बिहार के पूर्व डीजीपी डी पी ओझा के निधन पर माले ने जताया शोक।

संवाददाता-राजेन्द्र कुमार ।

बेतिया। भाकपा–माले सुनील कुमार राव ने बिहार के पूर्व डीजीपी ध्रुव प्रसाद (डीपी) ओझा के निधन पर शोक व्यक्त किया है और उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की है.

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माले नेता ने अपने शोक संदेश में कहा है कि डीपी ओझा जी एक कुशल प्रशासनिक अधिकारी के साथ–साथ एक विद्वान शिक्षक भी थे. उन्होंने भौतिक शास्त्र के प्रोफेसर के बतौर कई कॉलेजों में अध्यापन भी किया.

2004–06 के दरम्यान वे भाकपा–माले के काफी करीब रहे.राजनीति में अपराधिकरण के खिलाफ बेतिया में भाकपा-माले द्वारा आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने भाग लिया था। 2005 के दोनों विधानसभा चुनावों में उन्होंने माले महासचिव का. दीपंकर भट्टाचार्य और के डी यादव के साथ पूरे बिहार में चुनावी दौरा किया था और बदलाव की लड़ाई को एक नई गति प्रदान की थी. नालंदा के नौडीहा में भी खेत मजदूरों के चल रहे संघर्षों का उन्होंने सक्रिय समर्थन किया था. डी पी ओझा द्वारा जनांदोलनों में सक्रिय हस्तक्षेप के कई उदाहरण हैं.

डीपी ओझा एक जनपक्षीय प्रशासनिक अधिकारी थे. इसी कारण उन्होंने जनता के बीच काफी लोकप्रियता हासिल की थी. उनका निधन हम सबके लिए एक गहरी क्षति है. हम उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।

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