वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों का इंतजार हुआ खत्म, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दी अहम जानकारी #INA
Vande Bharat Sleeper Train: वंदे भारत स्लीपर ट्रेन कब शुरू होगी. वंदे भारत स्लीपर ट्रेन के लिए कितना इंतजार करना होगा? आपके सभी सवालों के जवाब आपको इस खबर में मिल जाएंगे. हाल में जारी कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि डिजाइन संबंधित मंजूरी के कारण स्लीपर ट्रेनों की विनिर्माण प्रक्रिया में देरी हो रही है. हालांकि, केंद्रीय रेल मंत्री ने तमाम दावों को खारिज कर दिया है. उन्होंने कहा कि वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों के निर्माण के लिए जिस रूसी कंपनी को चुना है, उसके लिए डिजाइन कभी भी कोई मुद्दा था ही नहीं.
Vande Bharat Sleeper Train: 1920 स्लीपर कोच बनने हैं
मीडिया में कुछ समय पहले रूसी कंपनी टीएमएच के अधिकारियों के हवाले से खबर आई थी. खबर में कहा गया था कि भारतीय रेल ने स्लीपर ट्रेनों में शौचालय और पेंट्री कार की मांग की है. इस वजह से ट्रेन के डिजाइन में बदलाव करना आवश्यक हो गया है. हालांकि, तमाम मीडिया रिपोर्टों को रेल मंत्रालय ने नकार दिया है. बता दें, रूसी कंपनी को वंदे भारत स्लीपर ट्रेन के 1920 स्लीपर कोच बनाने हैं.
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Vande Bharat Sleeper Train: 21 नवंबर तक चलाई गईं 136 वंदे भारत ट्रेन
भारत सरकार ने संसद में बताया कि 21 नवंबर तक 136 वंदे भारत ट्रेनें बेहतर सेवा और सुरक्षा के साथ शुरू की है. इनमें यात्रियों को आधुनिक सुविधाएं दी गई हैं. इन सुरक्षा सुविधाओं में तेज गति, सीलबंद गैंगवे, स्वचलित ट्रेन सुरक्षा प्रणाली कवच, आरामदेह सवारी, स्वचलित प्लग डोर, हॉट केस, मिनी पेंट्री, डीप फ्रीजर, बोतल कूलर और गर्म पानी बॉयलर आदि हैं. वर्तमान में 22 वंंदे भारत सेवाएं महाराष्ट्र स्थित स्टेशनों में चलाई जा रही है.
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ट्रेनों में मिलने वाले बेडरोल किट को कैसे धुला जाता है. उसे कैसे साफ किया जाता है. यह सवाल हम सभी के मन में हमेशा रहता है. खुद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इसकी जानकारी दी. संसद में कांग्रेस सांसद द्वारा पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि ट्रेन में मिलने वाला कंबल कम से कम एक बार जरूर धोया जाता है. पढ़ें पूरी खबर
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