यूपी- उत्तर प्रदेश: संभल में हटेंगे धर्मस्थलों पर लगे लाउडस्पीकर, पुलिस और धर्म गुरुओं की बैठक में फैसला – INA
उत्तर प्रदेश के संभल जिले में शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई हिंसा के बाद हालात काफी तनावपूर्ण हो गए थे. हालात को सामान्य बनाने के लिए पुलिस पुरजोर कोशिश कर रही है. इस बीच बुधवार 11 दिसंबर को ASP और CO ने सभी धर्मों के प्रतिनिधियों के साथ कोतवाली में बैठक की. इस दौरान सर्वसम्मति से धार्मिक स्थलों के बाहर लगे लाउडस्पीकर हटाने का फैसला लिया गया.
अपर पुलिस अधीक्षक श्रीश चंद्र ने पत्रकारों से बात करते हुए बताया कि पुलिस ने सभी धर्मों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की. जिसमें धार्मिक स्थलों पर लगे लाउडस्पीकर की आवाज पूर्व निर्धारित निर्देशों के मुताबिक रखने का निर्णय लिया गया. उन्होंने बताया कि इस बात पर बैठक में मौजूद सभी लोगों ने सहमति जताई कि बाहर लगे लाउडस्पीकर हटाकर धार्मिक स्थलों के परिसर के अंदर रखे जाएंगे.
धर्मस्थल पर लाउडस्पीकर नहीं बजेगा
उन्होंने कहा कि बैठक में नियमों का हवाला देते हुए साफ किया कि किसी भी धर्मस्थल पर लाउडस्पीकर नहीं बजेगा. इसलिए लाउडस्पीकर उतार लें. उन्होंने कहा कि धर्मस्थल परिसर के अंदर कम आवाज में छोटा लाउडस्पीकर लगा सकते हैं, लेकिन उसकी आवाज परिसर से बाहर नहीं जानी चाहिए. इसके साथ ही ASP ने कहा कि संभल हिंसा में जो भी दोषी हैं और जिनके चेहरे फुटेज में आए हैं और पहचान में आए हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि निर्दोष लोगों के खिलाफ किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं होगी.
बैठक में धर्मगुरुओं ने जताई सहमति
वहीं बैठक में मौजूद शामिल हुए मुफ्ती आलम रजा खान नूरी ने बताया कि सभी धर्मों के लोगों ने लाउडस्पीकर को लेकर हुई चर्चा पर सहमति जताई. वहीं चामुंडा मंदिर के महंत मुरली सिंह ने बताया कि लाउडस्पीकर की आवाज बहुत तेज न हो, इस पर सभी ने सहमति जताई है.
संभल जाने पर रोक
इससे पहले प्रशासन और पुलिस की टीम ने दीपा सराय इलाके में अतिक्रमण रोधी अभियान चलाया और कई कथित अवैध निर्माणों को ध्वस्त किया. इसी इलाके में समाजवादी पार्टी के सांसद जिया-उर-रहमान बर्क का घर भी है. संभल में हुई हिंसा को लेकर जमकर राजनीति हो रही है. यूपी सरकार ने किसी भी नेता के संभल जाने पर रोक लगाई हुई है. वहीं समाजवादी पार्टी के साथ ही कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने वहां जाने की कोशिश की थी लेकिन उन्हें गाजीपुर बॉर्डर पर ही रोक दिया गया था.
शाही जामा मस्जिद के हरिहर मंदिर होने के दावा
दरअसल संभल की शाही जामा मस्जिद के हरिहर मंदिर होने के दावा किया गया है. कोर्ट ने मस्जिद के सर्वे का आदेश दिया था. इसी दौरान हिंसा भड़क गई. जिसमें चार लोगों की मौत हो गई थी वहीं 29 पुलिस कर्मी जख्मी हो गए थे. इसके बाद काफी बवाल मच गया था.
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