सोनू मटका एनकाउंटर की मजिस्ट्रेयिल जांच शुरू:मेरठ STF और दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल टीम ने किया था 14 दिसंबर को ढेर- INA NEWS
मेरठ एसटीएफ और दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल टीम के ज्वाइंट ऑपरेशन में मारे गए 1 लाख के इनामी सोनू मटका के एनकाउंटर की मजिस्ट्रेयिल जांच शुरू हो गई है। अपर नगर मजिस्ट्रेट (ब्रहमपुरी) मेरठ ने बताया कि जांच के संबंध में अगर व्यक्ति अपना मौखिक अथवा लिखित साक्ष्य देना चाहते हैं तो उनके कार्यालय में 10 जनवरी 2025 तक अथवा किसी भी कार्य दिवस में कार्यालय में उपस्थित होकर प्रस्तुत कर सकते हैं। मेरठ में यूपी STF ने एनकाउंटर में 14 दिसंबर की सुबह दिल्ली के वांटेड गैंगस्टर अनिल उर्फ सोनू मटका को ढेर कर दिया था। मुठभेड़ में दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम भी साथ थी। सोनू मटका हाशिम बाबा गैंग का शॉर्प शूटर था। सोनू मटका 31 अक्टूबर यानी दिवाली की रात दिल्ली के शहादरा इलाके में कारोबारी परिवार के चाचा-भतीजे की हत्या में वांटेड था। दिल्ली पुलिस उसकी तलाश कर रही थी। सोनू मटका पर 1 लाख का इनाम था। 13 दिसंबर की रात उसकी लोकेशन मेरठ में मिलने पर दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम ने यूपी एसटीएफ के साथ मिलकर ऑपरेशन प्लान किया था। दोनों की जॉइंट टीम सुबह 7 बजे टीपीनगर के वेदव्यासपुरी पहुंची तो सोनू मटका बाइक पर किसी का इंतजार कर रहा था। पुलिस को देखकर वह भागने लगा। पुलिस ने पीछा किया तो उसने फायरिंग शुरू कर दी। 5 से 6 बार पुलिस टीम पर फायरिंग की। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में सोनू मटका मारा गया। एनकाउंटर के दौरान करीब 12-15 राउंड फायरिंग हुई। सोनू मटका के पास से एक पिस्टल 30 बोर, एक पिस्टल 32 बोर, 10 जिंदा कारतूस और बाइक बरामद हुई थी। दिल्ली में दिवाली की रात किया था डबल मर्डर दिल्ली के शहादरा इलाके में दिवाली की रात आकाश शर्मा (40) और उनके भतीजे की गोली मारकर हत्या कर दी गई। फायरिंग में उनका 10 साल का बेटा भी घायल हुआ था। इस वारदात का CCTV फुटेज सामने आया था। इसमें नजर आ रहा है कि एक लड़का स्कूटी से शूटर के साथ आकाश के घर पहुंचा। उसने पहले आकाश का पैर छुआ फिर दिवाली की बधाई दी। इसके बाद लड़के के साथ आए शूटर ने आकाश पर ताबड़तोड़ 5 राउंड फायरिंग की। इसके बाद दोनों आरोपी स्कूटी से फरार हो गए। पुलिस ने इस मामले में लड़के को पकड़ लिया था, लेकिन शूटर सोनू मटका फरार चल रहा था। पुलिस का दावा है कि सोनू मटका ने सुपारी लेकर वारदात को अंजाम दिया था। डबल मर्डर के बाद से दिल्ली पुलिस सोनू की तलाश कर रही थी। 29 नवंबर को भी दिल्ली पुलिस सोनू की तलाश में मेरठ पहुंची थी। पता चला था कि वह अपेक्स सिटी में दीपक जाट के नाम से रह रहा था। लेकिन पुलिस के पहुंचने से पहले वह फरार हो गया था। पेरोल पर बाहर आया और भाग गया 2014 में सोनू दिल्ली के शकरपुर इलाके में हुई हत्या के मामले में जेल में बंद था। 2021 में पत्नी के ऑपरेशन के नाम पर वह पेरोल लेकर बाहर आया। जून 2021 में जेल में सरेंडर करना था, लेकिन वह फरार हो गया। शकरपुर में हुई हत्या में गाजियाबाद जिले के लोनी स्थित राजीव गार्डन का रहने वाला अजय उर्फ विजय भी आरोपी था। सोनू मटका ने 8वीं तक की पढ़ाई की। दिल्ली में रहकर कार मैकेनिक का काम करता था। 2014 में दर्ज हुआ हत्या का पहला मुकदमा सोनू मटका बागपत छपरौली के शेरपुर लुहारा का रहने वाला था। काफी समय से वह दिल्ली की हरिजन बस्ती गोकुलपुरी में रहता था। उसके खिलाफ सबसे पहला मुकदमा 2014 में गाजियाबाद के लोनी में दर्ज किया गया। रमेश नाम के ज्वैलरी कारोबारी की हत्या और डकैती के इस मुकदमे में वह पहली बार जेल गया। इसके बाद 17 जून 2021 को जेल से बाहर आया। सोनू ने साथियों के साथ 26 मई 2022 को दिल्ली में लूट की वारदात को अंजाम दिया। इस वारदात में सोनू पर पुलिस ने 50 हजार का इनाम घोषित किया। 7 अक्टूबर को उसने दिल्ली के करोल बाग इलाके में साथियों के साथ डकैती की वारदात की। डबल मर्डर के बाद उस पर इनाम की रकम बढ़ाकर 1 लाख कर दी गई थी।
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