पदाधिकारी ने इस संदर्भ में बताया कि यह कार्य कई वर्षों से चल रहा है और हर साल बढ़ते जा रहा है। उन्होंने कहा, “जमीयत इस तरह के कामों में हमेशा बढ़-चढ़कर आगे रहती है और आज का कार्यक्रम इसी का एक हिस्सा है। ऐसे ही तकसीमी कार्यक्रम अलग-अलग क्षेत्र में लगाए जाएंगे और यह काम आगे भी चलता रहेगा।”
यह संगठन न केवल कंबल वितरण कर रहा है, बल्कि यह सामाजिक एकता और समरसता का संदेश भी फैला रहा है। ठंड की चुभन से परेशान लोगों को एक गर्म कपड़ा देने के साथ-साथ, जमीयत उलमा ने यह भी साबित किया है कि मानवता की सेवा में कोई भी धर्म और जाति बाधा नहीं बन सकती।
जमीयत उलमा जिला फिरोजाबाद की इस पहल से हमें यह सिखने को मिलता है कि समाज में एकता और सहयोग की कितनी आवश्यकता है। आज के इस आधुनिक युग में, जहाँ भेदभाव और दुराग्रह दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहे हैं, वहीं इस तरह के कार्यक्रम हमें एकजुट रहने की प्रेरणा देते हैं। हम सभी को इस मिसाल से सीख लेकर आगे आना चाहिए और समाज में एकता व मानवता की भावना को बढ़ावा देना चाहिए। जमीयत उलमा का यह कार्य निश्चित रूप से अन्य संगठनों को भी प्रेरित करेगा कि वे भी समाज सेवा के इस मार्ग पर आगे बढ़ें।