National-Home Loan: क्या अब है घर खरीदने का 'स्मार्ट' मौका? कब तक मिलेगा सस्ता लोन – #INA

Home Loan: क्या यह घर खरीदने का सबसे सही मौका है? यह सवाल मौजूदा हालात में काफी अहम हो गया है। क्योंकि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने दो साल के अंतराल के बाद नीतिगत ब्याज दर (Repo Rate) में कटौती का सिलसिला शुरू किया है। कई सरकारी बैंक 8% या इससे कम ब्याज दर पर होम लोन दे रहे हैं।
आइए एक्सपर्ट से समझते हैं कि इस वक्त घर खरीदने का फैसला सही रहेगा या नहीं, क्या आगे ब्याज दरों में और कटौती के आसार हैं। साथ ही, यह भी जानेंगे कि फिलहाल कौन-से बैंक सबसे सस्ता होम लोन दे रहे हैं और सबसे सस्ती दर पर लोन लेने पर कितनी EMI बनेगी।
2 साल बाद शुरू हुआ है रेपो रेट घटने का सिलसिला
RBI ने कोरोना महामारी के बाद मई 2022 से फरवरी 2023 तक रेपो रेट में इजाफा किया। इसे 4% से बढ़ाकर 6.50% कर दिया यानी कुल 2.5% की बढ़ोतरी हुई। उसके बाद रेपो रेट 2 साल तक जस की तस रही। फिर इसमें बदलाव हुआ फरवरी 2025 में, जब केंद्रीय बैंक ने नीतिगत दरों में 0.25% की कटौती की। इसके बाद अप्रैल की RBI MPC में भी रेपो रेट में इतनी ही कटौती की गई और अब यह 6% पर आ गई है।
रेपो रेट घटने के बाद कई सरकारी बैंकों ने इसका फायदा आम जनता को दिया और होम लोन की ब्याज दर घटकर 8% या इससे नीचे आ गई। यह कई घर खरीदारों के लिए होम लोन लेने का अच्छा मौका बनकर उभरा है, जो अब तक ज्यादा ब्याज दर के चलते हिचक रहे थे।
क्या अभी होम लोन और सस्ता हो सकता है?
RBI ने जब 2023 से 2025 के बीच करीब दो साल तक रेपो रेट में कटौती नहीं की, तो उसकी सबसे बड़ी दलील थी कि अभी उसका पूरा ध्यान महंगाई को काबू में करने पर है। हालांकि, पिछले कुछ महीने से महंगाई लगातार कम हो रही है।
अगर अप्रैल 2025 की बात करें, तो कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) पर आधारित खुदरा महंगाई घटकर 3.16% पर गई। यह बीते 6 साल का सबसे निचला स्तर है। ऐसे में RBI की जून MPC में भी रेपो रेट में कटौती की उम्मीद बढ़ गई है। RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा ने भी संकेत दिया था कि अगर महंगाई काबू में रहती है, तो ब्याज दरों में कटौती का सिलसिला जारी रहेगा।
रेपो रेट में कुल 1.25% तक हो सकती है कटौती
SBI रिसर्च के मुताबिक, ‘देश में कम महंगाई और धीमी ग्रोथ के चलते यह ‘गोल्डीलॉक्स पीरियड’ है यानी ब्याज दरें घटाने का सबसे सही समय। RBI मौजूदा वित्त वर्ष के आखिर तक रेपो रेट में करीब 125 बेसिस पॉइंट्स (1.25%) की कटौती कर सकता है।’
इसकी शुरुआत जून और अगस्त 2025 में रेपो रेट में कुल 75 बेसिस प्वाइंट (0.75%) की कटौती से हो सकती है।’ अगर ऐसा होता है, तो मौजूदा वित्त वर्ष के आखिर तक 800 से अधिक क्रेडिट स्कोर वालों को 6.6% की दर पर भी होम लोन मिल सकता है।
होम लोन सस्ता होने का इंतजार करना सही होगा?
बेसिक होम लोन के को-फाउंडर और सीईओ अतुल मांगा का कहना है कि मौजूदा भू-राजनीतिक तनाव आर्थिक स्थिरता को लेकर कुछ चिंता पैदा करते हैं। लेकिन, हमें थोड़े समय की अनिश्चितता और लंबी अवधि निवेश संभावनाओं के बीच अंतर करना चाहिए। हम काफी हद स्थिर आर्थिक माहौल में हैं। अभी बेशक होम लोन की ब्याज दरें 2020-21 के ऐतिहासिक निचले स्तर से ऊपर हों, लेकिन ज्यादातर स्थिर हो चुकी हैं।
अतुल मांगा का मानना है कि इस वक्त घर खरीदना अच्छा फैसला हो सकता है। उनका कहना है, ‘देश के कई हिस्सों में प्रॉपर्टी की कीमतें धीरे-धीरे ऊपर जा रही हैं। ऐसे में केवल दरों के और नीचे आने का इंतजार करना कई अच्छे ऑफर्स को गंवा देने जैसा हो सकता है। अगर आपकी आय स्थिर है और आप वित्तीय रूप से तैयार हैं, तो यह घर खरीदने का काफी अच्छा समय हो सकता है।’
रियल एस्टेट में निवेश करने का यह सही समय है?
ग्रेट वैल्यू रियल्टी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक मनोज अग्रवाल के मुताबिक, यह 2025 में घर खरीदने की सोच रहे लोगों के लिए समय काफी अच्छा हो सकता है। उनका कहना है कि रेपो रेट में हालिया कटौती से कई सरकारी बैंक अब 8% या इससे कम ब्याज दर पर होम लोन दे रहे हैं। इससे EMI कम हो गई है और घर खरीदना अधिक सुलभ हो गया है।
अग्रवाल का कहना है, ‘मौजूदा ब्याज दरें आकर्षक हैं। अगर आप वित्तीय रूप से तैयार हैं, तो यह घर खरीदने का सही समय हो सकता है। कई डेवलपर्स आकर्षक ऑफर और छूट दे रहे हैं। इससे घर खरीदना और भी फायदेमंद हो सकता है। हालांकि, आपको गौर कर लेना चाहिए कि आपकी आमदनी, क्रेडिट स्कोर और लंबे समय की पैसों से जुड़ी जिम्मेदारी घर खरीदने के फैसले के साथ मेल खाती हों।’
माइक्रो-मार्केट्स में घरों की तगड़ी डिमांड
कृष्णा ग्रुप और क्रिसुमी कॉरपोरेशन के चेयरमैन अशोक कपूर का भी कहना है कि यह घर खरीदने और निवेश करने के लिए एक अच्छा मौका है। खासकर उन लोगों के लिए, जो इसे लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट के रूप में देख रहे हैं। कपूर के मुताबिक, संपत्ति के दाम अब भी काफी आकर्षक हैं और होम लोन की ब्याज दर किफायती बनी हुई हैं। दिल्ली -NCR के प्रमुख माइक्रो-मार्केट्स में डेवलपर्स को बेहतर मांग देखने को मिल रही है, जहां ग्रोथ की काफी अच्छी संभावनाएं हैं।”
कपूर ने कहा, ‘RBI अपनी आगामी मौद्रिक नीति बैठक में नीतिगत दरों में और कटौती कर सकता है, जो खरीदारों का मनोबल और बढ़ाएगा। होम लोन की दर कम है और बाजार भी काफी हद तक स्थिर है। ऐसे में जो लोग अब तक झिझक रहे थे, जो वे अभी अब खरीदने का फैसला ले सकते हैं।’
कौन से बैंक दे रहे हैं सबसे सस्ता होम लोन
बैंकबाजार के मुताबिक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया और बैंक ऑफ महाराष्ट्र की शुरुआती ब्याज दर 7.85% है, जो बाकी सभी वित्तीय संस्थानों की तुलना में सबसे कम है। अधिकतर सरकारी बैंक 8% या इससे कम ब्याज दर पर होम लोन दे रहे हैं। हालांकि, अधिकतर निजी बैंकों और नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनियों (NBFC) की ब्याज दर 8% या इससे अधिक है।
अगर आप 7.85% की ब्याज दर पर 20 साल के लिए ₹30 लाख का लोन लेते हैं, तो आपकी EMI ₹24,814 महीना बनेगी। इसमें आपको कुल ₹59.55 लाख देने होंगे। इसमें से ₹29.55 लाख ब्याज होगा। आप इस हिसाब से ₹50 लाख और ₹1 करोड़ के ब्याज और EMI कैलकुलेशन को नीचे गई टेबल से समझ सकते हैं।
लोन की रकम (₹) | EMI (₹) | कुल पेमेंट (₹) |
₹30 लाख | 24,814 | ₹59.55 लाख |
₹50 लाख | 41,356 | ₹99.25 लाख |
₹1 करोड़ | 82,713 | ₹1.98 करोड़ |
नोट: यह कैलकुलेशन ब्याज दर 7.85% और अवधि 20 साल मानकर किया गया है। ब्याज आपके क्रेडिट स्कोर और इनकम जैसे कई पहलुओं पर भी निर्भर करती है।
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