Nation- New Year 2025: पूर्णिया में नए साल का होगा शानदार आगाज, स्वागत के लिए सजकर तैयार है काझा कोठी पिकनिक स्पॉट; आप भी जरूर जाएं- #NA
पूर्णिया में पयर्टकों के लिए सजाया गया काझा कोठी पार्क.
नया साल मनाने भले लोग नेपाल व दार्जलिंग, सिलीगुड़ी चले जाएं, लेकिन पूर्णिया जिले के काझा कोठी पार्क का एक विशेष स्थान है. बिहार के लोकप्रिय भूतपूर्व मुख्यमंत्री भोला पासवान शास्त्री के नाम से बना पार्क क्षेत्रफल की दृष्टि से बहुत बड़ा है. सीमांचल के इलाकों से काफी संख्या में लोग यहां नए साल में पिकनिक मनाने आते हैं. दरअसल, प्रकृति की गोद में बसा यह पार्क बच्चे और बड़ों सभी को भाता है. वहीं सुरक्षा की दृष्टिकोण से पुलिस की भी कड़ी सुरक्षा रहती है.
बिहार दौरे पर आए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भोला पासवान शास्त्री पार्क को सजाने के लिए करोड़ों की बजट जारी किए हैं. काझा के मुखिया राजेश कुमार साह के सानिध्य में इसकी सजावट का काम हो रहा है. पार्क की खूबियां इतनी बेहतर हैं कि उसका कोई वर्णन ही नहीं है. पार्क के एक साइड जगत जननी मां दुर्गा का मंदिर है तो दूसरे तरफ पीर बाबा की दरगाह है. यहां शारदीय नवरात्रि में मेले का आयोजन होता है तो वहीं पीर बाबा को चादर एवं मुर्गा चढ़ाया जाता है.
पार्क में जगह-जगह विश्रामालय, रनिंग पैड, फूलदार बागवान, झरने-तालाब अत्यंत मनोरम लगते हैं. इस पार्क में 20वीं सदी में काफी संख्या में अंग्रेज घूमने आते थे और यहां के लोगों के लिए यह अद्भुत पल होता था. पूर्णिया के कई जिलाधिकारियों ने इस पार्क में सापरिवार पिकनिक मनाकर नया साल इंजॉय किया है. कयास लगाया जा रहा है कि इस वर्ष भी प्रशानिक टीम पार्क में पिकनिक का आनंद उठाएगी. मुखिया राजेश कुमार साह ने बताया कि काझा कोठी पिकनिक स्पॉट के लिए सजकर तैयार है.
नव वर्ष में मां पुरणदेवी का आर्शीवाद लेना जरूरी
पूर्णिया जिले का नामकरण ही मां पुरणदेवी के नाम से हुआ है. करीबी 500 वर्ष पुराने इस मंदिर में नव वर्ष को मां का आशीर्वाद लेने के लिए भक्तों का तांता लगता है. भीड़ की वजह से छोटा मेला सा नजारा यहां लगता है, जिसमें बच्चे जमकर खरीदारी भी करते हैं. सुबह की पहली किरण से ही यहां पूजा-पाठ करने के लिए लोगों की लाइन लग जाती है. पूर्णिया सहित यहां देश-विदेश से अपनी मनोकामना पूर्ण करने हेतु श्रद्धालु आते हैं. यहां जब भी देश के प्रधानमंत्री, गृहमंत्री आते हैं तो मां पुरणदेवी की स्तुति जरूर करते हैं.
धुर्वे उद्यान-राजेंद्र बाल उद्यान बच्चों की पहली पसंद
शहर के बीचों बीच बने राजेंद्र बाल उद्यान और धुर्वे उद्यान छोटे बच्चों की आज भी पहली पसंद है. नव वर्ष में लोग परिवार के साथ यहां आते हैं और खाना बनाकर परिजन के साथ एक साथ खाने का आनंद लेते हैं. बिहार में लोग इसे वनभोज भी कहते हैं. वन विभाग द्वारा संचालित इन पार्कों में बच्चों के लिए झूले और खेल के कई प्रबंध किए गए हैं.
खुले मैदान में लोग बैठकर धूप के आनंद के साथ साथ डीजे की धुन पर नाचते हुए नए साल की खुशियां मानते हैं. वन विभाग द्वारा कई रंग-बिरंगे फूलों के बगीचे, झरने और सेल्फी पॉइंट भी बनाए गए हैं. यूं तो इन जगहों पर रोजाना लोगों का आना-जाना लगा रहता है, लेकिन नए साल के दिन पार्क पूरी तरह से फुल हो जाता है.
New Year 2025: पूर्णिया में नए साल का होगा शानदार आगाज, स्वागत के लिए सजकर तैयार है काझा कोठी पिकनिक स्पॉट; आप भी जरूर जाएं
देश दुनियां की खबरें पाने के लिए ग्रुप से जुड़ें,
#INA #INA_NEWS #INANEWSAGENCY
Copyright Disclaimer :-Under Section 107 of the Copyright Act 1976, allowance is made for “fair use” for purposes such as criticism, comment, news reporting, teaching, scholarship, and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing., educational or personal use tips the balance in favor of fair use.
Credit By :-This post was first published on https://www.tv9hindi.com/, we have published it via RSS feed courtesy of Source link,