Nation- Ahmedabad Plane Crash: बिखर गया लंदन में बसने का ख्वाब… 59 सेकेंड में ही डॉक्टर कपल का छिन गया सबकुछ- #NA

एयर इंडिया की फ्लाइट में डॉक्टर प्रतीक ने परिवार सहित सेल्फी भी ली थी.
अभी एक महीने पहले डॉक्टर प्रतीक लंदन गए थे. घर में उनकी डॉक्टर पत्नी कौनी व्यास तीन बच्चों के साथ रह रही थीं. पहले दोनों एक ही हॉस्पिटल में काम करते थे. घर से साथ में आना-जाना रहता था, लेकिन प्रतीक के इतनी दूर जाने के बाद कौनी उदास रहने लगी थीं. दिल करता था कि वह भी जल्दी से प्रतीक के पास पहुंच जाएं… शायद उनके दिल की आवाज भी प्रतीक तक पहुंची भी. UK के जिस हॉस्पिटल में प्रतीक का एक महीने पहले सिलेक्शन हुआ था, वहीं पर अब कौनी भी डॉक्टर बन गईं थीं. मतलब मियां-बीबी फिर से साथ-साथ आएंगे-जाएंगे. प्रतीक पत्नी कौनी और बच्चों को लेने के लिए अपने घर आए थे. सामान पैक कर माता-पिता का आशीर्वाद लिया और एयर इंडिया की फ्लाइट पकड़ने के लिए निकल पड़े, लेकिन फ्लाइट के टेकऑफ के बाद सारे अरमान चकना-चूर हो गए. न खुद रहे, न पत्नी रहीं और न तीनों बच्चे… बस रह गया तो एक दर्द, जो साथ-साथ रहने का और लंदन में बसने का…
बता दें कि आज अहमदाबाद में एक ऐसा दर्दनाक हादसा हुआ, जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकेगा. राजस्थान के बांसवाड़ा जिले का भी एक परिवार इस हादसे में अपनी जान गंवा बैठा. डॉ. कौनी व्यास, उनके पति डॉ. प्रतीक जोशी, बेटी नियारा जोशी, बेटा नकुल और प्रद्युत जोशी भी इसी एयर इंडिया के विमान में सवार थे. डॉ. कौनी ने अभी हाल ही में उदयपुर के पेसिफिक हॉस्पिटल से इस्तीफा देकर लंदन शिफ्ट होने का फैसला लिया था. आज वह अपने पति प्रतीक जोशी के साथ लंदन की फ्लाइट पर सवार हुई थीं. साथ में उनके तीनों बच्चे भी थे, लेकिन हादसे में सभी की जान चली गई. इस हादसे ने पूरे बांसवाड़ा को गमगीन कर दिया है.
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परिवार के अन्य सदस्यों ने बताया कि दोनों पति-पत्नी डॉ. प्रतीक जोशी और डॉ. कौनी व्यास उदयपुर के उमरड़ा स्थित पेसिफिक हॉस्पिटल में साथ-साथ काम करते थे. अभी एक महीने पहले ही डॉ. प्रतीक ने पेसिफिक हॉस्पिटल में नौकरी छोड़ी दी थी और लंदन शिफ्ट हो गए थे. उनके यहां से जाने के बाद पत्नी और तीनों बच्चे घर पर रहते थे. कुछ समय बाद पत्नी डॉ. कौनी व्यास ने भी पेसिफिक हॉस्पिटल से रिजाइन कर दिया और परिवार के साथ लंदन शिफ्ट होने का फैसला कर लिया. उनका भी सिलेक्शन उसी हॉस्पिटल में हो गया था, जहां डॉ. प्रतीक जॉब करते थे.
…साथ-साथ किया आखिरी सफर
हालांकि आज एयर इंडिया के साथ उनका ये सफर जिंदगी का आखिरी सफर साबित हुआ. परिवार लंदन में शिफ्ट होने का सपना सजोए यहां से निकला था, लेकिन होनी को तो कुछ और ही मंजूर था. विमान क्रैश की खबर जैसे ही पता चली, पूरे बांसवाड़ा में मातम पसर गया. जोशी परिवार जिले में बेहद सम्मानित और शिक्षित परिवार के रूप में जाना जाता है. डॉ. प्रतीक जोशी के माता-पिता भी चिकित्सा क्षेत्र से जुड़े हुए थे. पूरे परिवार में माता-पिता, पति-पत्नी सभी डॉक्टर थे और समाज की सेवा कर रहे थे.
हादसे के बाद शोक में डूबा जोशी परिवार
जैसे ही हादसे की खबर स्थानीय लोगों तक पहुंची, जोशी परिवार के घर पर सैकड़ों की संख्या में लोग पहुंचने लगे. परिजनों और परिचितों का रो-रो कर बुरा हाल है. शोक में डूबे लोगों का कहना है कि परिवार न केवल पेशेवर रूप से सक्षम था, बल्कि सामाजिक रूप से भी अत्यंत सक्रिय था. वहीं प्रशासन के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और परिवारीजनों को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया. डॉ. प्रदीप की मां का रो-रोकर बुरा हाल. वह किसी से बात तक नहीं कर पा रही हैं. बस बेटे-बहू और पोते-पोती को याद कर रो रही हैं. डॉ. प्रदीप के पिता किसी तरह खुद को संभाले हुए हैं.
एयर इंडिया के विमान में 242 लोग थे सवार
बता दें कि एयर इंडिया का विमान अहमदाबाद एयरपोर्ट से गुरुवार दोपहर 1:39 बजे (IST) रनवे 23 से उड़ान भरने के तुरंत बाद एयरपोर्ट से बाहर जाते ही क्रैश हो गया. उड़ान भरते ही पायलट ने ATC को MAYDAY कॉल दिया, लेकिन इसके बाद विमान से कोई और संपर्क नहीं हो पाया. विमान में कुल 242 लोग सवार थे, जिनमें 2 पायलट, 10 क्रू मेंबर्स और 230 यात्री शामिल थे. हादसे में अभी तक एक यात्री के बच जाने की खबर मिली है.
Ahmedabad Plane Crash: बिखर गया लंदन में बसने का ख्वाब… 59 सेकेंड में ही डॉक्टर कपल का छिन गया सबकुछ
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