मोदी बोले- पाकिस्तान से हमला हुआ तो मुंहतोड़ जवाब देंगे:कार्रवाई सिर्फ स्थगित की, न्यूक्लियर ब्लैकमेलिंग नहीं सहेंगे; पानी और खून एक साथ नहीं बहेगा- INA NEWS

पाकिस्तान के साथ सीजफायर के 51 घंटे बाद PM मोदी ने सोमवार रात 8 बजे देश को संबोधित किया। अपने 22 मिनट के भाषण में प्रधानमंत्री ने पहलगाम हमला, ऑपरेशन सिंदूर, सीजफायर, आतंकवाद, सिंधु जल समझौते और PoK पर बात की। प्रधानमंत्री ने कहा कि जिन आतंकियों ने हमारी मां-बहनों का सिंदूर मिटाया, हमने उन्हें मिटा दिया। हमारे ऑपरेशन में 100 से ज्यादा खूंखार आतंकवादी मारे गए हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि पाकिस्तान की गुहार पर भारत ने संघर्ष रोकने की सहमति दी है। भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ मिलिट्री एक्शन को केवल स्थगित किया है। पाकिस्तान का रवैया देखकर आगे का एक्शन तय करेंगे। हम पाकिस्तान से आतंकवाद और पीओके पर ही बात करेंगे। अब प्रधानमंत्री का भाषण सिलसिलेवार ढंग से पढ़िए… पहलगाम हमला आतंकवादियों की बर्बरता ने दुनिया को झकझोर दिया 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकवादियों ने जो बर्बरता दिखाई थी, उसने देश और दुनिया को झकझोर दिया था। छुट्टियां मना रहे निर्दोष मासूमों को उनके परिवार के सामने, बच्चों के सामने बेरहमी से मार डालना ये आतंक का बहुत वीभत्स चेहरा है। यह देश के सद्भाव को तोड़ने की घिनौनी कोशिश भी थी। मेरे लिए व्यक्तिगत रूप से ये पीड़ा बहुत बड़ी थी। इस आतंकी हमले के बाद सारा राष्ट्र हर नागरिक हर समाज हर वर्ग हर राजनीतिक दल एक स्वर में आतंक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के लिए उठ खड़ा हुआ। ऑपरेशन सिंदूर आतंकी जान चुके हैं, बेटियों के माथे से सिंदूर हटाने का अंजाम हमने आतंकवादियों को मिट्टी में मिलाने के लिए भारत की सेनाओं को पूरी छूट दे दी। आज हर आतंकी और आतंक का हर संगठन जान चुका है कि हमारी बहनों बेटियों के माथे से सिंदूर हटाने का अंजाम क्या होता है। ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ नाम नहीं, देश के कोटि-कोटि लोगों की भावनाओं का प्रतिबिंब है। ऑपरेशन सिंदूर न्याय की अखंड प्रतिज्ञा है। 6 मई की देर रात और 7 मई की सुबह पूरी दुनिया ने इस प्रतिज्ञा को परिणाम में बदलते देखा है। भारत की सेनाओं ने पाकिस्तान में आतंक के ठिकानों पर, ट्रेनिंग सेंटर पर सटीक प्रहार किया। आतंकवादियों ने सपने में भी नहीं सोचा था कि भारत इतना बड़ा फैसला ले सकता है। जब पाकिस्तान में आतंक के अड्डों पर भारत की मिसाइलों ने हमला बोला, भारत के ड्रोंस ने हमला बोला तो आतंकी संगठनों की इमारतें ही नहीं, हौसला भी थर्रा गया। ऑपरेशन सिंदूर ने आतंक के खिलाफ लड़ाई में तीन लकीरें खींच दी हैं- युद्ध के मैदान पर हमने हर बार पाकिस्तान को धूल चटाई है। ऑपरेशन सिंदूर ने नया आयाम जोड़ा है। हमने न्यू एज वारफेयर में अपनी श्रेष्ठता सिद्ध की है। इस ऑपरेशन के दौरान हमारे मेड इन इंडिया हथियारों की प्रामाणिकता सिद्ध हुई। दुनिया देख रही है कि 21वीं सदी के वारफेयर में मेड इन इंडिया डिफेंस इक्विपमेंट का समय आ चुका है। आतंकवाद दुनियाभर में हुए आतंकी हमलों के तार पाकिस्तान से जुड़े बहावलपुर और मुरीदके जैसे आतंकी ठिकाने एक प्रकार से ग्लोबल टेररिज्म की यूनिवर्सिटीज रही हैं। दुनिया में कहीं पर भी जो बड़े आतंकी हमले हुए हैं चाहे 9/11हो चाहे लंदन ट्यूब बॉम्बिंग हो या फिर भारत में बड़े आतंकी हमले हों, उन सबके तार इन्हीं आतंक के ठिकानों से जुड़ते रहे हैं। आतंकियों ने हमारी बहनों का सिंदूर उजाड़ा था, इसलिए भारत ने आतंक के ये हेडक्वार्टर्स उजाड़ दिए। इन हमलों में 100 से ज्यादा खूंखार आतंकवादियों को मौत के घाट उतारा गया है। आतंक के बहुत सारे आका बीते ढाई तीन दशकों से खुलेआम पाकिस्तान में घूम रहे थे। जो भारत के खिलाफ साजिशें करते थे। उन्हें भारत ने एक झटके में खत्म कर दिया। साथियों भारत की इस कार्रवाई से पाकिस्तान घोर निराशा में घिर गया था। हताशा में घिर गया था। बौखला गया था। इसी बौखलाहट में उसने एक और दुस्साहस किया, आतंक पर भारत की कार्रवाई का साथ देने की बजाय पाकिस्तान ने भारत पर ही हमला करना शुरू कर दिया। पाकिस्तान ने हमारे गुरुद्वारों, घरों, मंदिरों और स्कूलों को निशाना बनाया। पाकिस्तान ने सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया लेकिन इसमें भी पाकिस्तान खुद बेनकाब हो गया। दुनिया ने देखा कैसे पाकिस्तान के ड्रोन, मिसाइलें भारत के सामने तिनके की तरह बिखर गईं। भारत के एयर डिफेंस सिस्टम ने उन्हें आसमान में ही नष्ट कर दिया। पाकिस्तान की तैयारी सीमा पर वार की थी, लेकिन भारत ने पाकिस्तान के सीने पर वार कर दिया। भारत के ड्रोंस, मिसाइलों ने सटीकता के साथ हमला किया। पाकिस्तानी वायुसेना के एयरबेस को नुकसान पहुंचाया, जिस पर बहुत घमंड था। पहले तीन दिनों में ही पाकिस्तान को इतना तबाह कर दिया, जिसका उसे अंदाजा भी नहीं था। हर प्रकार के आतंकवाद के खिलाफ हम सभी का एकजुट रहना, हमारी एकता सबसे बड़ी शक्ति है। निश्चित तौर पर ये युग युद्ध का नहीं है, लेकिन ये युद्ध आतंकवाद का भी नहीं है। टेररिज्म के खिलाफ जीरो टॉलरेंस एक बेहतर दुनिया की गारंटी है। पाकिस्तानी फौज, पाकिस्तान की सरकार जिस तरह आतंकवाद को खाद पानी दे रहे हैं, वो एक दिन पाकिस्तान को ही समाप्त कर देगा। पाकिस्तान को अगर बचना है तो उसे अपने टेरर इन्फ्रास्ट्रक्चर का सफाया करना ही होगा, इसके अलावा शांति का कोई रास्ता नहीं है। सीजफायर पाकिस्तान ने पिटने के बाद दुनियाभर में सीजफायर की गुहार लगाई भारत की आक्रामक कार्रवाई के बाद पाकिस्तान बचने के रास्ते खोजने लगा, पाकिस्तान दुनियाभर में तनाव कम करने के लिए गुहार लगा रहा था और बुरी तरह पिटने के बाद किसी मजबूरी में 10 मई की दोपहर को पाकिस्तानी सेना ने हमारे डीजीएमओ को संपर्क किया। तब तक हम आतंकवाद के इन्फ्रास्ट्रक्चर को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचा चुके थे, आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया था, आतंक के अड्डों को हमने खंडहर बना दिया था। जब पाकिस्तान की तरफ से गुहार लगाई गई, जब ये कहा गया कि उसकी ओर से आगे कोई आतंकी गतिविधि और सैन्य दुस्साहस नहीं दिखाया जाएगा, जब भारत ने उस पर विचार किया। मैं फिर दोहरा रहा हूं हमने पाकिस्तान के आतंकी और सैन्य ठिकानों को जवाबी कार्रवाई को सिर्फ स्थगित किया है, आने वाले दिनों में हम पाकिस्तान के हर कदम को इस कसौटी पर मापेंगे कि वो आगे क्या रवैया अपनाता है। भारत की एयरफोर्स, आर्मी और नौसेना, बीएसएफ, अर्धसैनिक बल अलर्ट पर हैं। सर्जिकल स्ट्राइक, एयर स्ट्राइक के बाद ऑपरेशन सिंदूर आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति है। सिंधु जल समझौता और PoK खून और पानी एक साथ नहीं बहेगा भारत का मत एकदम स्पष्ट है- टेरर और टॉक एकसाथ नहीं हो सकते हैं, टेरर और ट्रेड एक साथ नहीं चल सकते। पानी और खून भी एक साथ नहीं बह सकता। विश्व समुदाय से भी कहूंगा हमारी घोषित नीति रही है कि अगर पाकिस्तान से बात होगी तो टेररिज्म पर ही होगी, अगर बात होगी तो PoK पर ही होगी। बुद्ध पूर्णिमा शांति के लिए शक्ति और समृद्धि जरूरी देशवासियों आज बुद्ध पूर्णिमा है, भगवान बुद्ध ने हमें शांति का रास्ता दिखाया है। शांति का मार्ग भी शक्ति से होकर जाता है। मानवता शांति और समृद्धि की तरफ बढ़े, हर भारतीय शांति से जी सके, विकसित भारत के सपने को पूरा कर सके, इसके लिए भारत का शक्तिशाली होना जरूरी है। आवश्यकता पड़ने पर इस शक्ति का इस्तेमाल भी जरूरी है। पिछले कुछ दिनों में भारत ने यही किया है। मैं एक बार फिर भारत की सेना और सशस्त्र बलों को सैल्यूट करता हूं। ऑपरेशन सिंदूर में 7 जवान शहीद, 60 घायल 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत से अब तक पाकिस्तानी गोलाबारी में 5 आर्मी और 2 BSF के जवान शहीद हो चुके हैं, 60 घायल हैं। इसके अलावा 27 सिविलियंस की भी जान गई है। 10 मई को सीजफायर, पाकिस्तान ने 3 घंटे में ही तोड़ा भारत और पाकिस्तान के बीच शनिवार शाम 5 बजे सीजफायर लागू हुआ था। हालांकि पाकिस्तान ने लागू होने के 3 घंटे बाद ही इसे तोड़ दिया था। पाकिस्तान की तरफ से जम्मू-कश्मीर, राजस्थान और पंजाब में 15 जगहों पर ड्रोन अटैक किए गए थे, जिसे भारतीय एयर डिफेंस ने नाकाम कर दिया था। ट्रम्प ने कहा था- सीजफायर के लिए मध्यस्थता की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने शनिवार शाम दावा किया था कि अमेरिका की मध्यस्थता के बाद दोनों देश सीजफायर के लिए राजी हो गए हैं। इसके बाद भारत और पाकिस्तान ने भी सीजफायर की पुष्टि की थी। शहबाज शरीफ ने दावा किया था- ऑपरेशन ‘बनयान-उन-मर्सूस’ सफल इससे पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने 10 मई को रात 11.30 बजे पाकिस्तान की जनता को संबोधित किया था। इसमें उन्होंने भारत के खिलाफ पाकिस्तानी सेना के ऑपरेशन ‘बनयान-उन-मर्सूस’ की सफलता का दावा किया था। पाकिस्तान में इसके बाद से ही ‘यौम-ए-तशक्कुर’ मनाया जा रहा है। यौम-ए-तशक्कुर एक उर्दू शब्द है, जिसका अर्थ होता शुक्रिया का दिन। पहलगाम हमले के दूसरे दिन भारत ने सिंधु जल संधि स्थगित की थी पहलगाम हमले के दूसरे दिन PM नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक में पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए भारत ने 5 बड़े फैसले लिए थे। इसमें 65 साल पुरानी सिंधु जल संधि को रोका गया। अटारी चेक पोस्ट बंद कर दिया गया है। वीजा बंद कर दिया गया और उच्चायुक्तों को हटा दिया है। सिंधु जल संधि समझौता स्थगित होने से पाकिस्तान में जल संकट छाएगा, आर्थिक स्थिति बिगड़ेगी सिंधु जल संधि: 19 सितंबर 1960 को भारत और पाकिस्तान के बीच 6 नदियों का पानी बांटने को लेकर एक समझौता हुआ था, जिसे सिंधु जल संधि कहते हैं। समझौते के तहत भारत को तीन पूर्वी नदियों (रावी, ब्यास और सतलुज) का अधिकार मिला, जबकि पाकिस्तान को तीन पश्चिमी नदियों (सिंधु, झेलम और चिनाब) का इस्तेमाल करने की परमिशन दी गई। समझौते का मकसद: सिंधु जल समझौते का मकसद था कि दोनों देशों में जल को लेकर कोई संघर्ष न हो और खेती करने में बाधा न आए। हालांकि भारत ने हमेशा इस संधि का सम्मान किया, जबकि पाकिस्तान पर आतंकवाद को समर्थन देने के आरोप लगातार लगते रहे हैं। भारत के पाकिस्तान से तीन युद्ध हो चुके हैं, लेकिन भारत ने कभी भी पानी नहीं रोका था, लेकिन पाकिस्तान हर बार भारत में आतंकी हमले के लिए जिम्मेदार होता है। पाकिस्तान में अब पानी का संकट होगा: पाकिस्तान की 80% खेती सिंधु, झेलम और चिनाब नदियों के पानी पर निर्भर है। अब भारत की तरफ से इन नदियों का पानी रोक देने से पाकिस्तान में जल संकट गहराएगा। वहां की आर्थिक स्थिति बिगड़ेगी। इसके अलावा पाकिस्तान कई डैम और हाइड्रो प्रोजेक्ट्स से बिजली बनाता है। पानी की कमी से बिजली उत्पादन में गिरावट आ सकती है, जिससे आर्थिक और औद्योगिक गतिविधियों पर असर पड़ेगा। पहलगाम हमले के बाद 4 सार्वजनिक कार्यक्रमों में मोदी के भाषण अब भारत के हक का पानी भारत में ही रहेगा 6 मई को ABP न्यूज की समिट में पीएम मोदी ने ​​​​​कहा- दशकों तक हमारी नदियों का पानी झगड़े का मुद्दा रहा। हमारी सरकार ने नदियों को जोड़ने का बड़ा फैसला किया है। आजकल मीडिया में पानी को लेकर बहुत बातें चल रही हैं। पहले भारत के हक का पानी भी बाहर जा रहा था। अब भारत का पानी भारत के हक में बहेगा, हक में रुकेगा और भारत के ही काम आएगा।’ पीएम ने यह बात सिंधु जल समझौते के संदर्भ में कही। मधुबनी में PM मोदी ने कहा था- आतंकियों को मिट्टी में मिलाने का समय आया पहलगाम अटैक के 2 दिन बाद 24 अप्रैल को बिहार के मधुबनी पहुंचे PM मोदी ने कहा था- पहलगाम के दोषियों को मिट्टी में मिलाने का समय आ गया है। आतंकियों को कल्पना से भी बड़ी सजा मिलकर रहेगी। आतंकी हमले में किसी ने अपना बेटा खोया, किसी ने भाई, किसी ने जीवन साथी खोया। इनमें से कोई बांग्ला बोलता था, कोई कन्नड़, कोई गुजराती था, कोई बिहार का लाल था। आज सभी की मृत्यु पर कारगिल से कन्याकुमारी तक हमारा आक्रोश एक जैसा है। पूरी खबर पढ़ें…
मन की बात में मोदी बोले-पहलगाम पीड़ितों को न्याय मिलेगा:हमले के बाद देश का खून खौल रहा पहलगाम हमले के 5 दिन बाद 27 अप्रैल को पीएम नरेंद्र मोदी ने रेडियो शो ‘मन की बात’ के 121वें एपिसोड में कहा था- इस आतंकी हमले के बाद पूरा देश एक स्वर में बोल रहा है। पूरे विश्व ने संवेदना प्रकट की है। पहलगाम हमले से देश के लोगों का खून खौल रहा है। पीड़ित परिजन को न्याय जरूर मिलेगा। कश्मीर में शांति लौट रही थी, स्कूल-कॉलेज अच्छे से चल रहे थे, निर्माण कार्यों में अभूतपूर्व गति आई थी, लोकतंत्र मजबूत हो रहा था, पर्यटकों की संख्या में रिकॉर्ड बढ़ोतरी हो रही थी, लोगों की कमाई बढ़ रही थी, युवाओं के लिए नए अवसर तैयार हो रहे थे, लेकिन जम्मू-कश्मीर के दुश्मनों को ये रास नहीं आया। पूरी खबर पढ़ें… एक मंच पर मोदी-थरूर और CM विजयन:PM बोले- यह इवेंट कई लोगों की नींद हराम कर देगा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2 मई को एक दिन के केरल-आंध्र प्रदेश के दौरे पर थे। केरल के कार्यक्रम में पीएम के साथ मंच पर CM पिनराई विजयन और कांग्रेस नेता शशि थरूर मौजूद थे। इस पर पीएम ने कांग्रेस पर तंज कसा। उन्होंने कहा, ‘मैं मुख्यमंत्री से कहना चाहता हूं कि आप INDI गठबंधन के मजबूत स्तंभ हैं। शशि थरूर भी यहां बैठे हैं। आज का यह कार्यक्रम कई लोगों की नींद हराम कर देगा। कार्यक्रम में पीएम के भाषण को ट्रांसलेट करने वाले इसे सही ट्रांसलेट नहीं किया। इस पर पीएम ने कहा- जहां मैसेज जाना था चला गया। पूरी खबर पढ़ें…

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यह पोस्ट सबसे पहले भस्कर डॉट कोम पर प्रकाशित हुआ हमने भस्कर डॉट कोम के सोंजन्य से आरएसएस फीड से इसको रिपब्लिश करा है |

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