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दिल्ली के CM पोस्ट के नाम एक से अधिक कई बेजोड़ रिकॉर्ड, बड़े राज्य भी इनके करीब भी नहीं

दिल्ली के CM के खाते में दर्ज कई रिकॉर्ड

दिल्ली के 1.50 करोड़ से अधिक वोटर्स कल बुधवार को अपनी नई सरकार चुनने जा रहे हैं. केंद्र के गढ़ में होने की वजह से केंद्र शासित प्रदेश दिल्ली की अपनी विशेष राजनीतिक अहमियत है. क्षेत्रफल, सीट और आबादी के लिहाज से दिल्ली विधानसभा देश के कई बड़े राज्यों की तुलना में कहीं नहीं आती है.

छोटे से केंद्र शासित प्रदेश दिल्ली ने सियासत के मामले में कई ऐसे कीर्तिमान रचे हैं जिसे हासिल करने के मामले में कई बड़े राज्य अभी भी उनके करीब नहीं आते दिख रहे हैं. दिल्ली के मुख्यमंत्री के नाम भी कई रिकॉर्ड दर्ज हैं.

3 महिला CM देने वाला एकमात्र राज्य/UT

दिल्ली देश का अकेला ऐसा राज्य है जहां पर सबसे अधिक 3 महिला मुख्यमंत्री हो चुकी हैं. 1993 में पूर्ण विधानसभा बनने के बाद से ही दिल्ली की कमान ज्यादातर महिला नेता के ही हाथ में रही है.

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1998 के चुनाव से पहले बीजेपी ने तीसरी बार मुख्यमंत्री बदलते हुए सुषमा स्वराज को दिल्ली की कमान सौंप दी. तब वह दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री बनी थीं. 1998 में बीजेपी की हार और कांग्रेस की जीत के बाद दिल्ली को अगला मुख्यमंत्री महिला के तौर पर मिली. कांग्रेस नेता शीला दीक्षित यहां की मुख्यमंत्री बनीं.

तब दिल्ली उत्तर प्रदेश के बाद दूसरा ऐसा राज्य या केंद्र शासित प्रदेश बना जहां 2 महिला मुख्यमंत्री हुईं. यूपी में सुचेता कृपलानी के बाद मायावती मुख्यमंत्री बनीं. इसके बाद दिल्ली 2 महिला मुख्यमंत्री देने वाला दूसरा राज्य या केंद्र शासित प्रदेश बना. लेकिन पिछले साल सितंबर में अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के बाद जब आतिशी दिल्ली की नई मुख्यमंत्री बनीं तो इस केंद्र शासित प्रदेश ने 3 महिला मुख्यमंत्री देने का नया रिकॉर्ड बना दिया. देश के कई बड़े राज्यों में अब तक एक भी महिला मुख्यमंत्री नहीं हो सकी हैं.

लगातार सबसे अधिक समय तक महिला CM

महज 70 विधानसभा सीटों वाली दिल्ली के खाते में एक साथ लगातार सबसे अधिक समय तक महिला मुख्यमंत्री देने का रिकॉर्ड दर्ज है. कांग्रेस नेता शीला दीक्षित लगातार 15 साल तक दिल्ली की मुख्यमंत्री रही हैं. उनके नेतृत्व में कांग्रेस ने लगातार 3 चुनाव (1998, 2003 और 2008) में जीत हासिल की है. शीला लगातार 15 साल 25 दिन तक सीएम रही थीं.

इस मामले में शीला दीक्षित के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का नंबर है जो इस समय मुख्यमंत्री के पद पर बनी हुई हैं. वह लगातार 13 साल से अधिक समय से मुख्यमंत्री हैं. तीसरे नंबर पर राजस्थान में मुख्यमंत्री रहीं वसुंधरा राजे सिंधिया हैं जो लगातार 5 साल 5 दिन तक सीएम पद पर रहीं.

3 महिला CM, 3 अलग-अलग पार्टी

दिल्ली की सियासत की एक और खास बात यह है कि यहां की तीनों महिला मुख्यमंत्रियों का नाता अलग-अलग राजनीतिक दलों से रहा है. सुषमा स्वराज भारतीय जनता पार्टी में रहीं जबकि शीला दीक्षित कांग्रेस में थीं तो आतिशी आम आदमी पार्टी की नेता हैं. तीनों दल राष्ट्रीय स्तर के दल हैं.

सबसे अधिक समय तक महिला शासन

लगातार 15 साल तक एक महिला नेता के मुख्यमंत्री होने के अलावा सबसे अधिक समय तक महिलाओं का शासन वाला देखने का रिकॉर्ड भी दिल्ली के नाम दर्ज है. सुषमा स्वराज 1998 में चुनाव से ऐन पहले दिल्ली की मुख्यमंत्री बनी थीं लेकिन चुनाव में हार के बाद उन्हें पद छोड़ना पड़ा. वह महज 52 दिन ही सीएम रह सकीं.

उनके जाने के बाद शीला दीक्षित ने दिल्ली की कमान संभाली और वह लगातार 15 साल 25 दिन तक पद पर रहीं. उनके बाद अरविंद केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री बने, लेकिन पिछले साल उन्होंने पद से इस्तीफा दे दिया तो उनकी जगह आतिशी सीएम बनीं. वह 5 फरवरी 2025 को होने वाली वोटिंग से एक दिन पहले तक बतौर मुख्यमंत्री उनका 136वां दिन है. इस तरह से दिल्ली ने आज तक रिकॉर्ड 25 साल 213 दिन महिला मुख्यमंत्री का शासन देखा है.

पहली केंद्रीय मंत्री और दिल्ली की CM

बतौर केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा देकर किसी राज्य या केंद्र शासित प्रदेश में मुख्यमंत्री पद देने का रिकॉर्ड भी दिल्ली के नाम है. यह रिकॉर्ड सुषमा स्वराज के ही नाम दर्ज है.

1998 में महंगाई खासकर प्याज की बढ़ती कीमतों को लेकर सरकार के खिलाफ बढ़ते असंतोष को देखते हुए बीजेपी ने दिल्ली में साहिब सिंह वर्मा को हटाकर सुषमा स्वराज को मुख्यमंत्री बनाने का दांव चला. सुषमा तब केंद्र में मंत्री थीं और उन्हें वहां से दिल्ली की सियासत में लाकर मुख्यमंत्री बनाया गया.

दिल्ली से देश को पहला यदुवंशी CM

दिल्ली ने सिर्फ महिला राजनेताओं के खाते में ही बेमिसाल रिकॉर्ड नहीं बनाए हैं. दिल्ली पहला ऐसा राज्य या केंद्र शासित प्रदेश है जिसके खाते में यदुवंशी बिरादरी से पहला मुख्यमंत्री देने का रिकॉर्ड दर्ज है. फिलहाल आज की तारीख में 2 राज्यों में यदुवंशी बिरादरी के नेता मुख्यमंत्री हैं. मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव और कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया ये दोनों यदुवंशी यानी यादव/अहीर बिरादरी से आते हैं.

दिल्ली विधानसभा चुनाव के सभी उम्मीदवारों की लिस्ट यहां देखें

देश के पहले यदुवंशी मुख्यमंत्री होने का रिकॉर्ड दर्ज है ब्रह्म प्रकाश यादव के नाम. ब्रह्म प्रकाश 17 मार्च 1952 को दिल्ली के पहले मुख्यमंत्री बने थे. वह 12 फरवरी 1955 तक सीएम पद पर रहे थे. बाद में उन्होंने लोकसभा चुनाव में भी जीत हासिल की थी. चौधरी चरण सिंह की सरकार में केंद्रीय कृषि मंत्री भी रहे थे.

दिल्ली की सभी विधानसभा सीटों की लिस्ट यहां देखें

साथ ही चौधरी ब्रह्म प्रकाश यादव दिल्ली के सबसे युवा मुख्यमंत्री हैं. वह महज 33 साल की उम्र में मुख्यमंत्री बन गए थे. इसके बाद आतिशी का नंबर आता है जो पिछले साल सितंबर में 43 साल की उम्र में मुख्यमंत्री बनी थीं.

दिल्ली के CM पोस्ट के नाम एक से अधिक कई बेजोड़ रिकॉर्ड, बड़े राज्य भी इनके करीब भी नहीं


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