Nation- UK का बोल पहुंच गए US, परिवार से बोला झूठ; अमेरिका से डिपोर्ट हुए गुजरात के लोगों की एक जैसी कहानी- #NA
अमेरिका से 104 अवैध प्रवासी भारत भेजे गए.
अमेरिका में रह रहे अवैध प्रवासी अब अपने-अपने देश वापस भेजे जा रहे हैं. इनमें 104 भारतीय भी हैं, जिन्हें अमेरिकी सेना का विमान C-17 मंगलवार को पंजाब के अमृतसर एयरपोर्ट लेकर पहुंचा. इन 104 लोगों में 33 गुजरात के रहने वाले लोग हैं. कहा जा रहा है कि ये लोग भारत से वैध तरीके से रवाना हुए थे, लेकिन इन्होंने डंकी रूट के जरिए अमेरिका में घुसने की कोशिश की थी. इसी वजह से इन्हें अब अमेरिका से बाहर किया जा रहा है.
बात अगर गुजरात की करें तो यहां के 33 लोग अमेरिका से वापस भेजे गए हैं. इनमें अधिकतर मेहसाणा जिले के रहने वाले हैं. इन्हीं में कुछ परिवार अब सामने आ रहे हैं और अमेरिका की ट्रंप सरकार के फैसले की आलोचना कर रहे हैं. साथ ही साथ वह अपनों की सुरक्षा को लेकर डरे-सहमे भी हैं. जिले के खानुसा गांव के रहने वाले दो लोग अमेरिका से भारत पहुंचे हैं. हालांकि इनका परिवार कुछ बोलने को तैयार नहीं है.
मेहसाणा जिले के सबसे ज्यादा लोग अवैध प्रवासी
वहीं विजापुर के दाभला गांव की रहने वाली निकिता पटेल भी भारत लौट आई हैं. वह यूरोप के टूर पर गई थीं, लेकिन परिवार को जानकारी दिए बिना ही वह अमेरिका पहुंच गईं. अमेरिका से उनके निर्वासन की खबर आई तो परिवार चिंतित हो गया. कनुभाई पटेल ने बताया कि निकिता एक महीने पहले यूरोप का वीजा लेकर अपनी दो दोस्तों के साथ घूमने गई थी. हमारी उससे आखिरी बार बात 14-15 जनवरी को हुई थी.
यूरोप जाने की बता बेटी ने बताई थी
निकिता ने बताया था कि वह यूरोप में है. अमेरिका जाने के बारे में कुछ नहीं बताया था. हमें मीडिया के द्वारा ही जानकारी मिली कि गुजरात के 33 लोग वापस भेजे जा रहे हैं. कनुभाई पटेल ने बताया कि निकिता ने अभी M.Sc. की पढ़ाई पूरी की है, लेकिन यहां जॉब नहीं मिली. इसीलिए उसने यूरोप जाने का फैसला किया था. निकिता के पिता कनुभाई पटेल ने कहा कि ट्रंप सरकार का निर्णय गलत है. युवा लोग बड़े सपने लेकर अमेरिका जा रहे हैं. अमेरिका जाने वाले युवाओं के सपने टूट रहे हैं.
यहां खेती-बाड़ी कर रहा था बेटा, फिर अमेरिका चला गया
वहीं बापूपुरा गांव निवासी जिग्नेश भी वापस आ गया है. जिग्नेश ने अपने घर में बताया था कि उसे यूरोप का वीजा मिल गया है, लेकिन वह भी अमेरिका पहुंच गया. जिग्नेश के पिता ने बताया कि खबरें देखते हुए उन्हें पता चला कि जिग्नेश को अमेरिका में गिरफ्तार किया गया था और अब वापस भेज दिया गया है. जिग्नेश अपने भाई और दोस्तों के साथ गया था. उन्होंने कहा कि मुझे तो यह भी नहीं मालूम कि इसमें कितना पैसा खर्च हुआ. मेरा बेटा घूमने गया था, लेकिन पता कि वह अमेरिका क्यों गया. यहां खेती और पशुपालन कर रहा था.
परिवार को नहीं पता कहां है उनका बेटा?
वहीं लंघनाज गांव का युवक पिंटू प्रजापति पिंटू महीने पहले अमेरिका गया था. हैरान करने वाली बात तो यह है कि परिवार को इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि पिंटू अमेरिका पहुंचा था या नहीं. परिवार ने पिंटू से आखिरी बार 21 जनवरी को बात की थी. अब परिवार उसके लिए परेशान है. उन्हें पिंटू की चिंता हो रही है. परिवार को यह भी नहीं पता है कि पिंटू को वहां से निकाला गया है नहीं.
UK का बोल पहुंच गए US, परिवार से बोला झूठ; अमेरिका से डिपोर्ट हुए गुजरात के लोगों की एक जैसी कहानी
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