जिला प्रशासन के समग्र प्रयास का असर अब नहीं रहा हाजीपुर सबसे प्रदूषित शहर: प्रदूषण फैलाने वाले पर ड्रोन से रखी जा रही है नजर..समझाइए से नहीं सुधरने पर होगी दंडात्मक कार्रवाई ।
संवाददाता-राजेन्द्र कुमार
वैशाली /हाजीपुर: जिला प्रशासन द्वारा वायु प्रदूषण नियंत्रण के लिए जा रहे समग्र प्रयास का असर दिखने लगा है। एक सप्ताह पहले जहां हाजीपुर का वायु गुणवत्ता सूचकांक 433 था और पूरे देश के प्रदूषित शहरों में पहले स्थान पर था, आज समग्र प्रशासनिक प्रयास से शनिवार को यहां का एक्यूआइ 354 पर आ गया। अब यह देश का सबसे प्रदूषित देश नहीं रहा। दिल्ली देश का सबसे प्रदूषित शहर है।
जिला पदाधिकारी और पुलिस अधीक्षक द्वारा हाजीपुर शहर को 14 सेक्टर में बांट कर वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए दर्जनों मजिस्ट्रेट और पुलिस ऑफिसर्स तैनात किए गए हैं। उनके साथ नगर पालिका के पदाधिकारी भी दिन रात काम कर रहे हैं। प्रदूषण फैलाने वालों पर ड्रोन से नजर रखी जा रही है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा आज जारी आंकड़े के अनुसार देश भर में सबसे प्रदूषित शहर दिल्ली है। इसका एक्यूआई 412 है। पानीपत हापुड़, कटिहार के बाद हाजीपुर पांचवें स्थान पर है। हालांकि हवा की गुणवत्ता बहुत अच्छी नहीं है। लेकिन इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहे हैं।
आज जिला पदाधिकारी श्री यशपाल मीणा तथा पुलिस अधीक्षक श्री हर किशोर राय द्वारा संयुक्त रूप से हाजीपुर इंडस्ट्रियल एरिया में सभी संबंधित पदाधिकारी, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के पदाधिकारी तथा निर्माण एजेंसियों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की गई और आवश्यक निर्देश दिए गए।
जिला पदाधिकारी ने कहा कि वायु प्रदूषण नियंत्रण के लिए हमें एक समग्र प्रयास करना होगा। प्रदूषण के मानव निर्मित कारण को चिन्हित करते हुए पहले समझाइश से काम दिया जाएगा, वरना दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि सभी फैक्ट्री ओनर अपने फैक्ट्री के सामने वाली सड़क पर रोजाना तीन बार पानी का छिड़काव करेंगे, ताकि धूल कण न उड़े।
एसडीएम ,हाजीपुर को निर्देश दिया गया की आवश्यकतानुसार संबंधित पक्ष को नोटिस जारी करें।
उन्होंने कहा कि इंडस्ट्रियल एरिया हरा-भरा होना चाहिए। यहां सघन वृक्षारोपण किया जाए।
फैक्ट्री परिसर के अंदर या बाहर कूड़ा जलाने वाले पर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। अग्निशमन पदाधिकारी को निर्देश दिया गया कि वे नगर परिषद के साथ समन्वय स्थापित कर लगातार पानी का छिड़काव सुनिश्चित करें।
डीटीओ को निर्देश दिया गया कि सभी प्रकार के वाहनों का शत प्रतिशत प्रदूषण जांच करें।
बियाडा के पदाधिकारी को कहा गया कि वे फैक्ट्री से कूड़ा उठाने वाले वेंडर्स को वीसी से मीटिंग कर कूड़ा प्रबंधन की जानकारी दें।
इसके बाद वायु प्रदूषण नियंत्रण में लगाए गए अधिकारियों और पुलिस ऑफिसर्स का जिला पदाधिकारी और पुलिस अधीक्षक द्वारा जॉइंट ब्रीफिंग किया गया है। उन्हें निर्देशित किया गया कि वे अपने द्वारा किए जा रहे कार्य और प्रयास का प्रतिदिन रिपोर्ट व्हाट्सएप ग्रुप में शेयर करें। जो भी कूड़ा फेंक रहा हो या कूड़ा जला रहा हो, उसकी तस्वीर ले लें, नाम पता पूछ लें। उन पर कड़ी कार्रवाई होगी।
जिला पदाधिकारी ने शहर वासियों से अपील की है कि वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए जिला प्रशासन द्वारा किए जा रहे प्रयासों में वे मददगार बनें।
बैठक में हाजीपुर के विधायक श्री अवधेश सिंह के अलावा सभी जिला स्तरीय पदाधिकारी मौजूद थे।