सीजी – Mughal Foods : मुगल लेकर आए थे भारत में खाने-पीने की ये 8 स्वादिष्ट चीजें #INA

Mughal Foods : मुगलों का भारत पर लंबे अर्से तक सम्राज्य रहा. ये वो समय था जब  भारत में कई ऐतिहासिक इमारतों, संस्कृति और खाने-पीने की चीजों में बदलाव देखने को मिला. मुगल जब भारत आए थे तब अपने साथ खाने-पीने की कई चीजें लेकर आए थे. उनके कई पसंदीदा व्यंजन आज भी मशहूर हैं. ज्यादातर लोगों को ये चीजें आज भी काफी पसंद आती हैं. वे बड़े ही चाव से मुगल व्यंजन (Mughal Foods) का स्वाद उठाते हैं. मुगल शासक अपने साथ मध्य एशिया और पर्शिया से जुड़े तरह-तरह के व्यंजन (Mughal Foods) और रीति-रिवाज लेकर आए, जो आज भी भारतीय भोजन का एक अभिन्न अंग बने हुए हैं. आइए जानते हैं उन डिशेस के बारें में जो मुगल लेकर आए और आज भी खूब पसंद किए जाते हैं…

बिरयानी

आजकल लोग बिरयानी (biryani) को बड़े चाव से खाते हैं. ये मुगल रसोई की सबसे फेमस डिश है. यह चावल से तैयार एक मसालेदार पकवान है जिसमें मीट, सब्जियां या फिर सी फूड भी शामिल हो सकता है. बता दें, बिरयानी को बनाने की विधि मुगलों द्वारा ही भारत लाई गई थी और आज इसे देश के अलग-अलग हिस्सों में तरह-तरह के स्वाद में तैयार किया जाता है.

शरबत

शरबत भी मुगलों की रसोई से निकली एक यूनिक ड्रिंक है. यह एक ठंडा पेय है जो फलों के रस, चीनी और पानी से बनकर तैयार होता है.  मुगल शासक ही शरबत (sharbat) बनाने की विधियों को भारत लेकर आए थे और आज यह भारतीय खानपान में एक लोकप्रिय दर्जा रखता है. शर्बत में गुलाब से लेकर केसर और कई तरह के फ्लेवर्स का इस्तेमाल किया जाता है.

कबाब

नॉनवेज खाने वालों के फेवरेट डिश में एक कबाब भी मुगलों की देन है. मीट के छोटे-छोटे टुकड़ों को धागे में पिरोकर ग्रिल पर पकाने के बाद कबाब (kabab) तैयार किया जाता है. मुगल शासकों के साथ ही कबाब बनाने की ढेरों रेसिपीज भी भारत आईं, जैसे कि शिकमपुर कबाब, सीख कबाब, और रेशमी कबाब आज भी भारतीय खानपान में काफी लोकप्रिय व्यंजन है जिसे तरह-तरह की सामग्री के साथ पकाया जाता है.

करी

करी को भी मुगल अपने साथ लेकर आए थे. मसालों को साथ में पकाने के बाद तैयार होने वाली गाढ़ी सॉस को ही करी (curry) कहा जाता है. चिकन करी, अंडा करी या फिर शाकाहारी व्यंजनों में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है. मुगल रसोई में करी का अहम स्थान था और इसकी ढेरों रेसिपीज भी मुगल शासक ही भारत लाए थे. देश के अलग-अलग हिस्सों में इसका अलग ही स्वाद चखने को मिलता है.

रोटी

भारत के अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग खानपान है. लेकिन अधिकांश जगहों पर रोटी (roti) जरूर खाके बिना भारतीय भोजन का जायका ही पूरा नहीं होता है. मुगल शासक ही इसे भारत लेकर आए थे. रोटी एक गोल, चपटी ब्रेड है जो जिसे बनाने के लिए आमतौर पर आटे का इस्तेमाल किया जाता है और इसे तवे पर पकाने के बाद सब्जी के साथ परोसा जाता है.

पान

यूं तो पान को भारत की खोज माना जाता है लेकिन ये मुगल की देन है. इसे बनाने के लिए ताड़ी के पत्ते में चूना, सुपारी, कत्था और तरह-तरह के मसालों के मिश्रण के साथ लपेटा जाता है. पान खाने की परंपरा को भी मुगल शासक ही भारत लाए थे, और आज यह देश के अलग-अलग कोनों में खाया जाता है.

गुलाब जामुन

मिठाइयों में गुलाब जामुन (gulab jamun)की अलग ही जगह है. इसे खाना बच्चों से लेकर बड़े तक सभी पसंद करते हैं. इसे बनाने के लिए पहले दूध को फाड़कर खोया मावा तैयार किया जाता है और फिर देसी घी में तलकर चीनी की चाशनी में डुबोया जाता है. इस मिठाई को बनाने की विधि भी मुगल ही भारत लेकर आए थे.

आइसक्रीम

दूध, चीनी और अलग-अलग तरह के फ्लेवर्स के साथ मिलकर बनी आइसक्रीम (ice cream) आज बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी बड़े शौक से खाते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसे बनाने की विधि भी मुगल शासकों के साथ ही भारत आई थी. आज यह एक फेसस डेजर्ट है, जिसे कई तरह के स्वाद में चखा जा सकता है.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. News Nation इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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