ध्वनी प्रदूषण पर सख्त कदम: नियंत्रण के लिए कोरबा पुलिस की नई पहल

कोरबा, छत्तीसगढ़: ध्वनी प्रदूषण का खतरा न केवल हमारे स्वास्थ्य पर असर डालता है, बल्कि यह हमारे वातावरण को भी नुकसान पहुँचाता है। इस समस्या के समाधान के लिए कोरबा पुलिस अधीक्षक श्री सिद्धार्थ तिवारी के नेतृत्व में एक विशेष अभियान चलाया गया है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य मोडिफाइड सायलेंसरों और प्रेशर हॉर्न के खिलाफ कार्रवाई करना है, जो ध्वनी प्रदूषण के प्रमुख कारण बनते हैं। हाल की कार्यवाही में पुलिस ने कुल 17 मोडिफाइड सायलेंसर और प्रेशर हॉर्न को जब्त किया है और इस दौरान 39,100 रुपए का समन शुल्क भी वसूला गया है।

ध्वनी प्रदूषण की चुनौती

कोरबा में ध्वनी प्रदूषण एक गंभीर समस्या बन चुकी है। गूंजते सायलेंसर और तेज ध्वनि उत्पन्न करने वाले हॉर्न न केवल पर्यावरण को नुकसान पहुँचाते हैं बल्कि नागरिकों के मानसिक स्वास्थ्य पर भी विपरीत प्रभाव डालते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, अत्यधिक ध्वनि प्रदूषण से मानसिक तनाव और अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं, जिनमें नींद की कमी और सुनने में कठिनाई शामिल हैं। इस समस्या से निपटने के लिए कोरबा पुलिस ने एक ठोस कदम उठाया है।

पुलिस की कार्रवाई

कोरबा पुलिस ने मोडिफाइड सायलेंसरों और प्रेशर हॉर्न के खिलाफ एमवी एक्ट के तहत कार्रवाई शुरू की है। इस कार्रवाई के तहत, थाने और यातायात पुलिस ने संयुक्त रूप से सख्त निगरानी रखी है। अभियान के दौरान, 17 मोटरसाइकिलों से जब्त किए गए सायलेंसर और प्रेशर हॉर्न को पुलिस ने कानूनी प्रक्रिया के अंतर्गत एकत्रित किया है। सभी वाहनों के चालकों को इस संदर्भ में समझाइश दी गई है ताकि वे ध्वनी प्रदूषण करने वाले उपकरणों का उपयोग न करें।

स्थानीय दुकानों पर छापेमारी

कोरबा पुलिस ने इसके अलावा स्थानीय ऑटो पार्ट्स और गैरेज दुकानों पर भी छापेमारी का दौर शुरू किया है। पुलिस का कहना है कि यदि इन जगहों पर मोडिफाइड सायलेंसर और प्रेशर हॉर्न पाए गए, तो उनके खिलाफ भी उचित कानूनी कार्यवाही की जाएगी। इससे यह स्पष्ट होता है कि कोरबा पुलिस इस समस्या को गंभीरता से ले रही है और इसे रोकने के लिए ठोस कदम उठा रही है।

जनता से अपील

कोरबा पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे मोटरसाइकिल चलाते समय हेलमेट पहनें और सुनिश्चित करें कि वे ध्वनी प्रदूषण वाली मोटरसाइकिलों का इस्तेमाल न करें। साथ ही, उन दुकानदारों से भी आग्रह किया गया है जो मोडिफाइड सायलेंसर बेचते हैं कि वे ऐसा करना बंद करें। पुलिस ने कहा है कि यदि किसी को मोडिफाइड सायलेंसर बिकते हुए नजर आए, तो वे पुलिस को इसकी सूचना दें।

समृद्धि की दिशा में कदम

पुलिस का यह मानना है कि जब हम सभी मिलकर ध्वनी प्रदूषण के खिलाफ एकजुट होंगे, तो ही हम एक सुरक्षित और शांतिपूर्ण कोरबा बना पाएंगे। ध्वनी प्रदूषण रोकने के लिए यह आवश्यक है कि हम सभी अपनी जिम्मेदारी समझें और एक-दूसरे का समर्थन करें। कोरबा पुलिस ने यह सुनिश्चित किया है कि इसे रोकने के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे, ताकि शहर में दुर्घटनाएं न्यूनतम हों और सभी नागरिक सुरक्षित महसूस कर सकें।

इस प्रकार, कोरबा पुलिस की यह पहल ध्वनी प्रदूषण की समस्या के समाधान के लिए एक सकारात्मक कदम है। मोडिफाइड सायलेंसरों और प्रेशर हॉर्न के खिलाफ इस दिशा में उठाए गए कदम न केवल नागरिकों के स्वास्थ्य के लिए छोटे बदलाव साबित होंगे, बल्कि शहर के समृद्धि की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान भी देंगे। यह हम सभी की जिम्मेदारी है कि हम इस प्रयास में सहभागी बनें और कोरबा को एक बेहतर और शांतिपूर्ण शहर बनाने में मदद करें।

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