खबर फिली – कौन हैं फेमिना मिस इंडिया वेस्ट बंगाल शिवांकिता दीक्षित? जिन्हें ठगों ने Digital Arrest कर लगाया हजारों का चूना – #iNA @INA
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डिजिटल दुनिया होने के चलते जितना हमें फायदा हुआ है, उतना ही उसका नुकसान देखने को मिल रहा है. ठग लोगों को आसानी से साइबर क्राइम का शिकार बना लेते हैं और लाखों रुपये की चपत लगा देते हैं. कुछ ऐसा ही एक मामला फेमिना मिस इंडिया वेस्ट बंगाल रहीं शिवांकिता दीक्षित के साथ देखने को मिला है. शिवांकिता को ठगों ने दो घंटे तक डिजिटल अरेस्ट में रखा और उनको 99 हजार रुपये का चूना लगाया. शिवांकिता ने इस मामले की शिकायत साइबर क्राइम सेल में की है.
शिवांकिता दीक्षित मूल रूप से आगरा की रहने वाली हैं. शिवांकिता ने साल 2017 में फेमिना मिस इंडिया वेस्ट बंगाल का खिताब अपने नाम किया था. इससे पहले शिवांकिता 2015 में कोहिनूर-ए-ताज कॉम्पटीशन में मिस आगरा भी रह चुकी हैं. शिवांकिता ने पढ़ाई के साथ-साथ मॉडलिंग भी की है. मिस इंडिया की तैयारी करते-करते शिवांकिता मिस इंडिया वेस्ट बंगाल बनी थीं. इस दौरान शिवांकिता की दोस्ती मिस वर्ल्ड बनीं मानुषी छिल्लर से हुई थी. इस वक्त शिवांकिता मेकअप आर्टिस्ट के साथ-साथ मॉडलिंग भी कर रही हैं.
कैसे फंसीं शिवांकिता
ठगी को लेकर शिवांकिता ने बताया कि कुछ लोगों ने उनको वीडियो कॉल किया और कहा कि सीबीआई उनके जरिए एक गिरोह तक पहुंचना चाहती है. वीडियो में कुछ लोग पुलिस की वर्दी में नजर आ रहे थे. इसके बाद उन्होंने शिवांकिता से कमरा बंद करने को कहा और ये भी कहा कि इस बारे में घरवालों से कुछ न कहें. इसके बाद ठगों ने शिवांकिता से पैसे मांगने शुरू कर दिए और करीब दो घंटे तक अरेस्ट रखा. जब फोन कटा तो शिवांकिता को ठगी का एहसास हुआ और उन्होंने अपने पिता को बताया. तब जाकर मामले की शिकायत दर्ज कराई गई.
क्या होता है डिजिटल अरेस्ट?
डिजिटल अरेस्ट एक साइबर क्राइम है, जिसमें ठग नार्कोटिक्स, सीबीआई या फिर पुलिस वाले बनकर लोगों को वीडियो कॉल करते हैं. ठग इतने कॉन्फिडेंस से बात करते हैं कि जल्दी कोई समझ नहीं पाएगा कि ये साइबर फ्रॉड है. वो लोगों को मेंटली टॉर्चर करते हैं और बताते हैं कि उनके साथ कुछ गलत हो चुका है या फिर होने वाला है. पुलिस की वर्दी में लोगों को बैठा देख पीड़ित डर जाता है और उनके जाल में फंस जाता है.
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