Bihar के बेतिया में युवक की हत्याकांड का खुलासा: 3 आरोपी गिरफ्तार, प्रेम-प्रसंग में साज़िश का पर्दाफ़ाश

संवाददाता-राजेन्द्र कुमार

बेतिया,: बेतिया में एक युवक की हत्या और उसके शव को जलाने के मामले में पुलिस ने तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। यह मामला उस समय उजागर हुआ जब मृतक के परिजनों ने साजिशकर्ताओं को पकड़कर पुलिस के हवाले किया। मृतक आसिफ हुसैन के पिता अनवर हुसैन ने कहा कि उन्होंने इस मामले में पहले ही स्थानीय पुलिस को आवेदन दिया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई थी।

आसिफ हुसैन का शव 30 सितंबर 2024 को ग्राम-जिनवालिया में एक छरी प्लांट के पास पाया गया था। पुलिस अधीक्षक शौर्य सुमन ने प्रेस कांफ्रेंस में जानकारी देते हुए बताया कि मृतक का शरीर आधा जला हुआ था और उसकी गला दबाकर हत्या की गई थी। शव को छिपाने के लिए इसे जलाया गया था। इस मामले में जब जांच शुरू की गई, तो स्थानीय चौकीदार राजकुमार यादव ने पुलिस को सूचना दी और इसके आधार पर अज्ञात अपराधकर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।

पुलिस ने 29 अक्टूबर को मृतक के परिजनों द्वारा पकड़े गए दो संदिग्धों से पूछताछ की। इन संदिग्धों के बयानों से पता चला कि हत्या की योजना में तीन व्यक्ति शामिल थे, जिनमें एक मुख्य अभियुक्त को पहचान लिया गया। इसके बाद पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया गया और मुख्य अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया गया।

प्रेम प्रसंग बना हत्या का कारण

जांच के दौरान यह भी सामने आया कि मृतक आसिफ का एक लड़की के साथ प्रेम संबंध था, जो रवि गुप्ता की बेटी थी। उसके अलावा एक अन्य विधि-विरुद्ध किशोर के साथ भी उसका प्रेम प्रसंग था। जब रवि गुप्ता को आसिफ और उसकी बेटी के संबंधों के बारे में पता चला, तो उन्होंने आसिफ की हत्या करने के लिए साजिश रची।

29 सितंबर 2024 को, साजिशकर्ताओं ने प्लान बनाया और आसिफ को बेतिया बस स्टैंड के निकट स्थित विधि-विरुद्ध किशोर के कमरे में बुलाया। वहां पहुँच कर, उन्होंने उसके साथ मारपीट की और गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद, शव को छिपाने के लिए ग्राम-जिनवालिया में फेंक दिया गया।

पुलिस ने बरामद किए महत्वपूर्ण सबूत

पुलिस ने गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछताछ के दौरान कई महत्वपूर्ण सबूत बरामद किए। मृतक की मोटरसाइकिल और एक मोबाइल फोन को बरामद किया गया, जिसमें हत्या से संबंधित चैट और वीडियो मौजूद थे। पुलिस ने घटनास्थल से एक उजला रंग का चप्पल भी बरामद किया, जो मुख्य आरोपी का बताया गया।

इस घटना ने बेतिया में सुरक्षा और कानून व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठाए हैं। स्थानीय निवासियों ने इस बात की मांग की है कि पुलिस और प्रशासन इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए।

इस मामले ने न केवल बेतिया की कानून व्यवस्था पर केंद्रित किया है, बल्कि यह भी बताया है कि कैसे व्यक्तिगत संबंधों में जटिलताएँ गंभीर अपराधों का रूप ले लेती हैं। बेतिया पुलिस द्वारा की गई गिरफ्तारी और कठोर कार्रवाई सराहनीय है, लेकिन लोगों को जागरूक रहने की आवश्यकता है ताकि ऐसी घटनाएँ भविष्य में न हो सकें।

कानून के इस निर्णायक कदम ने यह स्पष्ट किया है कि न्याय का कोई चकित नहीं होगा। अब देखना यह होगा कि पुलिस इस मामले में आगे क्या कार्रवाई करती है और क्या अदालत में इन अपराधियों को उचित दंड मिलेगा।

Back to top button
Close
Log In
Crime
Social/Other
Business
Political
Editorials
Entertainment
Festival
Health
International
Opinion
Sports
Tach-Science