बेसहारा वृद्धजनों को घर की तरह माहौल में नगर निगम देगा आवासन की सुविधा: महापौर गरिमा देवी
संवाददाता-राजेन्द्र कुमार।
बेतिया। महापौर गरिमा देवी सिकारिया ने नगर आयुक्त विनोद कुमार सिंह के साथ हाल ही में बेसहारा वृद्धजनों के लिए संचालित होने वाले ओल्ड एज होम का स्थल निरीक्षण किया। इस निरीक्षण के बाद महापौर ने एक सकारात्मक घोषणा की है कि नगर निगम जल्द ही बेसहारा महिला और पुरुष वृद्धजनों को निःशुल्क आवासन की सुविधा देने के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू करने जा रहा है। यह कदम विशेष रूप से उन वृद्धजनों के लिए महत्वपूर्ण है, जिनके पास जीवन यापन के लिए कोई सहारा नहीं है।
महापौर सिकारिया ने बताया कि यह योजना बहुत जल्द ही शुरू होगी, जिसका संचालन जिलाधिकारी दिनेश कुमार राय सर की अध्यक्षता वाली उच्चस्तरीय समिति द्वारा किया जाएगा। समिति लगभग सभी पहलुओं की जांच के बाद आवासन की तिथि निर्धारित करेगी, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि बेसहारा वृद्धजन किसी प्रकार की समस्या का सामना न करें।
इस ओल्ड एज होम का निर्माण नगर के बड़ा रमना मैदान के दक्षिण स्थित विश्वेश्वर नाथ हिन्दू अनाथालय परिसर में किया गया है। यहां वृद्धजनों को घर जैसा माहौल प्रदान किया जाएगा, ताकि उन्हें एक सुखद और आरामदायक जीवन जीने का अवसर मिल सके। महापौर ने स्पष्ट किया कि नगर निगम क्षेत्र में उपेक्षित और बेसहारा वृद्धजनों को एक बेहतर जीवन-यापन की सुविधा मुहैया कराना नगर विकास और आवास विभाग की प्राथमिकता है।
इस वृद्धजनों के आश्रय स्थल में उन व्यक्तियों को प्राथमिकता दी जाएगी, जिनकी उम्र 60 वर्ष से अधिक है और जिनके पास रहने के लिए कोई स्थायी स्थान नहीं है। आवेदकों को जिलाधिकारी की अध्यक्षता वाली समिति से अनुमति मिलने के बाद ही इस वृद्धाश्रम में निःशुल्क आवासन के लिए जगह मिलेगी। यह व्यवस्था इस बात को सुनिश्चित करती है कि केवल वास्तव में जरूरतमंद लोग ही इस सेवा का लाभ ले सकें।
महापौर श्रीमती गरिमा सिकारिया ने यह भी जानकारी दी कि इस वृद्धाश्रम में आवासित वृद्धजनों को आवासीय, चिकित्सीय देखभाल, मनोरंजन समेत सभी मूलभूत सुविधाओं का ध्यान रखा जाएगा। यहां भोजन, स्वास्थ्य और मनोरंजन की सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। नगर आयुक्त विनोद कुमार सिंह का कहना है कि यह वृद्धाश्रम 50 बेड क्षमता के साथ प्रारंभ किया जा रहा है। इस सुविधा में रहने वाले उपेक्षित बुजुर्गों को घर जैसा माहौल और मनोबल प्रदान किया जाएगा।
इंसानियत की इस पहल की प्रशंसा करते हुए, महापौर ने नगर के सभी नागरिकों से अपील की कि वे वृद्धजनों के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझें और उन्हें सम्मान दें। यह बात भी उल्लेखनीय है कि वर्तमान समय में विश्वभर में वृद्ध जनसंख्या तेजी से बढ़ रही है और ऐसे में समाज में उनकी देखभाल करना अत्यंत आवश्यक है। समाज के प्रति हमारी जिम्मेदारी और दायित्व इस बीच और भी महत्वपूर्ण हो जाते हैं।
इस प्रकार, नगर निगम का यह उपाय न केवल बेसहारा वृद्धजनों के लिए एक नया आश्रय प्रदान करेगा, बल्कि समाज में संवेदनशीलता और सहानुभूति को भी बढ़ावा देगा। इसकी शुरुआत से यह उम्मीद की जा रही है कि और भी नगर निगम एवं सरकारी संस्थाएं इस दिशा में ध्यान देंगी और अपने-अपने क्षेत्रों में इसी तरह के कार्यक्रम लागू करेंगी। एक समाज के रूप में, हम सभी को इस कार्य में योगदान देना चाहिए ताकि वृद्धजनों को भी प्रेम और सम्मान महसूस हो सके। इस पहल से निश्चित रूप से एक सकारात्मक बदलाव आएगा, जो उन वृद्धजनों के लिए नई जिंदगी की किरण साबित होगा।
इस प्रकार, बेतिया नगर निगम द्वारा संचालित वृद्धाश्रम की यह योजना बेसहारा वृद्धजनों के लिए एक नई शुरुआत है और इसे सभी के सहयोग की जरूरत है।