National-सोनम बेवफा नहीं कातिल भी है! राज के लिए राजा की हत्या, कैसे हनीमून के नाम पर रचा खूनी खेल – #INA

इंदौर की गलियों में 11 मई की रात जहां ढोल-ढमाके के साथ एक नए जोड़े की शादी की खुशियां मनाई जा रही थीं, वहीं सिर्फ 12 दिन बाद मेघालय के घने जंगलों में एक लाश गहरी खाई में पड़ी मिली। वो लाश किसी और की नहीं, बल्कि उसी दूल्हे राजा रघुवंशी की थी, जिसने हाल ही में अपनी पत्नी सोनम संग सात फेरे लिए थे। शुरुआत एक सुनहरे हनीमून से हुई, लेकिन कहानी खत्म हुई खून, साजिश और विश्वासघात के साथ। प्यार के नाम पर जो रिश्ता शुरू हुआ था, वो कब एक खूनी खेल में बदल गया, किसी को पता भी नहीं चला।

अब सवाल ये है—क्या ये महज एक दुर्घटना थी या फिर पहले से रची गई खौफनाक प्लानिंग? क्या सोनम ने अपने ही पति को धोखे से मौत की नींद सुला दिया? और अगर हां, तो क्यों? चलिए आपको आज इस पूरे मामले में कब-कब क्या और कैसे हुआ ये बताते हैं..

शुरुआत करते हैं टाइम लाइन से…

राजा रघुवंशी (Raja Raghuwanshi) और सोनम रघुवंशी की शादी 11 मई को हुई थी और वे 20 मई को हनीमून के लिए इंदौर से मेघालय के लिए निकले। हनीमून पर जाने के तीन दिन बाद 23 मई को उनके लापता होने की खबर मिली। शिलांग होमस्टे में, जहां यह कपल ठहरा हुआ था, CCTV में वे दोनों काले जैकेट पहने हुए और सफेद सूटकेस लिए हुए दिखाई दिए। वीडियो में राजा की पत्नी की पहनी हुई सफेद शर्ट बाद में राजा के शव के पास से बरामद की गई थी।

24 मई को पुलिस को उनकी किराए पर ली गई स्कूटी शिलांग को सोहरा से जोड़ने वाली सड़क के किनारे एक कैफे के बाहर लावारिस हालत में मिला। पुलिस के अनुसार, 23 मई को आखिरी बार इस कपल को देखा गया था, इससे पहले वे दोनों 22 मई को मावलखियात गांव पहुंचे और कपल ने तीन हजार सीढ़ियां उतर कर फेमस “लिविंग रूट ब्रिज” के पास एक होमस्टे में रात बिताई।

राजा की मां ने बताया कि जिस दिन वे दोनों लापता हुए, उसी दिन उन्हें सोनम का एक वॉयस मैसेज मिला था। रिकॉर्डिंग में, सोनम सांस फूलने की शिकायत करती है, वह अपनी सास से कह रही थी कि वह झरने पर ट्रेकिंग करने जा रही है। यही उनकी आखिरी बातचीत थी।

इसके बाद से परिवार को राजा और सोनम से कोई संपर्क नहीं हो पाया। परिवार ने स्थानीय पुलिस में शिकायत दर्ज कराई और फिर यहां से शुरू हुआ एक बड़ा सर्च ऑपरेशन।

राजा रघुवंशी का मिला शव

2 जून को, आठ दिनों की कड़ी मशक्कत के बाद, राजा रघुवंशी का शव सोहरा में वेई सावडोंग झारने के पार्किंग स्पॉट के नीचे एक गहरी खाई से बरामद किया गया। शव के साथ, पुलिस को मौके से कई चीजें भी मिलीं, जिनमें महिला की एक सफेद शर्ट, पेंट्रा 40 (दवा) का एक पत्ता और एक LCD स्क्रीन का हिस्सा, जो शायद ViVo स्मार्टफोन का था।

राजा का शव इतनी बुरी हालत में मिला कि उसकी पहचान कर पाना मुश्किल था। राजा की कलाई पर एक स्मार्टवॉच भी बंधी हुई मिली, जिसके आधार पर परिवार ने उसके शव की पहचान की। ये स्मार्टवॉच राजा के बड़े भाई विपुल रघुवंशी थी। साथ राजा के हाथ पर बने टैटू से भी उसकी पहचान की गई।

उसी दिन, 2 जून को, पुलिस ने खून से सना एक धारदार हथियार- dao और एक काला रेनकोट भी बरामद किया। ऐसा शक था कि रेनकोट इसी कपल का था।

यह सब मावक्मा गांव में मिला, जो उस घाटी से कुछ किलोमीटर दूर है, जहां राजा का शव मिला था। एक जांचकर्ता ने यह भी कहा कि जो चाकू मिला है, वो मेघालय में इस्तेमाल होने वाले पारंपरिक चाकू जैसा नहीं है। शव मिलने के बाद SIT बनाई गई और शव का पोस्टमार्टम कराया गया।

टूरिस्ट गाइड ने तीन और लोगों के बारे में बताया

इसके बाद इस पूरे मामले एक मोड़ आया, जब एक टूरिस्ट गाइड ने बताया कि जिस दिन वे सोहरा से लापता हुए, उस दिन उन्होंने कपल को तीन आदमियों के साथ देखा था। मावलखियात के एक गाइड अल्बर्ट पीडी ने बताया कि उन्होंने कपल को तीन पुरुष टूरिस्टों के साथ 23 मई को सुबह 10 बजे नोंगरियात से मावलखियात की ओर चढ़ते देखा था। पीडी ने बताया, “चारों पुरुष हिंदी में बातचीत कर रहे थे, लेकिन मैं समझ नहीं पाया कि वे क्या बोल रहे थे, क्योंकि मैं केवल खासी और अंग्रेजी ही जानता हूं।”

तभी से पुलिस ये खोजने में लग गई कि आखिर ये तीन लोग कौन थे। इस बीच घटना के करीब 17 दिनों बाद, 8 जून देर रात सोनम UP के गाजीपुर से मिली। सोनम को रविवार देर रात से सोमवार सुबह 4 से 5 बजे के बीच गाजीपुर के काशी ढाबे पर पाया गया।

सोनम रघुवंशी (Sonam Raghuwanshi) ने ढाबे पर पहुंचकर वहां काम करने वाले साहिल यादव से मोबाइल मांगकर अपने भाई गोविंद रघुवंशी से संपर्क किया। साहिल ने बताया, “रात करीब एक बजे वह दुकान पर आई थी और रोते हुए बोली कि घर पर कॉल करना है। मैंने अपना मोबाइल दिया, उसने अपने परिवार से बात की। फिर मैंने उसे बैठने को कहा और पुलिस को जानकारी दी। पुलिस आई और उसे अपने साथ ले गई।

सोनम के बरामद होते ही ये सारी गुत्थी सुलझनी शुरू हो गई। मेघालय पुलिस ने कहा कि सोनम ने खुद ही सरेंडर किया और वही इस मामले की मुख्य आरोपी है। उसने ये राज कुशवाहाा के साथ मिलकर अपने पति की हत्या की साजिश रची।

सोनम ने राज के साथ मिल कर रची साजिश

पूर्वी खासी हिल्स के SP विवेक सायम ने कहा कि इस मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा “गिरफ्तार किया गया पहला व्यक्ति 19 साल का आकाश राजपूत उत्तर प्रदेश के ललितपुर से है। दूसरा 22 साल का विशाल सिंह चौहान और तीसरा 21 साल का राज सिंह कुशवाहाा मध्यप्रदेश के इंदौर से है। इसके अलावा मध्यप्रदेश के सागर जिले से 23 साल के आनंद कुर्मी को भी गिरफ्तार किया गया है।”

मेघालय के DGP आई नोंगरांग ने बताया कि राजा की पत्नी सोनम ने उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। नोंगरांग ने बताया, ‘‘सोनम ने उत्तर प्रदेश के नंदगंज थाने में आत्मसमर्पण कर दिया और बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया गया।’’ DGP ने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों ने खुलासा किया है कि सोनम ने रघुवंशी की हत्या के लिए उन्हें भाड़े पर बुलाया था।

सोनम के पिता का मेघालय पुलिस पर आरोप

वहीं सोनम के घरवाले उल्टा मेघालय पुलिस को ही कटघरे में खड़ा कर रहे हैं और इस पूारे मामले की जांच CBI से कराने की अपील कर रहे हैं। उसके पिता का दावा है, “मुझे 100% यकीन है कि राजा रघुवंशी की हत्या में मेघालय पुलिस का हाथ है।”

सोनम रघुवंशी के पिता देवी सिंह का कहना है, “सोनम ने अपने भाई गोविंद को फोन किया, जिसने मुझे बताया कि सोनम गाजीपुर के एक ढाबे पर मिली है। मेरी सरकार से अपील है कि CBI जांच कराई जाए। मेघालय पुलिस झूठ बोल रही है। उन्होंने कोई जांच नहीं की। मुझे 100% यकीन है कि राजा रघुवंशी की हत्या में मेघालय पुलिस का हाथ है। मैंने राजा रघुवंशी के परिवार से बात नहीं की है। सोनम और राजा शादी से पहले एक-दूसरे को नहीं जानते थे। यह एक अरेंज मैरिज थी। मैं अपनी बेटी से बात नहीं कर पाया हूं। सिर्फ मेरे बेटे गोविंद ने रात करीब 2 बजे सोनम से बात की। सोनम खुद ही गाजीपुर के ढाबे पर पहुंची थी। मेघालय पुलिस इस मामले में सोनम को फंसाने की कोशिश कर रही है। अगर CBI जांच होती है, तो मैं अपनी बेटी से बात नहीं कर पाऊंगा। मेघालय के पुलिस स्टेशन के अधिकारी सलाखों के पीछे होंगे।”

सोनम बोली- मेरा अपहरण हुआ

इस बीच पति की हत्या के आरोप में गिरफ्तार सोनम का भी पहला बयान सामने आया और उसने दावा किया कि वह आरोपी नहीं बल्कि पीड़ित है। रिपोर्ट्स मानें, तो सोनम का कहना कि उसका अपहरण हुआ था और अपहरण करने वालों ने उसे गाजीपुर में छोड़ में दिया।

हालांकि, मेघालय पुलिस का कहना है कि जब राज समेत एक-एक कर सभी आरोपी गिरफ्तार होने लगे तब एकदम से सोनम कैसे सामने आ गई, जब इतने दिनों से नहीं आई। SP विवेक सायम का कहना है कि अगर आप इसे तार्किक रूप से देखें, तो इतने दिनों से वह बाहर नहीं आई थी, लेकिन कल रात जब राज कुशवाहा और अन्य आरोपी पकड़े गए, तो वह अचानक सामने आ गई। यह अपने आप में सब कुछ बयां कर देता है।

वहीं राजा के घरवालों ने भी कई बड़े खुलासे किए, जो इस घटना में किसी बड़ी साजिश की ओर इशारा करते हैं, जैसे पहले राजा और सोनम को सिर्फ असम जाकर मां कामाख्या मंदिर में पूजा-अर्चना करनी थी, लेकिन बाद में वह शिलांग चले गए। शिलांग ट्रिप पर जाने से लेकर ठहरने तक की सारी तैयारियां खुद सोनम ने की थी। सबसे बड़ी बात उन्होंने वापसी की कोई टिकट नहीं कराई थी।

सोनम ने राजा से गहने पहन कर चलने को कहा

राजा की मां उमा रघुवंशी का कहना है कि उनके बेटे ने उन्हें बाद में बताया कि वे लोग शिलांग जा रहे हैं, तब तक सोनम सारी तैयारियां कर चुकी थी। साथ ही उन्होंने एक बड़ा खुलासा ये भी किया कि सोनम अपने माता-पिता के घर से सीधे एयरपोर्ट पहुंची, जबकि राजा अपने घर से 10 लाख रुपए से ज्यादा के सोने के आभूषण पहनकर निकले, जिसमें एक हीरे की अंगूठी, एक गोल्ड चेन और एक सोने का कड़ा शामिल था। जब राजा की मां ने उससे पूछा, तो उसने बताया कि सोनम चाहती थी कि वह ये गहने पहन कर ही हनीमून पर चले।

अब सभी आरोपियों को मेघालय पुलिस को सौंपने की तैयारी चल रही है, जिसके बाद पुलिस उन्हें कोर्ट में पेश कर रिमांड की मांग करेगी और तब शायद इस मामले में और भी कई बड़े चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं।

सोनम बेवफा नहीं कातिल भी है! राज के लिए राजा की हत्या, कैसे हनीमून के नाम पर रचा खूनी खेल


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