Noida – नोएडा में किसानों की गिरफ्तारी के बाद फूटा गुस्सा, नरेश टिकैत ने बुलाई इमरजेंसी मीटिंग – #INA
Greater Noida News :
गौतमबुद्ध नगर में किसान आंदोलन के दौरान नोएडा पुलिस सभी किसानों को उठाकर ले गई। पुलिस के द्वारा लिए गए इस एक्शन के बाद भारतीय किसान यूनियन में आक्रोश पैदा हो गया है। भारतीय किसान यूनियन ने ऐलान किया है कि मंगलवार शाम 4 बजे सिसौली (मुजफ्फनगर) में एक आपातकालीन पंचायत बुलाई गई है। जिसमें ज्यादा से ज्यादा किसान पहुंचे।
राकेश टिकैत आएंगे नोएडा
वहीं, राकेश टिकैत का कहना है, “यह समझे की देश का किसान कमजोर नहीं है। यह मीटिंग नोएडा में होगी। हम बातचीत करके फिर नोएडा में मीटिंग करेंगे। किसानों को जहां लेकर जाएंगे, हम भी वहीं चले जाएंगे। अगले 2 घंटे में हम भी नोएडा पहुंच रहे हैं। हमको भी गिरफ्तार करो या फिर बातचीत करेंगे।”
पुलिस ने किसानों को गिरफ्तार किया
दलित प्रेरणा स्थल पर आंदोलन कर रहे करीब 700 किसानों को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है। सभी को गिरफ्तार कर सूरजपुर में स्थित पुलिस लाइन ले जाया जाएगा। बताया जा रहा है कि मौके पर 4,000 से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात है। इस समय मौके पर तनाव की स्थिति बनी हुई है। बताया जा रहा है कि अब आंदोलन और भी ज्यादा उग्र हो जाएगा।
मौके पर तनाव की स्थिति
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता सुनील प्रधान ने बताया कि अपनी मांगों को लेकर किसान लंबे समय से आंदोलन कर रहे हैं। मांगे पूरी नहीं होने पर दिल्ली कूच की तैयारी की गई, लेकिन अधिकारियों ने 7 दिन का समय मांगा। इस दौरान किसानों ने फैसला लिया कि रास्ते में दलित प्रेरणा स्थल में अब आगे 7 दिनों तक आंदोलन किया जाएगा। वहां से अब पुलिस ने जबरदस्ती किसानों को उठा लिया है। सभी को गिरफ्तार कर ले जाया जा रहा है। मौके पर पुलिस के करीब 4,000 जवान है और किसानों की संख्या करीब 700 हैं।
क्या हैं किसानों की मांगें?
गोरखपुर में बन रहे हाईवे के लिए 4 गुना मुआवजा दिया गया। जबकि गौतमबुद्ध नगर को चार गुना मुआवजे के लाभ से वंचित रखा गया है। इसके अलावा 10 साल से सर्किल रेट भी नहीं बढ़ा है। नए कानून के लाभ जिले में लागू करने पड़ेंगे। किसानों की प्रमुख मांगों में 10 फीसदी विकसित भूखंड, हाई पावर कमेटी की सिफारिशों और नए भूमि अधिग्रहण कानून के लाभ दिया जाना शामिल है। ये सारे निर्णय शासन स्तर पर लिए जाने हैं।
Copyright Disclaimer Under Section 107 of the Copyright Act 1976, allowance is made for “fair use” for purposes such as criticism, comment, news reporting, teaching, scholarship, and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing. Non-profit, educational or personal use tips the balance in favor of fair use.
सौजन्य से ट्रिक सिटी टुडे डॉट कॉम
Source link