MP News: ईद मनाने आए, फिर लौटते वक्त खत्म हो गया परिवार… अहमदाबाद प्लेन क्रैश का शिकार बने जावेद की कहानी – INA

गुजरात के अहमदाबाद में हुए विमान हादसे ने पूरे देश को गहरे शोक में डुबो दिया है. इस हादसे में कई मासूम जानें चली गईं और उन सभी के पीछे छिपी कई कहानियां अब सामने आ रही हैं. ऐसी ही एक दिल छू लेने वाली कहानी सैयद जावेद अली और उनके परिवार की है. ब्रिटिश नागरिकता प्राप्त सय्यद जावेद अली अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ विमान में सवार थे. वह मुंबई से अहमदाबाद होते हुए लंदन जा रहे थे.
जावेद का भोपाल से भी वास्ता रहा है. वे अपने चाचा के यहां भोपाल के जिंसी में करीब 8 साल रह चुके हैं. सैयद जावेद अली, मूल रूप से मुंबई के निवासी थे और हाल ही में अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ ईद मनाने भारत आए थे. ईद के बाद वह मुंबई से अहमदाबाद होते हुए लंदन लौट रहे थे, लेकिन दुर्भाग्यवश उनका सफर इस विमान हादसे में हमेशा के लिए थम गया. 37 वर्षीय जावेद चार भाई-बहनों में सबसे छोटे थे.
भोपाल में बिताए 8 साल
उन्होंने अपने जीवन का एक लंबा समय भोपाल के जिंसी इलाके में बिताया था, जहां वे 1994 से 2002 तक अपने चाचा के साथ रहे. इसके बाद वह वापस मुंबई लौट गए और फिर 2013 में काम के सिलसिले में लंदन चले गए. होटल मैनेजमेंट में प्रशिक्षित जावेद, लंदन के एक प्रतिष्ठित होटल में प्रबंधक के रूप में कार्यरत थे. वहीं, उनकी पत्नी मरियम ब्रिटेन मूल की नागरिक थीं. वह एक एक पेशेवर डिजाइनर थी. मरियम से शादी के बाद जावेद को ब्रिटिश नागरिकता प्राप्त हुई और वह अपने परिवार सहित वहीं बस गए.
‘संघर्षशील और मेहनती इंसान थे जावेद’
इस हादसे में जावेद के साथ उनकी पत्नी मरियम, 6 वर्षीय बेटा जायन और 4 वर्षीय बेटी अमानी भी शामिल थे. चारों लोगों की उस दुर्घटना में दर्दनाक मौत हो गई. भोपाल में रहने वाले जावेद के चचेरे भाई आमिर अली ने बताया कि जावेद एक संघर्षशील और मेहनती इंसान थे. उन्होंने जीवन में कड़ी मेहनत करके ये मुकाम हासिल किया था. वे लंदन जाकर शिफ्ट हो गए थे और वहां उन्हें नागरिकता भी मिल गई थी. हादसे की सूचना मिलते ही भोपाल मुंबई से उनके रिश्तेदार अहमदाबाद पहुंच गए हैं.
ईद मनाने आए, फिर लौटते वक्त खत्म हो गया परिवार… अहमदाबाद प्लेन क्रैश का शिकार बने जावेद की कहानी
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