Nation- AIMIM-कांग्रेस के चक्रव्यूह में उलझते जा रहे अमानतउल्ला, ओवैसी ने ओखला में डाला डेरा तो राहुल गांधी बढ़ाएंगे टेंशन- #NA

देश में सबसे ज्यादा पढ़े लिखे मुस्लिम दिल्ली के जामिया नगर इलाके में रहते हैं. दक्षिणी-पूर्वी दिल्ली में यमुना नदी के किनारे बसे इस इलाके को ओखला के नाम से जाना जाता है. जमात-ए-इस्लामी हिंद से लेकर ऑल मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड, जमात-ए-अहले हदीस जैसे मुस्लिम संगठनों के मरकज (Headquarter) और जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय यहीं पर स्थित है. इसे मुस्लिम राजनीति का केंद्र भी माना जाता है, सीएए-एनआरसी के खिलाफ यहीं से आंदोलन शुरू हुआ था और फिर देश भर में फैल गया था.

सीएए-एनआरसी के जख्म को पांच साल बाद असदुद्दीन ओवैसी ने कुरेद कर फिर से हरा कर दिया है. दिल्ली दंगे के आरोप में जेल में बंद शिफा उर रहमान को AIMIM ने ओखला से प्रत्याशी बनाया है, तो कांग्रेस ने पूर्व विधायक आसिफ मोहम्मद खान की बेटी अरीबा खान पर दांव खेला है. अरीबा के पक्ष में राहुल गांधी मंगलवार को जनसभा करने भी जामिया नगर इलाके में आ रहे हैं. AIMIM और कांग्रेस के सियासी चक्रव्यूह में AAP के मुस्लिम चेहरा माने जाने वाले विधायक अमानतउल्ला खान उलझते जा रहे हैं. इस तरह से ओखला सीट पर अमानतउल्ला की सियासी राह काफी मुश्किलों भरी होती दिख रही है?

ओवैसी ने ओखला सीट पर जमाया डेरा

मुस्लिम बहुल ओखला विधानसभा सीट पर चुनावी मुकाबला काफी रोचक होता दिख रहा है. अमानतउल्ला खान जीत की हैट्रिक लगाने के लिए उतरे हैं तो कांग्रेस से अरीबा खान, AIMIM से शिफाउर रहमान और बीजेपी से मनीष चौधरी किस्मत आजमा रहे हैं. असदुद्दीन ओवैसी के रोड शो और जनसभा के बाद तेजी से ओखला के समीकरण बदले हैं. AIMIM ने आम आदमी पार्टी से जुड़े हुए कई स्थानीय नेताओं को अपने साथ मिलाकर अमानतउल्ला की सियासी टेंशन बढ़ा दी है तो ऊपर से ओवैसी ने अपने स्टार प्रचारकों के साथ ओखला में डेरा जमा रखा है.

असदुद्दीन ओवैसी ने 23 जनवरी को ओखला के जाकिर नगर, बटला हाउस में रोड शो किया और शहीन बाग में एक रैली को संबोधित किया था. इस रैली से AIMIM की उम्मीद जागी तो अमानतउल्ला खान की सियासी बेचैनी बढ़ी. इसके बाद से असदुद्दीन ओवैसी अपने सिपहसलारों के साथ ओखला में डेरा जमाए हुए हैं. हैदराबाद से AIMIM के विधायक माजिद हुसैन और पार्टी के पूर्व सांसद इम्तियाज जलील ओखला क्षेत्र में घूम-घूम कर नुक्कड़ सभाएं कर रहे हैं.

शिफाउर रहमान ने बढ़ाई अमानत की चिंता

ओवैसी सोमवार को देर रात ओखला के शाहीन बाग इलाके में आए और उन्होंने पार्टी नेताओं के साथ कई जगह पर बैठकें की. इतना ही नहीं बुधवार को 29 जनवरी और 2 फरवरी को ओखला क्षेत्र में चार जनसभाएं प्रस्तावित हैं. अमानतउल्ला के साथ खड़े रहने वाले शाहीन बाग के जाबिर इंजीनियर और बटला हाउस के महमूद अहमद जैसे मजबूत नेताओं को ओवैसी ने अपने साथ मिला लिया है. अमानत को पिछले दो चुनाव लड़ाने वाले कई नेता इस बार शिफाउर रहमान को चुनाव लड़ाते हुए नजर आ रहे हैं. अमानतउल्ला और शिफा दोनों ही
पश्चिम यूपी के मेरठ से आते हैं, कभी एक साथ हुआ करते थे, लेकिन सियासत ने एक-दूसरे के खिलाफ खड़ा कर दिया.

शिफाउर रहमान जामिया एलुमनी एसोसिएशन के अध्यक्ष भी है, जिसके चलते जामिया मिल्लिया के छात्रों और पूर्व छात्रों का भी समर्थन उन्हें मिल रहा. ओखला में बड़ी संख्या में जामिया से पढ़े हुए लोग रहते हैं. शिफाउर रहमान जेल में बंद होने से मुसमलानों की एक बड़े तबके को उनके प्रति साहुनभूति भी दिख रही है, जो अमानतउल्ला और अरीबा खान को लिए चिंता का सबब बनती जा रही है.

असदुद्दीन ओवैसी जिस तरह से केजरीवाल को मुस्लिम विरोधी कठघरे में खड़े करने की कवायद कर रहे हैं, जिसके लिए तबलीगी जमात और दिल्ली दंगे के वक्त आम आदमी पार्टी के रवैए को मुद्दा बनाया जा रहा. इसे लेकर अमानतउल्ला खान दंगे के बाद पीड़ितों के लिए किए कार्य और अपने जेल जाने जैसे मामले की दुहाई देते नजर आते हैं. इसके लिए वो अपनी कुर्बानियों का भी हवाला दे रहे हैं. सोशल मीडिया के जरिए शिफाउर रहमान के पक्ष में माहौल बनाया जा रहा, जिसका काउंटर करना अमानतउल्ला और आम आदमी पार्टी के लिए मुश्किल हो रहा. ओवैसी के उतरने से मुकाबला दिलचस्प हो गया है और यहां एकतरफा नहीं बल्कि त्रिकोणीय लड़ाई मानी जा रही है.

कांग्रेस ने ओखला में झोक रखी है ताकत

ओखला क्षेत्र कभी कांग्रेस का गढ़ हुआ करता था. पांच बार इस सीट पर कांग्रेस जीती है, लेकिन पिछले दो चुनाव से आम आदमी पार्टी का कब्जा है. कांग्रेस ओखला में अपने खोए हुए सियासी जनाधार को पाने के लिए पूर्व विधायक आसिफ मोहम्मद खान की जगह उनकी बेटी अरीबा खान को प्रत्याशी बना रखा है. अरीबा अबु फजल से पार्षद है, जो अपने पिता के नाम और काम पर वोट मांग रही है. पार्टी से जुड़े हुए ओखला क्षेत्र के कई नेता अरीबा के साथ प्रचार करते नजर नहीं आ रहे हैं, लेकिन आसिफ मोहम्मद की अपनी एक सियासी लॉबी है, जो पूरे दमखम के साथ उन्हें चुनाव लड़ा रही है. इसके अलावा बिहारी वोटरों को साधने के लिए पूर्णिया के सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव भी अरीबा खान के पक्ष में ओखला में सभा कर चुके हैं.

राहुल गांधी के उतरने से क्या बदले गेम?

कांग्रेस ओखला सीट पर अपनी जीत की उम्मीद लगाए हुए है, लेकिन शिफाउर रहमान के उतरने के चलते मुस्लिम समाज के एक बड़ा तबका AIMIM के साथ खड़ा नजर आ रहा है. ओवैसी के बढ़ते सियासी ग्राफ को काउंटर करने के लिए कांग्रेस राहुल गांधी को ओखला में प्रचार के लिए उतार रही है. राहुल गांधी मंगलवार को शाम 6 बजे ओखला क्षेत्र के तिकोना पार्क के पास अरीबा खान के लिए जनसभा संबोधित करेंगे. राहुल गांधी के उतरने से कांग्रेस को अपने पक्ष में माहौल बनने की उम्मीद नजर आ रही है तो अमानत उल्ला की सियासी टेंशन बढ़ सकती है.

भारत जोड़ो यात्रा के बाद राहुल गांधी की छवि मुसलमानों के बीच बेहतर हुई है. राहुल जिस तरह से आरएसएस और बीजेपी के खिलाफ खुलकर हमले करते हैं, वो मुसमलानों के बीच पंसद किया जाता है. राहुल गांधी के रैली से कांग्रेस को लाभ मिलेगा या नहीं, ये तो चुनाव नतीजे से पता चलेगा. ऐसे में एक तरफ ओवैसी और दूसरी तरफ राहुल गांधी के ओखला क्षेत्र में उतरने से सबसे बड़ी सियासी चिंता आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार अमानतउल्ला की बढ़ सकती है.

ओखला सीट पर क्या घिर गए अमानतउल्ला

कांग्रेस और ओवैसी ने ओखला क्षेत्र में जबरदस्त तरीके के आम आदमी पार्टी के खिलाफ सियासी चक्रव्यूह रच रखा है. बीजेपी ने मनीष चौधरी को उतारकर मुकाबले को रोचक बना दिया है. अमानतुल्ला खान ने असदुद्दीन ओवैसी पर बीजेपी को फायदा पहुंचाने का आरोप लगा रहे हैं. अमानतुल्ला खान ने आसिम खान को मात देकर 2015 में विधानसभा पहुंचे और केजरीवाल के करीबी नेता बने. 2020 में अमानत उल्ला ने परवेज हाशमी जैसे दिग्गज नेता को करारी मात देकर दोबारा कब्जा जमाया था, लेकिन मनीष चौधरी जिस तरह चुनाव लड़ रहे हैं, उसके चलते ही सियासी टेंशन बढ़ गई है.

ओखला में क्या बीजेपी का डर दिखा रही AAP?

ओखला विधानसभा सीट पर करीब 55 फीसदी मुस्लिम वोटर है. मुस्लिम वोटों के समीकरण के चलते बीजेपी कभी यह सीट नहीं जीत सकी है, लेकिन इस बार समीकरण बदल गए हैं. दिल्ली में बीजेपी का ग्राफ बढ़ा है और मनीष चौधरी जैसे नेता को मैदान में उतरने से लड़ाई चार कोणीय बन गई है. ऐसे में मुस्लिम वोट में शिफाउर रहमान, अमानतउल्ला और अरीब खान के बीच बंटेगा तो हिंदू वोट को मनीष चौधरी अपने पक्ष में करने में लगे हैं. आम आदमी पार्टी के समर्थक और अमानतउल्ला खान यही बात कह रहे हैं कि अगर मुस्लिम वोट बटेगा तो बीजेपी जीत जाएगी.

अमानतउल्ला अपनी हर एक जनसभा में यही कह रहे हैं कि ओवैसी के जरिए बीजेपी ने हमें हराने की साजिश रची है. अमानतुल्ला खान ने ओवैसी पर एक के बाद एक कई आरोप लगाते नजर आते हैं और वो लोगों से यह कहते हैं कि मेरे बराबर किसने कितनी कुर्बानी दी है. मैं अगर अपनी कुर्बिनियों को गिनाने लगूंगा तो आप लोगों की आंखों से आंसू आ जाएंगे. असदुद्दीन ओवैसी की क्या कुर्बानी है. क्या वो दिल्ली दंगों में गए थे. ओवैसी आपके (मुस्लिम) वोट को जज्बात के साथ बांटना चाहता है और आपकी यह सीट भाजपा को देना चाहता है. इस तरह से अमानतउल्ला खान इमोशनल दांव खेलकर ओखला में कांग्रेस और ओवैसी के सियासी चक्रव्यूह को तोड़ते हुए नजर आते हैं.

दिल्ली में बीजेपी के मुस्लिम चेहरा माने जाने वाले आतिफ रशीद कहते हैं कि अमानत उल्ला खान दस साल से ओखला के विधायक हैं.वो अपने काम के नाम पर वोट मांगने के बजाय बीजेपी का डर मुसलमानों को दिखा रहे हैं. मुसलमान सिर्फ अपने खुदा से डरता है. बीजेपी का डर दिखाकर कब तक दिखाएंगे, इस बार मुसलमान भी समझ रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीति सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास वाले मंत्र को लेकर बीजेपी चल रही है. दिल्ली के मुसमलानों के किसी को हराने के बजाय अपने विकास के लिए वोट करना होगा. ओखला में इस बार कमल खिलने जा रहा है.

AIMIM-कांग्रेस के चक्रव्यूह में उलझते जा रहे अमानतउल्ला, ओवैसी ने ओखला में डाला डेरा तो राहुल गांधी बढ़ाएंगे टेंशन


देश दुनियां की खबरें पाने के लिए ग्रुप से जुड़ें,

#INA #INA_NEWS #INANEWSAGENCY
Copyright Disclaimer :-Under Section 107 of the Copyright Act 1976, allowance is made for “fair use” for purposes such as criticism, comment, news reporting, teaching, scholarship, and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing., educational or personal use tips the balance in favor of fair use.
Credit By :-This post was first published on https://www.tv9hindi.com/, we have published it via RSS feed courtesy of Source link,

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
Close
Crime
Social/Other
Business
Political
Editorials
Entertainment
Festival
Health
International
Opinion
Sports
Tach-Science
Eng News