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कौन हैं जगजीत सिंह डल्लेवाल? 25 दिनों से आमरण अनशन बैठे, सेहत नाजुक
किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल. (फाइल फोटो)
70 साल के किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल 26 नवबंर से आमरण अनशन पर हैं. आज उनके आमरण अनशन के 25 दिन हो जाएंगे. जगजीत सिंह डल्लेवाल पंजाब के फरीदकोट के डल्लेवाल गांव के रहने वाले हैं. संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) के संयोजक हैं. मौजूदा किसान आंदोलन 2.0 में वो दिल्ली चलो मार्च का नेतृत्व कर रहे हैं.
किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल 2021 में व्यापक और बड़े कृषि आंदोलन का भी हिस्सा रहे. वह लगभग 17 एकड़ जमीन के मालिक हैं. अनशन पर बैठने से पहले डल्लेवाल ने अपनी 4.5 एकड़ जमीन अपने बेटे गुरपिंदरपाल के नाम कर दी है.
साथ ही डल्लेवाल ने दो एकड़ अपनी बहु हरप्रीत कौर के नाम सौंप दी है. बाकी की बची हुई 10.5 एकड़ खेती योग्य जमीन उन्होंने अपने पोते जिगरजोत सिंह के नाम कर दी है. डल्लेवाल भारती किसान यूनियन (एकता सिद्धूपुर) का नेतृत्व करते हैं.
जगजीत सिंह डल्लेवाल प्रोस्टेट कैंसर और डायबिटीज से पीड़ित है. वह समाजसेवी अन्ना हजारे के फॉलोअर माने जाते हैं. 23 फरवरी, 2018 को डल्लेवाल तब सुर्खियों में आए, जब किसानों की उपज के लिए लाभकारी मूल्य सुनिश्चित करने और कृषि ऋण माफी के लिए स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करने की मांग को लेकर दिल्ली की ओर जा रहे ट्रैक्टरों के काफिले को पंजाब की तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने संगरूर के चीमा मंडी में रोक दिया था.
इसके बाद सरकार से उन्हें अपना मार्च फिर से शुरू करने की अनुमति मिलने से पहले काफिले ने चीमा मंडी में 28 दिनों तक डेरा डाला था. इसके बाद, डल्लेवाल 23 मार्च, 2018 को दिल्ली में अन्ना हजारे की भूख हड़ताल में शामिल हुए. 1 जनवरी, 2019 को डल्लेवाल ने फिर से चंडीगढ़ में कृषि संकट से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर पांच दिनों की भूख हड़ताल की. डल्लेवाल फिलहाल किसान मजदूर मोर्चा और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) के द्वारा 13 फरवरी से हरियाणा और पंजाब की सीमाओं पर शंभू और खन्नौरी बॉर्डर पर जारी आंदोलन में शामिल रहे हैं.
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