Nation- अननोन कॉल का जवाब न दें… जम्मू-कश्मीर पुलिस ने जारी किया साइबर सुरक्षा अलर्ट- #NA

प्रतीकात्मक तस्वीर
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद आतंकियों और उनके मददगारों के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है. भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत की गई कार्रवाई से ये साफ कर दिया है कि आतंकियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा. घाटी में सुरक्षा और भी ज्यादा बढ़ा दी गई है. चप्पे-चप्पे पर निगरानी रखी जा रही है, साथ ही संदिग्ध लोगों पर भी कड़ी नजर रखी जा रही है.
इस बीच जम्मू-कश्मीर पुलिस ने सोमवार (12 मई) को एक साइबर सुरक्षा अलर्ट जारी किया है जिसमें नागरिकों, पत्रकारों और सार्वजनिक हस्तियों को संवेदनशील जानकारी निकालने के लिए दुश्मन के खुफिया एजेंटों द्वारा कथित रूप से किए जा रहे नकली व्हाट्सएप नंबरों और संदिग्ध कॉलों के बारे में चेतावनी दी गई.
पुलिस ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर किया है जिसमें कहा गया है, दुश्मन के खुफिया एजेंटों के फर्जी व्हाट्सएप नंबरों और कॉलों का इस्तेमाल अधिकारियों का रूप धारण करने और पत्रकारों, नागरिकों के साथ ही सार्वजनिक हस्तियों से संपर्क करने के लिए किया जा रहा है ताकि मौजूदा स्थितियों के बारे में संवेदनशील जानकारी निकाली जा सके.
1/2 Spoofed WhatsApp numbers and calls from enemy intelligence operatives are being used to impersonate officials and contact journalists, civilians, and public figures to extract sensitive information about ongoing situations. @JmuKmrPolice
@KashmirPolice @SrinagarPolice— Cyber Police Kashmir (@Cyberpolicekmr) May 12, 2025
अलर्ट में लोगों से ऐसे संदिग्ध कॉल करने वालों को जवाब न देने या उनसे बातचीत न करने का आग्रह किया गया है. इसमें कहा गया है, ‘सभी को सख्त सलाह दी जाती है कि वे अज्ञात या संदिग्ध कॉल करने वालों को जवाब न दें या उनके साथ कोई जानकारी साझा न करें. पुलिस ने यह भी चेतावनी दी कि अनधिकृत व्यक्तियों के साथ परिचालन या संवेदनशील विवरण साझा करने पर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा सकती है. साइबर सेल ने जनता से अपील की है कि वे सतर्क रहें और ऐसी किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना सीधे नजदीकी पुलिस स्टेशन या साइबर सेल को दें.
2/2 All are strictly advised not to respond or share any information with unknown or suspicious callers. sharing of operational or sensitive details with unauthorised persons may invite legal action.
Stay alert, Report any such calls or messages to your nearest Police Station— Cyber Police Kashmir (@Cyberpolicekmr) May 12, 2025
बीते दिन ही राज्य जांच एजेंसी पुलिस ने दक्षिण कश्मीर में 20 स्थानों पर छापेमारी कर स्लीपर सेल मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया था. इस दौरान भारी मात्रा में आपत्तिजनक चीजें बरामद की गई थीं साथ ही कुछ संदिग्धों को हिरासत में भी लिया गया था. राज्य जांच एजेंसी (एसआईए) ने एक विज्ञप्ति में बताया था कि जम्मू-कश्मीर पुलिस कश्मीर में काम कर रहे आतंकी सहयोगियों और ओवर ग्राउंड वर्कर्स (OGW) पर नजर रख रही है. तकनीकी खुफिया जानकारी से पता चला है कि कश्मीर में कई स्लीपर सेल पाकिस्तान में बैठे अपने आकाओं के सीधे संपर्क में थे और सुरक्षाबलों और महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों के बारे में संवेदनशील और रणनीतिक जानकारी को मैसेजिंग ऐप जैसे कि व्हाट्सएप, टेलीग्राम, सिग्नल आदि के जरिए पहुंचाने में शामिल थे.
अननोन कॉल का जवाब न दें… जम्मू-कश्मीर पुलिस ने जारी किया साइबर सुरक्षा अलर्ट
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